UP ATS ने आगरा से ISI के दो जासूसों को धर दबोचा, पाकिस्तान भेज रहे थे गुप्त जानकारी
UP ATS ने आगरा जिले में एक बड़ी कार्रवाई करते हुए दो जासूसों को धर दबोचा है। आरोप है कि ये जासूस पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी ISI को भारत के गगनयान प्रोजेक्ट और ड्रोन तकनीक से जुड़ी गुप्त जानकारी भेज रहे थे। गिरफ्तार किए गए आरोपियों में से एक फिरोजाबाद स्थित ऑर्डिनेंस फैक्ट्री में कार्यरत है, जबकि दूसरी आरोपी एक महिला है, जिसने फेसबुक पर 'नेहा शर्मा' नाम से फर्जी अकाउंट बनाकर जासूसी की थी।
#WATCH | लखनऊ | ADG UP ATS नीलाब्जा चौधरी ने कहा, "एटीएस यूपी और उनकी सहयोगी एजेंसियों को जानकारी मिली थी कि रविंद्र कुमार नाम का एक व्यक्ति अपने पाक ISI हैंडलर के साथ विभिन्न गोपनीय और संवेदनशील जानकारी साझा कर रहा था। इस पर काम करते हुए, हमारी आगरा इकाई ने रविंद्र कुमार से… pic.twitter.com/LLi24lDxt6
— ANI_HindiNews (@AHindinews) March 14, 2025
महिला एजेंट ने पैसे के लालच में फंसाया
जांच के दौरान पता चला कि आरोपी रविंद्र कुमार की फेसबुक पर 'नेहा शर्मा' नाम की एक महिला से दोस्ती हुई, जिसने खुद को पाकिस्तानी खुफिया एजेंसी ISI का एजेंट बताया। पैसे के लालच में आकर रविंद्र ने ऑर्डिनेंस फैक्ट्री की डेली प्रोडक्शन रिपोर्ट, स्क्रीनिंग कमेटी के गोपनीय पत्र, ड्रोन और गगनयान प्रोजेक्ट से जुड़ी संवेदनशील जानकारी साझा की।
मोबाइल से बरामद हुए अहम सबूत
UP ATS को रविंद्र कुमार के मोबाइल से कई अहम सबूत मिले हैं, जिनमें ऑर्डिनेंस फैक्ट्री के वरिष्ठ अधिकारियों, 51 गोरखा राइफल्स के अधिकारियों और लॉजिस्टिक ड्रोन के ट्रायल से जुड़े दस्तावेज शामिल हैं। इसके अलावा, व्हाट्सएप चैट और अन्य गोपनीय जानकारियां भी बरामद हुई हैं, जिन्हें रविंद्र ने ISI एजेंट को भेजा था।
गगनयान और ड्रोन प्रोजेक्ट की जानकारी लीक
जांच में यह भी सामने आया कि रविंद्र ने फिरोजाबाद के हजरतपुर स्थित ऑर्डिनेंस फैक्ट्री की डेली प्रोडक्शन रिपोर्ट, ड्रोन, गगनयान प्रोजेक्ट, स्क्रीनिंग कमेटी का कॉन्फिडेंशियल लेटर और पेंडिंग रिक्विजिशन लिस्ट जैसी संवेदनशील जानकारी ISI एजेंट को भेजी थी।
ATS करेगी मामले की गहन जांच
UP एटीएस इस पूरे मामले की गहन जांच कर रही है और आरोपी के अन्य संपर्कों का पता लगाने की कोशिश कर रही है। सूत्रों के मुताबिक, पूछताछ में और भी बड़े खुलासे हो सकते हैं। ATS का मानना है कि यह केस राष्ट्रीय सुरक्षा से जुड़ा हुआ है और इसकी जांच को प्राथमिकता दी जा रही है। अब देखना होगा कि जांच में और क्या खुलासे होते हैं और इस नेटवर्क का पूरा पर्दाफाश होता है या नहीं।
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