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ट्रंप का बड़ा आरोप, भारत में चुनावों को प्रभावित करने के लिए बाइडेन प्रशासन ने खर्च किए 182 करोड़ रुपये!

ट्रंप ने जो बाइडेन प्रशासन पर आरोप लगाया है कि भारत में चुनावों को प्रभावित करने के लिए 21 मिलियन डॉलर (लगभग 182 करोड़ रुपये) खर्च किए गए।
08:45 AM Feb 21, 2025 IST | Vyom Tiwari

अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने बाइडेन प्रशासन पर गंभीर आरोप लगाया है। उन्होंने कहा है कि भारत में चुनावों को प्रभावित करने के लिए 21 मिलियन डॉलर (करीब 182 करोड़ रुपये) खर्च किए गए। ट्रंप ने सवाल उठाया कि आखिर भारत में वोटिंग बढ़ाने के लिए इतनी बड़ी रकम क्यों दी गई? क्या बाइडेन प्रशासन किसी खास उम्मीदवार को जिताने की कोशिश कर रहा था?

इस खुलासे के बाद भारत में राजनीतिक हलचल तेज हो गई है। ट्रंप ने अपनी बात को मजबूत करते हुए कहा कि जब रूस अमेरिकी चुनावों को प्रभावित करने के लिए कुछ डॉलर खर्च करता है, तो इसे साजिश बताया जाता है। लेकिन भारत में बाइडेन प्रशासन ने करोड़ों डॉलर खर्च कर दिए और इस पर कोई चर्चा तक नहीं हुई। उन्होंने भारत सरकार से मांग की कि इस मामले की पूरी जांच होनी चाहिए और इसे गंभीरता से लिया जाना चाहिए।

DOGE ने किया था खुलासा

डोनाल्ड ट्रंप की यह टिप्पणी ऐसे समय पर आई है जब अमेरिकी सरकारी दक्षता विभाग (DOGE) ने हाल ही में एक रिपोर्ट जारी की है। इस रिपोर्ट में बताया गया है कि अमेरिका की संस्था USAID ने भारत में मतदान बढ़ाने के लिए 21 मिलियन डॉलर (लगभग 175 करोड़ रुपये) की मदद दी थी।

इसी रिपोर्ट में यह भी बताया गया है कि बांग्लादेश में राजनीतिक स्थिरता बनाए रखने के लिए 29 मिलियन डॉलर (लगभग 240 करोड़ रुपये) खर्च किए गए। यह रिपोर्ट इसलिए भी महत्वपूर्ण हो जाती है क्योंकि बांग्लादेश में हाल ही में पूर्व प्रधानमंत्री शेख हसीना को सत्ता से हटाने की साजिश के आरोप लग चुके हैं।

भारत में इस मुद्दे को लेकर राजनीति शुरू 

भारत में इस खुलासे के बाद राजनीतिक दलों के बीच तीखी बयानबाजी शुरू हो गई है। भाजपा ने इसे भारत की लोकतांत्रिक व्यवस्था में बाहरी दखल करार दिया और कांग्रेस पर निशाना साधा। भाजपा नेता अमित मालवीय ने आरोप लगाया कि विदेशी ताकतें भारत की चुनावी प्रक्रिया को प्रभावित करने की कोशिश कर रही हैं। उन्होंने कहा कि भारतीय संस्थानों में विदेशी संस्थाओं की ‘सुनियोजित घुसपैठ’ हो रही है, जिसमें जॉर्ज सोरोस जैसे लोग शामिल हो सकते हैं, जो कांग्रेस और गांधी परिवार के करीबी माने जाते हैं।

कांग्रेस बोली इसकी होनी चाहिए जांच 

कांग्रेस ने इस मामले पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि भारत एक लोकतांत्रिक देश है और यहां किसी भी विदेशी दखल को स्वीकार नहीं किया जाएगा। कांग्रेस ने मोदी सरकार से मांग की है कि पिछले कुछ दशकों में USAID द्वारा भारत में दी गई सारी फंडिंग की जानकारी सार्वजनिक की जाए। पार्टी का कहना है कि अगर अमेरिका ने पहले भी इस तरह की आर्थिक मदद दी है, तो उसकी भी जांच होनी चाहिए।

बीजेपी के आरोपों पर क्या बोली कांग्रेस? 

कांग्रेस के नेताओं ने भाजपा पर आरोप लगाया है कि वह इस मामले को राजनीति के लिए इस्तेमाल कर रही है। कांग्रेस का कहना है कि अगर विदेशों से कोई मदद आई भी है, तो इसकी निष्पक्ष जांच होनी चाहिए, लेकिन भाजपा इसे राहुल गांधी के खिलाफ हमले के तौर पर इस्तेमाल कर रही है।

राहुल गांधी पहले भी विदेशों में जाकर भारत के लोकतंत्र को मजबूत करने की बात कह चुके हैं, जिस पर भाजपा ने उन्हें घेरने की कोशिश की थी।

फिलहाल, इस मामले में भारत सरकार की आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है, लेकिन भाजपा इसे राष्ट्रीय सुरक्षा और संप्रभुता से जोड़कर जोर-शोर से उठा रही है। अब देखने वाली बात होगी कि मोदी सरकार इस मुद्दे पर अमेरिका से क्या जवाब मांगती है और क्या कोई औपचारिक कार्रवाई होती है।\

 

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