भारत ने अचानक छोड़ा झेलम का पानी, PoK में बाढ़ जैसे हालात, लोग घर छोड़कर भागे
जम्मू-कश्मीर के उरी बांध से अचानक झेलम नदी का पानी छोड़े जाने के बाद पाकिस्तान-अधिकृत कश्मीर (PoK) में हाहाकार मच गया है। बिना किसी पूर्व सूचना के छोड़े गए पानी से हट्टियन बाला जिले में बाढ़ जैसी स्थिति पैदा हो गई, जिसके चलते सैकड़ों लोगों को अपने घर छोड़कर सुरक्षित स्थानों पर भागना पड़ा। स्थानीय अधिकारियों ने लाउडस्पीकरों के जरिए लोगों को चेतावनी जारी करते हुए तुरंत इलाका खाली करने का आदेश दिया।
PoK के निवासियों में मचा हड़कंप
PoK के गांव डुमेल के निवासीयों ने बताया कि "हमें कोई सूचना नहीं दी गई। अचानक पानी का स्तर बढ़ गया और हम जान-माल बचाने के लिए भागने को मजबूर हो गए।" मुजफ्फराबाद और चकोटी में प्रशासन ने आपातकालीन घोषणा करते हुए नदी किनारे बसे लोगों को तुरंत सुरक्षित स्थानों पर जाने को कहा। एक जिला अधिकारी ने कहा, "भारत ने झेलम में सामान्य से अधिक पानी छोड़ दिया है, जिससे बाढ़ जैसी स्थिति उत्पन्न हो गई है।"
क्या यह भारत की जवाबी कार्रवाई है?
इस घटना के बाद पाकिस्तानी अधिकारियों ने भारत पर "जल आतंकवाद" का आरोप लगाते हुए सिंधु जल संधि (IWT) का उल्लंघन बताया है। उनका दावा है कि भारत ने जानबूझकर बिना सूचना दिए पानी छोड़ा, जबकि संधि के तहत दोनों देशों को पानी छोड़ने से पहले सूचना साझा करनी होती है। हालांकि, भारत की ओर से अभी तक कोई आधिकारिक बयान नहीं आया है। कुछ सूत्रों का कहना है कि यह जम्मू-कश्मीर में भारी बारिश के कारण एक रूटीन डैम ऑपरेशन था।
पहलगाम हमले के बाद भारत का सख्त रुख
यह घटना ऐसे समय में हुई है जब भारत ने पहलगाम आतंकी हमले (जिसमें 26 हिंदू पर्यटक मारे गए थे) के बाद पाकिस्तान के खिलाफ कड़े कदम उठाए हैं। सिंधु जल संधि को निलंबित करने के बाद अब झेलम नदी से पानी छोड़े जाने को भी पाकिस्तान पर दबाव बनाने की रणनीति का हिस्सा माना जा रहा है। पाकिस्तानी मीडिया ने इसे "भारत की चुपके से की गई जवाबी कार्रवाई" बताया है।
क्या इससे तनाव और बढ़ेगा?
इस घटना से भारत-पाकिस्तान के बीच तनाव और बढ़ने की आशंका है। PoK के अधिकारियों ने अस्थायी शिविर बनाए हैं और बचाव दलों को तैनात किया है, लेकिन नुकसान की खबरें आ रही हैं। फसलें और पशु बह गए हैं, जबकि कई घरों को नुकसान पहुंचा है। अगर भारत ने यह कदम जानबूझकर उठाया है, तो यह साफ संकेत है कि पहलगाम हमले का जवाब सिर्फ कूटनीतिक नहीं, बल्कि रणनीतिक तौर पर भी दिया जाएगा।
पाकिस्तान के लिए चेतावनी?
पाकिस्तान अब तक आतंकवाद को हथियार बनाता रहा है, लेकिन भारत ने इस बार साफ कर दिया है कि वह जल संधि से लेकर सैन्य कार्रवाई तक हर संभव तरीके से जवाब देगा। झेलम में पानी छोड़ना भले ही तकनीकी कारणों से हुआ हो, लेकिन इसका संदेश स्पष्ट है – "आतंकवाद की कीमत चुकानी पड़ेगी।" अब देखना यह है कि पाकिस्तान इस चेतावनी को समझता है या फिर और बड़े संकट को न्यौता देता है।
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