मच्छर भगाने के लिए मशीन का कर रहे हैं इस्तेमाल तो हो जाएं सावधान! सेहत पर पड़ सकता है भारी
गर्मियों के मौसम में मच्छर बहुत परेशान करते हैं। ऐसे में मच्छरों को भगाने के लिए लोग स्प्रे, क्रीम, तेल और मच्छर भगाने वाली लिक्विड वाली मशीनों का इस्तेमाल करते हैं। हालांकि, क्या आप जानते हैं कि मच्छर भगाने वाली लिक्विड वाली मशीन भले ही मच्छर को भगा दे, लेकिन यह आपकी सेहत के लिए खतरनाक साबित हो सकती है। जी हां, इसके इस्तेमाल से कई तरह की बीमारियां हो सकती हैं। इस आर्टिकल में हम आपको इसी के बारे में बताने जा रहे हैं।
दरअसल, कई रिसर्च में यह साफ हुआ है कि मच्छर भगाने वाली मशीनों से निकलने वाला केमिकल हवा में मिलकर कई तरह से सेहत को खराब कर सकता है। दरअसल, इसमें कई तरह के केमिकल जैसे प्रैलेथ्रिन, एलिथ्रीन और डाईथिल टोलुआमाइड इस्तेमाल होते हैं। ये मच्छर को तो भगा देते हैं, लेकिन इनसे सिरदर्द, एलर्जी और सांस लेने में तकलीफ जैसी समस्या हो सकती है।
मच्छर भगाने वाली मशीन से होने वाली बीमारियां
अगर आप आमतौर पर मच्छर भगाने वाली मशीन का इस्तेमाल करते हैं, तो इससे कई तरह की समस्याएं हो सकती हैं। जो निम्न प्रकार हैं-
सांस लेने में तकलीफ
अक्सर आपने देखा होगा कि मच्छर भगाने वाली मशीन को चालू करते ही उसमें से एक लिक्विड भाप के रूप में निकलने लगता है, यही लिक्विड मच्छर भगाता है। हालांकि, जब यह हवा में घुलता है, तो इससे सांस लेने में तकलीफ हो सकती है। खासकर वे जो अस्थमा के मरीज हैं। बच्चों और बुजुर्गों को भी इससे काफी तकलीफ हो सकती है।
सिरदर्द
अगर लगातार प्रैलेथ्रिन, एलिथ्रीन और डाईथिल टोलुआमाइड जैसे केमिकल के संपर्क में रहा जाए, तो यह सिरदर्द का कारण बन सकता है। इससे चक्कर आने और थकान होने जैसे लक्षण भी दिख सकते हैं।
दिमाग पर असर
कई रिसर्च बताती है कि केमिकल के लगातार संपर्क में रहने से दिमाग की कार्यक्षमता पर भी असर पड़ सकता है। इससे याददाश्त कमजोर हो सकती है और एकाग्रता में कमी हो सकती है।
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