Rajasthan: पाकिस्तानी नागरिकों को भारत छोड़ने में क्यों हो रही तकलीफ? बिछड़ गए बाप-बेटी, पति-पत्नी !
Pahalgam Terror Attack: कश्मीर के पहलगाम में आतंकी हमले के बाद भारत ने पाकिस्तान पर कई कड़े प्रतिबंध लगाए हैं। बाघा बॉर्डर बंद करने के साथ ही पाकिस्तानी नागरिकों को भारत छोड़ने को कहा गया है। (Pahalgam Terror Attack) ऐसे में अब राज्यों से पाकिस्तानी नागरिकों को वापस भेजा जा रहा है। राजस्थान के बाड़मेर से भी पाकिस्तानी नागरिकों को वापस भेजा गया। इस दौरान कई लोगों के चेहरों पर अपनों से बिछड़ने का दर्द भी दिखा। ऐसा क्यों? जानिए...
पाकिस्तानी नागरिकों की वापसी जारी
पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत और पाकिस्तान के बीच एक बार फिर तल्खी बढ़ गई है। भारत ने पाकिस्तान के साथ सिंधु जल समझौता रोक दिया है। बाघा बॉर्डर बंद कर दिया गया है, पाकिस्तानी नागरिकों को देश छोड़ने को कह दिया गया है। इसके चलते अब भारत के अलग-अलग राज्यों में आए पाकिस्तानी नागरिक वापस लौट रहे हैं। इनमें राजस्थान भी शामिल है। राजस्थान के बाड़मेर जिले से कई पाकिस्तानी नागरिकों को वापस उनके देश भेजा गया। इस दौरान कई लोगों के चेहरे पर दर्द छलक उठा।
बेटी से मिलने आए, अब वापस लौट रहे
राजस्थान के बाड़मेर जिले में रहने वाले कई लोगों की पाकिस्तान में रिश्तेदारियां हैं। कुछ लोग ऐसे भी हैं जिनके बेटा- बेटी भारत में आकर बस चुके हैं, मगर माता-पिता पाकिस्तान में ही रहते हैं। यह लोग शॉर्ट टर्म वीजा पर अपनों से मिलने के लिए भारत आए हुए थे, मगर पहलगाम में आतंकी हमले के बाद बदली परिस्थितियों में इन्हें तुरंत ही घर लौटना पड़ रहा है। जिसकी वजह से अपनों से बिछड़ने का दर्द इनकी आंखों में छलक रहा है। शॉर्ट टर्म वीजा पर भारत आए पाकिस्तानी नागरिक दया ने बताया कि उनकी एक ही बेटी है, जिसकी शादी बाड़मेर में की है। अब उससे मिलने पूरा परिवार तीन महीने के लिए भारत आया था, मगर पांच दिन बाद ही लौटना पड़ रहा है।
बेटी-पत्नी भारतीय, पिता को लौटना पड़ा
पाकिस्तान के स्वरुप भी पत्नी और बेटी को छोड़कर पाकिस्तान जाने को मजबूर हैं। 29 अप्रैल को उनकी इकलौती बेटी की शादी भारत में होने वाली हैं, मगर वह भारत में नहीं रुक सकते। स्वरुप का कहना है कि उनकी शादी भारत में हुई। पत्नी और बेटी भारतीय नागरिक हैं, मगर वह खुद पाकिस्तान में रहते हैं। अब बेटी की शादी के लिए यहां आए हुए थे, मगर सरकार के निर्देशों के बाद उन्हें भारत छोड़ना होगा। स्वरुप का कहना है कि वह इकलौती बेटी की शादी तक के लिए यहां नहीं रुक पा रहे। भारी मन से वापस लौटना पड़ रहा है।
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