जस्टिस बीआर गवई होंगे CJI, राष्ट्रपति मुर्मू ने मंजूरी दी! शपथ कब? जानने के लिए पढ़ें
Justice BR Gavai:जस्टिस भूषण रामकृष्ण गवईदेश के अगले मुख्य न्यायाधीश होंगे। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने जस्टिस गवई को मंगलवार को भारत का अगला प्रधान न्यायाधीश (CJI) नियुक्त किया। (Justice BR Gavai) जस्टिस गवई 14 मई को भारत के 52वें मुख्य न्यायाधीश के रूप में शपथ लेंगे। आपको बता दें कि वर्तमान मुख्य न्यायाशीध न्यायमूर्ति संजीव खन्ना 13 मई को रिटायर हो रहे हैं, उसके अगले दिन यानी 14 मई को जस्टिस गवई उनका स्थान लेंगे।
6 महीने का होगा कार्यकाल
न्यायमूर्ति गवई का कार्यकाल छह महीने का होगा। 23 दिसंबर को 65 वर्ष की आयु होने पर न्यायमूर्ति गवई का कार्यकाल खत्म हो जाएगा। वह वर्तमान सीजेआई खन्ना के बाद उच्चतम न्यायालय के सबसे वरिष्ठ न्यायाधीश हैं। जस्टिस गवई का कार्यकाल छह महीने दस दिन का होगा और वे 23 नवंबर 2025 को सेवानिवृत्त होंगे। वे देश के दूसरे दलित मुख्य न्यायाधीश होंगे। उनसे पहले जस्टिस के. जी. बालाकृष्णन इस पद पर आसीन रहे थे।
16 मार्च 1985 से कानून की दुनिया में
उच्चतम न्यायालय की आधिकारिक वेबसाइट पर दी जानकारी के अनुसार, न्यायमूर्ति भूषण रामकृष्ण गवई का जन्म 24 नवंबर 1960 को महाराष्ट्र के अमरावती में हुआ। उन्होंने 16 मार्च 1985 को वकालत की दुनिया में कदम रखा और शुरुआत में दिवंगत राजा एस. भोंसले, जो पूर्व महाधिवक्ता और उच्च न्यायालय के न्यायाधीश रह चुके हैं, उनके साथ कार्य किया। वर्ष 1987 से 1990 तक उन्होंने बॉम्बे उच्च न्यायालय में स्वतंत्र वकालत की, और इसके बाद मुख्य रूप से नागपुर पीठ के समक्ष विभिन्न मामलों की पैरवी करते रहे। संवैधानिक और प्रशासनिक कानून उनके प्रमुख क्षेत्र रहे हैं।
आर्टिकल 370 की सुनवाई करने वाली बेंच का रह चुके हिस्सा
अनुच्छेद 370 को निष्प्रभावी कर जम्मू कश्मीर का विशेष दर्जा खत्म करने को सही ठहराने वाली बेंच का जस्टिस गवई हिस्सा थे। 2016 में हुई नोटबंदी को संवैधानिक और कानूनी दृष्टि से सही घोषित करने वाली बेंच के भी वह सदस्य रहे। चुनावी चंदे की इलेक्टोरल बांड योजना को रद्द करने का फैसला देने वाली बेंच में जस्टिस गवई भी शामिल थे।
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