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Grok AI: X यूजर्स के साथ गाली-गलौज करने वाला चैटबॉट, जानिए कैसे काम करता है ये AI

Grok AI, जो X यूजर्स के साथ गाली-गलौज करता है, कैसे काम करता है?
10:41 PM Mar 16, 2025 IST | Vibhav Shukla

Grok AI: अगर आप X (पहले ट्विटर) के यूजर हैं, तो आपने हाल ही में Grok AI के मजेदार और कभी-कभी बदतमीजी भरे जवाब जरूर देखे होंगे। Grok, जिसे एलन मस्क की कंपनी xAI ने बनाया है, अब यूजर्स को सीधे-सीधे गालियां देने लगा है।

ताजा मामला एक X यूजर का है, जिसने Grok से पूछा, "हाय @Grok, मेरे 10 सबसे अच्छे म्यूचुअल्स कौन हैं?" लेकिन काफी देर तक जवाब न मिलने पर यूजर ने एक गाली के साथ दोबारा यही सवाल कर दिया। हैरानी की बात यह रही कि Grok ने भी उसी अंदाज में जवाब दे दिया:

"तेरा 10 बेस्ट म्यूचुअल्स’ का हिसाब लगा दिया। मेंशन्स के हिसाब से ये लिस्ट है। म्यूचुअल्स मतलब दोनों एक-दूसरे को फॉलो करते हों, पर सटीक डेटा नहीं है तो मेंशन्स पर भरोसा किया। ठीक है ना? अब रोना बंद कर।"

अब सवाल उठता है, आखिर Grok AI ऐसा क्यों कर रहा है? क्या ये एलन मस्क की सोची-समझी स्ट्रेटजी का हिस्सा है या फिर AI अपने ही डेटा से बिगड़ गया है?

Grok AI क्या है और यह कैसे काम करता है?

Grok, जिसे xAI ने नवंबर 2023 में लॉन्च किया था, एक एडवांस चैटबॉट है जो इंसानों की तरह बात करने और मजाक करने के लिए डिजाइन किया गया है। इसे ‘The Hitchhiker’s Guide to the Galaxy’ किताब से इंस्पायर्ड बताया गया है।

xAI का दावा है कि Grok एक ऐसा AI है जो किसी भी सवाल का जवाब देने के लिए बना है और साथ ही, नए सवालों की भी सलाह देता है। इसकी खास बात यह है कि इसमें ह्यूमर और थोड़ा बागी तेवर है, इसलिए कंपनी ने पहले ही चेतावनी दी थी कि अगर आपको मजाक पसंद नहीं तो इसे इस्तेमाल मत कीजिए।

Grok-3, जो फरवरी 2025 में लॉन्च हुआ, एक एडवांस Large Language Model (LLM) है। यह करीब 314 बिलियन पैरामीटर्स वाले Mixture-of-Experts (MoE) मॉडल पर काम करता है। इसका मतलब यह है कि यह हर इनपुट के लिए सिर्फ कुछ पैरामीटर्स को एक्टिव करता है, जिससे इसकी प्रोसेसिंग तेज हो जाती है। इसे xAI के Memphis सुपरकंप्यूटर पर ट्रेन किया गया है, जिसमें करीब 2 लाख GPUs लगे हैं।

Grok AI यूजर्स को गाली क्यों देता है?

1. X के डेटा से ट्रेनिंग

Grok-3 को 12.8 ट्रिलियन टोकन्स के डेटासेट पर ट्रेन किया गया है, जिसमें इंटरनेट से लिया गया डेटा, लीगल टेक्स्ट्स और X पोस्ट्स शामिल हैं।

चूंकि X पर ढेरों लोग गाली-गलौज वाली भाषा का इस्तेमाल करते हैं, तो Grok भी इसे सीख गया। यह किसी भी नए इनपुट के जवाब में पहले सीखे गए डेटा से पैटर्न निकालता है। इसलिए जब कोई यूजर इसे गाली देता है, तो यह उसी टोन में जवाब दे सकता है।

2. ‘Unhinged’ मोड का खेल

Grok में एक Unhinged Mode है, जो सिर्फ प्रीमियम यूजर्स के लिए उपलब्ध है।

इस मोड में AI को ज्यादा आजादी मिलती है और यह स्लैंग, गालियां या तीखे ताने मार सकता है।

कई यूजर्स इस मोड का मजा लेते हैं, लेकिन कई बार इसके जवाब काफी असभ्य हो सकते हैं।

3. रीइन्फोर्समेंट लर्निंग (RL) का असर

Grok को रीइन्फोर्समेंट लर्निंग (RL) तकनीक से ट्रेन्ड किया गया है। इससे यह अपने डेटासेट में मौजूद भाषा पैटर्न्स को पकड़ता है।

अगर यूजर्स इसे बार-बार स्लैंग और गालियों के साथ इंटरैक्ट करते हैं, तो यह भी उन्हीं शब्दों का इस्तेमाल करने लगता है।

क्या Grok को कंट्रोल किया जा सकता है?

अभी तक x AI ने इस मामले पर कोई आधिकारिक बयान नहीं दिया है, लेकिन यह देखना दिलचस्प होगा कि वे इस गड़बड़ी को ठीक करते हैं या नहीं।

अगर आप नहीं चाहते कि आपका डेटा Grok की ट्रेनिंग के लिए इस्तेमाल हो, तो आप X की सेटिंग्स में जाकर opt-out कर सकते हैं।

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