Operation Sindoor: ऑपरेशन सिंदूर ने लश्कर का मुख्य ठिकाना नष्ट किया, जहां कसाब-हेडली को दी जाती थी ट्रेनिंग और लादेन करता था फंडिंग
Operation Sindoor: ऑपरेशन सिंदूर में भारत ने पाकिस्तान में आतंकियों के जिन 9 ठिकानों को निशाना बनाया, उनमें मुरीदके का मरकज तैयबा भी शामिल है। इसी कैंप से 26/11 मुंबई आतंकी हमले अजमल कसाब और हेडली ने ट्रेनिंग दी गई थी। भारतीय सेना ने अपने ऑपरेशन के दौरान इस कैंप को भी मिट्टी में मिला दिया है। (Operation Sindoor) यह मरकज आतंक की फैक्ट्री है। इस मरकज के लिए अलकायदा के सरगना ओसामा बिन लादेन ने भी फंडिंग की थी। गौरतलब है कि मरकज तैयबा उन नौ आतंकी शिविरों में से एक है, जिन पर बुधवार को भारतीय सेना ने कार्रवाई की है
लश्कर-ए-तैयबा का सबसे महत्वपूर्ण ट्रेनिंग सेंटर है
मरकज तैयबा पाकिस्तान के पंजाब प्रांत के शेखपुरा के मुरीदके के नांगल साहदान में स्थित है। इसकी स्थापना 2000 में हुई थी। यह लश्कर-ए-तैयबा का सबसे महत्वपूर्ण ट्रेनिंग सेंटर है। मरकज तैयबा का परिसर 82 एकड़ में फैला है। इसमें मदरसा, बाजार, आतंकियों के रहने की जगह, खेल की सुविधाएं, मछली फार्म और कृषि क्षेत्र है।
आतंकी बनने के लिए दी जाती है ट्रेनिंग
यहां पाकिस्तान और दूसरे देशों से आतंकी बनाने के लिए लाए गए युवाओं को हथियार चलाने की ट्रेनिंग दी जाती है। इसके साथ ही शारीरिक ट्रेनिंग भी मिलती है। मरकज में एक सूफा अकादमी है जो पुरुषों को धार्मिक शिक्षा देती है और महिलाओं के लिए एक अलग सूफा शिक्षा केंद्र है।
आतंक की फैक्ट्री है मरकज तैयबा
यहां पढ़ने वालों को कट्टरपंथी बनाया जाता है। उन्हें हथियार उठाने और जिहाद करने के लिए तैयार किया जाता है। इसे आप आतंक का कारखाना भी समझ सकते हैं, जिसका काम नए आतंकी पैदा करना है। लश्कर ए तैयबा और जमात उद दावा अपने पूरे नेतृत्व के लिए इस सुविधा में समय-समय पर ट्रेनिंग भी आयोजित करता है। ओसामा बिन लादेन ने वर्ष 2000 में मरकज तैयबा परिसर में मस्जिद और गेस्ट हाउस बनाने के लिए 1 करोड़ रुपए दिया था। कर्नल कुरैशी ने कहा था कि मरकज तैयबा, अंतरराष्ट्रीय सीमा से लगभग 18-25 किलोमीटर दूर स्थित है और 2008 के मुंबई आतंकी हमले में शामिल आतंकवादियों को यहीं प्रशिक्षण दिया गया था. अजमल कसाब और डेविड हेडली ने भी यहीं ट्रेनिंग ली थी।
मुंबई में हमला करने वाले आतंकियों को ट्रेनिंग
पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी आईएसआई के इशारे पर यहां अजमल कसाब सहित 26/11 मुंबई हमले के सभी अपराधियों को खुफिया ट्रेनिंग दी गई थी। 26/11 मुंबई हमलों के मुख्य साजिशकर्ता डेविड कोलमैन हेडली और तहव्वुर हुसैन राणा, जकी-उर-रहमान लखवी के निर्देश पर अब्दुल रहमान सईद उर्फ पाशा, हारून और खुर्रम (सह-साजिशकर्ता) के साथ मुरीदके गए थे। यहां लश्कर-ए-तैयबा के प्रमुख आतंकी आमिर हमजा, अब्दुल रहमान आबिद और जफर इकबाल रहते हैं। लश्कर के कमांडर खुबैब, ईसा और कासिम अक्सर इस मरकज में आते रहते हैं।
यह भी पढ़ें:
जब शब्द नहीं, वार बोले….ऑपरेशन सिंदूर से मोदी ने रचा वो इतिहास, जो सिर्फ ग्रैंडमास्टर ही लिखता!
.