ठंड का अलर्ट! क्या आप तैयार हैं 'शीतलहर 2.0' के लिए?
La Niña Effect:
🔹 2024 की सर्दी का सबसे बड़ा कारण है La Niña प्रभाव।
🔹 आखिरी बार यह प्रभाव 2001 में आया था, जो पूरे 7 महीने चला था।
🔹 इस बार इसके 60% चांस हैं, जो दिसंबर, जनवरी और फरवरी में कहर बरपाएगा।
क्या है La Niña प्रभाव?
यह एक प्राकृतिक प्रक्रिया है, जिसमें प्रशांत महासागर का तापमान कम हो जाता है।
👉 इसका असर पूरी दुनिया के मौसम पर पड़ता है।
👉 भारत में यह भारी ठंड और ठंडी हवाएं लाता है।
2024 की ठंड क्यों होगी अलग?
🌡️ इस बार सर्दी कई सालों का रिकॉर्ड तोड़ सकती है।
📉 तापमान शून्य से भी नीचे गिरने की संभावना है।
🌀 उत्तर भारत में कोहरे और बर्फीली हवाओं के कारण जनजीवन अस्त-व्यस्त हो सकता है।
🔸 गर्म कपड़े, कंबल और हीटर तैयार रखें।
🔸 ठंड से बचने के लिए गर्म पेय और पौष्टिक भोजन का सेवन करें।
🔸 अपनी इम्यूनिटी मजबूत करने के लिए डॉक्टर की सलाह लें।
मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि भारत की 2024 सर्दी इतिहास की सबसे ठंडी सर्दी हो सकती है।