मनरेगा में बड़ा फर्जीवाड़े! क्रिकेटर मोहम्मद शमी की बहन-जीजा के खातों में पहुंची मजदूरी की राशि, जांच के आदेश
MNREGA Fraud: मनरेगा की शुरुआत गरीब लोगों के लिए की गई थी। ताकि वो लोग भी आराम से दो वक्त की रोटी खा सके, जिनके पार आय का कोई साधन नहीं हो। लेकिन इसमें होने वाले फर्जीवाड़े के चलते गरीब लोगों के हक़ की रोटी पर दूसरे लोग डाका डालते हैं। देशभर में मनरेगा मजदूरी में फर्जीवाड़े की कई खबरें सुनने को मिलती हैं। लेकिन अब जो मामला सामने वो बड़ा हैरान कर देने वाला हैं। भारतीय क्रिकेटर मोहम्मद शमी की बहन और उनके पति को उत्तर प्रदेश के अमरोहा में सामाजिक कल्याण योजना मनरेगा के तहत मजदूरी मिल रही है।
मोहम्मद शमी की बहन-जीजा के खातों में पहुंची राशि
मनरेगा योजना के तहत बड़ा फर्जीवाड़ा सामने आने के बाद हड़कंप मचा हुआ है. फर्जीवाड़े में भारतीय गेंदबाज मोहम्मद शमी की बहन और जीजा का नाम सामने आया है। क्रिकेटर मोहम्मद शमी की बहन शबीना ने अमरोहा के गांव में मनरेगा मजदूर का पंजीकरण करा रखा था। इतना ही नहीं, शबीना के पति गजनबी और एमबीबीएस व एलएलबी कर रहे उनके दो देवरों का भी मनरेगा मजदूर के रूप में जॉब कार्ड बना।
डीएम ने दिए जांच के आदेश
मोहम्मद शमी की बहन शबीना और जीजा गजनबी महात्मा गांधी राष्ट्रीय ग्रामीण रोजगार गारंटी अधिनियम 2005 में एक कार्यकर्ता के रूप में पंजीकृत हैं। उन्हें 2021 से 2024 तक लगातार पैसे मिल रहे हैं। मामला सामने आने के बाद अमरोहा की डीएम ने जाँच के आदेश देते हुए मनरेगा धन की वसूली के आदेश दे दिए हैं। जिला अधिकारी ने इस घोटाले में शामिल अधिकारियों और कर्मचारियों पर भी कार्रवाई की बात कही है।
शबीना की सास ही ग्राम प्रधान
इस मामले में सबसे बड़ी बात यह हैं कि शबीना की सास गुले आयशा ही ग्राम प्रधान हैं। ऐसे में अब सवाल उठता हैं कि ग्राम प्रधान ने किस तरह नियमों को दरकिनार करते हुए अपने रिश्तेदारों के बैंक खातों में मनरेगा का पैसा डाला है..? यह कब से चल रहा हैं कि इसका पता तो अब जांच होने के बाद ही पता चल पाएगा।
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