Murshidabad Violence: BSF के साथ मिलकर रची गई साजिश! कुणाल घोष के आरोप से मची सियासी हलचल, जानिए पूरा मामला।
Murshidabad Violence: तृणमूल कांग्रेस (TMC) के नेता कुणाल घोष ने दावा किया कि मुर्शिदाबाद जिले में हिंसा केंद्रीय एजेंसियों, सीमा सुरक्षा बल (BSF) के एक सेक्शन और कुछ राजनीतिक दलों के चुनिंदा तत्वों से जुड़ी एक बड़ी साजिश का हिस्सा हो सकती है। घोष ने कहा कि हमें कुछ इनपुट मिल रहे हैं कि उन घटनाओं (Murshidabad Violence) के पीछे एक बड़ी साजिश थी। केंद्रीय एजेंसियों के कुछ वर्ग, बीएसएफ का एक सेक्शन और दो या तीन राजनीतिक दलों का एक वर्ग इस साजिश में शामिल था। उन्होंने आगे कहा कि कुछ उपद्रवियों ने प्रवेश किया, अराजकता पैदा की और उन्हें वापस जाने के लिए सुरक्षित मार्ग दिया गया। उन्होंने कहा कि यह सच है या नहीं, इसकी उचित जांच की जरूरत है।
बंगाल को बदनाम करने की हो रही साजिश
कुणाल घोष ने आरोप लगाया कि बीएसएफ की मदद से पश्चिम बंगाल को बदनाम करने और उन इलाकों में हिंसा करने की गहरी साजिश रची गई ताकि भाजपा और विपक्ष उनका इस्तेमाल अपने राजनीतिक फायदे के लिए कर सके। भाजपा के पास यहां कोई मुद्दा नहीं है। आप भाजपा की पोस्ट में देखिए , उन्होंने कुछ तस्वीरों का इस्तेमाल किया है। उन्होंने कहा कि हमने बताया है कि ज़्यादातर तस्वीरें दूसरे राज्यों की हैं और वे इसे मुर्शिदाबाद के तौर पर इस्तेमाल कर रहे हैं। टीएमसी नेता ने आगे कहा कि वे बंगाल के लोगों को भड़काने की पूरी कोशिश कर रहे हैं, लेकिन ममता बनर्जी के नेतृत्व में हमारी राज्य सरकार और हमारी पार्टी साजिश से लड़ने और इसे सामान्य बनाए रखने की पूरी कोशिश कर रही है।
मजूमदार ने ममता सरकार पर साधा निशाना
केंद्रीय मंत्री और पश्चिम बंगाल भाजपा अध्यक्ष सुकांत मजूमदार ने मुर्शिदाबाद जिले में हाल ही में हुई हिंसा को लेकर सीएम ममता बनर्जी पर निशाना साधते हुए कहा कि अगर राज्य में भाजपा की सरकार बनती है, तो अपराधियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने मुर्शिदाबाद में केंद्रीय बलों की तैनाती का आदेश देने के लिए कलकत्ता उच्च न्यायालय की विशेष पीठ की सराहना की, जिससे उन्होंने कहा कि स्थिति को कुछ हद तक नियंत्रण में लाने में मदद मिली।
उन्होंने हिंदू समुदाय से एकजुट होने और आगामी विधानसभा चुनावों में पश्चिम बंगाल को बांग्लादेश जैसा बनने से रोकने के लिए लोकतांत्रिक तरीके से लड़ने का भी आग्रह किया। पुलिस ने शनिवार को बताया कि वक्फ (संशोधन) अधिनियम 2025 के खिलाफ विरोध प्रदर्शन के दौरान मुर्शिदाबाद जिले में हुई हिंसा में तीन लोगों की मौत हो गई। पश्चिम बंगाल पुलिस ने मुर्शिदाबाद हिंसा के सिलसिले में 150 लोगों को गिरफ्तार किया है। पुलिस के एक बयान के अनुसार, व्यवस्था बनाए रखने के लिए समसेरगंज, धुलियान, सुती और अन्य प्रभावित इलाकों में पर्याप्त पुलिस बल तैनात किया गया है।
क्या है पूरा मामला?
बता दें कि मुर्शिदाबाद जिले के मुस्लिम बहुल इलाकों में वक्फ संशोधन कानून के विरोध में हुए प्रदर्शनों के दौरान हिंसा भड़क गई थी। अब तक तीन लोगों की मौत हो चुकी है, जबकि 200 से अधिक हिंदू घरों को जला दिया गया, महिलाओं के साथ छेड़खानी और बीएसएफ पर फायरिंग की घटनाएं सामने आई हैं। अब तक करीब 150 लोगों की गिरफ्तारी हो चुकी है
पलायन और भय का माहौल
हिंसा के बाद करीब 500 हिंदू परिवारों ने पलाय किया है। कुछ ने भागीरथी नदी पार कर मालदा में शरण ली, तो कई झारखंड भी चले गए हैं। फरक्का से TMC विधायक मनिरुल इस्लाम के भी पलायन की खबरें हैं। घटनाओं को देखते हुए कलकत्ता हाईकोर्ट के आदेश पर केंद्रीय बलों की 17 कंपनियां तैनात की गई हैं, जिनमें बीएसएफ की 9 और सीआरपीएफ की 8 कंपनियां शामिल हैं। उधर, बीजेपी सांसदों ने गृह मंत्री अमित शाह को पत्र लिखकर AFSPA लागू करने की मांग की है।