Monday, March 17, 2025
  • ftr-facebook
  • ftr-instagram
  • ftr-instagram
search-icon-img

बीजेपी नेता ने दिया अनोखा सुझाव, कहा- गरबा पंडाल में सभी श्रद्धालुओं को पिलाया जाए गौ मूत्र

चिंटू वर्मा का कहना है कि गरबा पंडाल में कई तरह के लोग आते हैं, और उनकी पहचान करना मुश्किल होता है। इस वजह से, यदि हर व्यक्ति को गौ मूत्र दिया जाए, तो यह सुनिश्चित किया जा सकेगा कि केवल हिंदू श्रद्धालु ही पंडाल में प्रवेश कर सकें।
featured-img

नवरात्रि का पर्व अब नजदीक है और इसे देशभर में बड़े उत्साह के साथ मनाने की तैयारी चल रही है। मध्यप्रदेश के इंदौर में भी गरबा उत्सव की तैयारियाँ धूमधाम से हो रही हैं। इसी बीच, इंदौर के बीजेपी जिला अध्यक्ष चिंटू वर्मा ने एक विवादास्पद और अनोखा सुझाव दिया है। उन्होंने कहा है कि गरबा पंडाल में आने वाले सभी श्रद्धालुओं को गौ मूत्र पिलाना चाहिए। उनका तर्क है कि हिंदू समुदाय के लोगों को इससे कोई आपत्ति नहीं होगी और यह कदम पंडाल में आने वाले लोगों की पहचान सुनिश्चित करेगा।

गैर-हिंदुओं की पहचान के लिए गौ मूत्र

चिंटू वर्मा का कहना है कि गरबा पंडाल में कई तरह के लोग आते हैं, और उनकी पहचान करना मुश्किल होता है। उन्होंने यह भी कहा कि कुछ गैर-हिंदू लोग गरबा पंडाल में आकर तिलक लगवाते हैं, जिससे कई समस्याएँ उत्पन्न होती हैं। इस वजह से, यदि हर व्यक्ति को गौ मूत्र दिया जाए, तो यह सुनिश्चित किया जा सकेगा कि केवल हिंदू श्रद्धालु ही पंडाल में प्रवेश कर सकें।

इंदौर में इस तरह के विवादास्पद सुझाव नई बात नहीं हैं। पिछले वर्षों में भी कुछ स्थानों पर यह देखा गया था कि पंडालों में बाहरी लोगों की एंट्री रोकने के लिए बोर्ड लगाकर लिखा गया था कि "गैर-हिंदू एंट्री न करें"। हाल ही में, इंदौर से मिली खबरों में यह भी सामने आया था कि दो दिनों में कुछ मुस्लिम युवकों ने गरबा पंडाल में चोरी-छिपे प्रवेश किया था, जिन्हें बाद में पकड़ लिया गया। इन पर आरोप था कि उन्होंने अपनी पहचान छिपाकर पंडाल में घुसने की कोशिश की और लड़कियों पर अश्लील टिप्पणियाँ कीं।

उज्जैन में बढ़ी सतर्कता

इन घटनाओं के बाद, उज्जैन में गरबा उत्सव के दौरान भाग लेने वालों के आईडी कार्ड चेक करने की प्रक्रिया को सख्त किया गया। इसके अलावा, हर व्यक्ति को पंडाल में प्रवेश करने से पहले तिलक भी लगवाना पड़ा। इन सभी घटनाओं ने यह साबित कर दिया है कि गरबा पंडालों में सुरक्षा और पहचान को लेकर काफी जागरूकता बढ़ी है।

चिंटू वर्मा के इस सुझाव पर विभिन्न प्रतिक्रियाएँ सामने आई हैं। कुछ लोग इसे धार्मिक पहचान के संरक्षण के लिए एक उचित कदम मानते हैं, जबकि कई इसे भेदभावपूर्ण और कट्टरता का उदाहरण मान रहे हैं। समाज के एक वर्ग का मानना है कि इस प्रकार के कदम सामाजिक समरसता को प्रभावित कर सकते हैं।

ये भी पढ़ें- 'राहुल और अब्दुल्ला ILU ILU कर रहे हैं'...जम्मू-कश्मीर के किश्तवाड़ रैली में बोले अमित शाह

ये भी पढ़ें- 'आज जम्मू-कश्मीर में एक राजा है, और वो राजा है एलजी'...राहुल गांधी का BJP पर हमला

ये भी पढ़ें- जम्मू-कश्मीर में कांग्रेस का घोषणा पत्र जारी, क्या हैं खास बातें? 

ये भी पढ़ें- ‘मौलवी ने मुझे राम-राम कहा’: सीएम योगी ने सुनाई जम्मू-कश्मीर यात्रा की दिलचस्प कहानी

ट्रेंडिंग खबरें

नागपुर में अफवाह से भड़की हिंसा, DCP समेत 9 पुलिसकर्मी घायल

मुंबई कोर्ट ने छोटा राजन को दी बड़ी राहत, दाऊद इब्राहिम से जुड़े हत्या केस में हुआ बरी

सुनीता विलियम्स की वापसी पर परिवार का बयान: "जब तक सुरक्षित नहीं लौटेंगी, जश्न नहीं मनाएंगे"

‘औरंगजेब की कब्र का महिमा मंडन किया तो फाड़ कर रख देंगे…’, महाराष्ट्र के CM फडणवीस ने खुले मंच से भरी हुंकार

Srikanth Bolla: खेतों से निकलकर पहुंचे MIT, खड़ा किया करोड़ों का साम्राज्य, ऐसे हैं 'शार्क टैंक इंडिया' के नए जज

Vadodara Hit And Run Case: नया CCTV फुटेज आया सामने, Rakshit Chaurasiya की 'जिद' ने ले ली मासूम की जान

Tulsi Gabbard India Visit: तुलसी गबार्ड ने दिल्ली में अजित डोभाल से मुलाकात की, खालिस्तानी मुद्दे पर दिया बड़ा संदेश

.

tlbr_img1 होम tlbr_img2 शॉर्ट्स tlbr_img3 वेब स्टोरीज tlbr_img4 वीडियो tlbr_img5 वेब सीरीज