मोदी सरकार के पांच प्रहार! पाकिस्तान को चौतरफा झटका, राजनीति से अर्थव्यवस्था तक हिला डाली
Pahalgam Attack: जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में मंगलवार को एक बड़ा आतंकी हमला हुआ। इस हमले में 28 लोगों की मौत हुई। पहलगाम की घटना को लेकर पीएम मोदी के आवास पर सीसीएस की बैठक हुई। (Pahalgam Attack) इस बैठक के बाद विदेश मंत्रालय ने प्रेस कॉन्फ्रेंस की। विदेश मंत्रालय ने बताया कि भारत सिंधु जल समझौते से पीछे हट रहा है और भारत में पाकिस्तान उच्चायोग बंद किया जा रहा है। भारत में मौजूद सभी पाकिस्तानियों को अगले 48 घंटे में देश छोड़ने के लिए कहा गया है। वहीं भारत के एक्शन से डरकर पाकिस्तान ने 24 अप्रैल 2025 सुबह राष्ट्रीय सुरक्षा समिति की बैठक बुलाई है। पाकिस्तान के प्रधानमंत्री मोहम्मद शहबाज शरीफ ने एक्स पर पोस्ट कर ये जानकारी दी।
हमले के बारे में दी गई जानकारी
विदेश सचिव विक्रम मिस्री ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि पीएम मोदी की अध्यक्षता में सुरक्षा मामलों की कैबिनेट समिति (CCS) की बैठक हुई। CCS को पहलगाम में मंगलवार को हुए आतंकी हमले के बारे में विस्तार से जानकारी दी गई। CCS ने हमले की कड़े शब्दों में निंदा की और पीड़ितों के परिवारों के प्रति अपनी गहरी संवेदना व्यक्त की और घायलों के जल्द स्वस्थ होने की कामना की।
सिंधु जल रोकने से पाक पर क्या असर होगा?
सिंधु, झेलम और चिनाब नदियों के जल पर पाकिस्तान की 80% खेती निर्भर करती है। इन नदियों पर बने कई डैम और हाइड्रो प्रोजेक्ट से पाकिस्तान बिजली भी पैदा करता है। ऐसे में पानी रोकने का भारत का यह कदम पाकिस्तान में पानी और बिजली दोनों की भारी किल्लत पैदा कर सकता है। इससे पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था और आम जनजीवन दोनों प्रभावित होंगे।
अटारी पोस्ट बंद करने से पाक पर लगा ताला
दूसरा बड़ा फैसला अटारी बॉर्डर पोस्ट को बंद करने का हुआ है। भले ही भारत-पाक के बीच औपचारिक व्यापार पहले ही बंद था, लेकिन छोटे व्यापारियों के स्तर पर कुछ चीजों का लेन-देन चलता रहता था। अब अटारी पोस्ट बंद होने से ये छोटा लेन-देन भी पूरी तरह ठप हो जाएगा, जिससे पाकिस्तानी व्यापारियों को सीधा नुकसान होगा।
SAARC वीजा पर रोक लगाने अब पूरी एंट्री बंद
तीसरे बड़े फैसले के तहत भारत ने पाकिस्तानी नागरिकों के लिए SAARC वीजा स्कीम को पूरी तरह खत्म कर दिया है। साथ ही उन पाकिस्तानी नागरिकों को भी भारत आने की इजाजत नहीं दी जाएगी जो पारिवारिक कारणों से यहां आते थे। इससे दोनों देशों के बीच मानव स्तर पर भी संपर्क खत्म हो जाएगा। साथ ही सभी पाकिस्तानी नागरिकों को 48 घंटे के अंदर भारत छोड़ने का अल्टीमेटम भी दे दिया गया।
पाकिस्तानी उच्चायोग पर भी बड़ी कार्रवाई
भारत ने नई दिल्ली स्थित पाकिस्तानी उच्चायोग में तैनात रक्षा, थलसेना, वायुसेना और नौसेना सलाहकारों को सात दिन के अंदर देश छोड़ने का आदेश दिया है। इसके साथ ही भारत ने इस्लामाबाद स्थित अपने उच्चायोग से भी सभी सलाहकारों को वापस बुला लिया है। इसका मतलब है कि अब दोनों देशों के बीच सैन्य या कूटनीतिक स्तर की कोई बातचीत संभव नहीं रह जाएगी।
पाकिस्तान पर भारत का सबसे बड़ा एक्शन
इन फैसलों के साथ भारत ने स्पष्ट कर दिया है कि वह अब पाकिस्तान से हर तरह का रिश्ता खत्म करने की दिशा में बढ़ रहा है। न वीजा, न व्यापार और न ही कूटनीतिक संवाद। हर मोर्चे पर पाकिस्तान को अलग-थलग करने की रणनीति पर भारत ने अमल शुरू कर दिया है। पहलगाम के शहीदों का यह बदला कूटनीतिक हथियारों से लिया गया है, जिसने पाकिस्तान को पूरी तरह से हिला कर रख दिया है।
पाकिस्तान ने बुलाई राष्ट्रीय सुरक्षा समिति की बैठक
पाकिस्तान के डिप्टी प्रधानमंत्री इशाक डार ने एक्स पर पोस्ट कर कहा कि भारत सरकार के बयान पर प्रतिक्रिया देने के लिए गुरुवार को राष्ट्रीय सुरक्षा समिति की बैठक बुलाने की बात कही है। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में बुधवार शाम को कैबिनेट सुरक्षा समिति (सीसीएस) की एक आपात बैठक बुलाई गई, जिसमें जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए भीषण आतंकी हमले की विस्तृत जानकारी दी गई। हमले की गंभीरता को देखते हुए सीसीएस ने कई कड़े कदम उठाने का निर्णय लिया और पाकिस्तान को साफ संदेश दिया।
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