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लद्दाख-सियाचिन पर आसमानी कहर! भारत तैनात करेगा 156 हेलीकॉप्टर्स...चीन-पाक की हालत पतली

भारतीय सेना और वायु सेना के लिए 156 हल्के लड़ाकू हेलीकॉप्टर (LCH) निर्माण का बड़ा ऑर्डर मिलने के बाद, हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (HAL) ने रक्षा क्षेत्र में नई हलचल पैदा कर दी है...
09:19 AM Apr 07, 2025 IST | Rajesh Singhal

HAL light combat helicopters: भारतीय सेना और वायु सेना के लिए 156 हल्के लड़ाकू हेलीकॉप्टर (LCH) निर्माण का बड़ा ऑर्डर मिलने के बाद, हिंदुस्तान एयरोनॉटिक्स लिमिटेड (HAL) ने रक्षा क्षेत्र में नई हलचल पैदा कर दी है। खास बात यह है कि इस महत्वाकांक्षी प्रोजेक्ट को पूरा करने के लिए HAL अब निजी कंपनियों के साथ साझेदारी करने की तैयारी में है। (HAL light combat helicopters) अब HAL निजी कंपनियों को लगभग 25,000 करोड़ रुपये का काम सौंपने की योजना बना रहा है। सुरक्षा पर कैबिनेट समिति ने 62,500 करोड़ रुपये के इस सौदे को मंजूरी दी है। रक्षा मंत्रालय और HAL के बीच अनुबंध पर भी हस्ताक्षर हो गए हैं। HAL इस परियोजना में निजी क्षेत्र की कंपनियों को शामिल करके रक्षा उत्पादन को बढ़ावा देना चाहता है।

निजी कंपनियों के लिए खुलेंगे...

एचएएल को मिले इस बड़े सौदे से देश में रक्षा उद्योग को और बढ़ावा मिलेगा। एचएएल, LCA विमान बनाने के मॉडल को ही इस LCh परियोजना में भी अपनाएगा। रक्षा अधिकारियों ने ANI को बताया कि HAL जल्द ही निजी क्षेत्र को LCh परियोजना में शामिल करने के लिए निविदाएं जारी करेगा। LCA प्रोजेक्ट में भी विमान के अलग-अलग हिस्से, जैसे कि फ्यूजलेज और विंग्स, अलग-अलग निजी कंपनियों को दिए गए थे। इनमें लार्सन एंड टुब्रो और वेम टेक्नोलॉजीज जैसी कंपनियां शामिल थीं। इस 62,500 करोड़ रुपये की परियोजना में लगभग 40 प्रतिशत काम निजी उद्योगों को दिया जाएगा। अधिकारियों का कहना है कि इससे देश में रक्षा औद्योगिक इकोसिस्टम को सभी स्तरों पर बढ़ाने में मदद मिलेगी।

 

देशी एयरोस्पेस में HAL की बड़ी छलांग

HAL इन हेलीकॉप्टरों को कर्नाटक राज्य में अपने बेंगलुरु और तुमकुरु कारखानों में बनाएगा। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह निजी भारतीय उद्योग, अल्फा टोकोल इंजीनियरिंग सर्विसेज प्राइवेट लिमिटेड द्वारा निर्मित हल्के लड़ाकू विमान (LCA) Mk1A के लिए पहले रियर फ्यूजलेज की डिलीवरी के मौके पर मौजूद थे।
HAL देश की सबसे बड़ी एयरोस्पेस कंपनी है। इसके पास 2 लाख करोड़ रुपये से अधिक के ऑर्डर हैं और उसे निकट भविष्य में 70,000 करोड़ रुपये से अधिक के ऑर्डर मिलने की उम्मीद है। HAL का कहना है कि वे LCA विमान बनाने का तरीका ही इन हेलीकॉप्टरों के लिए भी अपनाएंगे। इससे काम तेजी से होगा और लागत भी कम होगी।

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