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UP-MP के लोगों को मिला हजारों करोड़ का तोहफा, केंद्रीय मंत्री सीआर पाटिल ने कराया केन-बेतवा संगम

केंद्रीय जल शक्ति मंत्री सीआर पाटिल ने केन-बेतवा नदी जोड़ो परियोजना के शिलान्यास पर प्रधानमंत्री मोदी की नीतियों और अटल जी के सपनों को पूरा करने पर बड़ी बात कही।
05:59 PM Dec 25, 2024 IST | Vibhav Shukla

Ken Betwa Link Project: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आज मध्य प्रदेश के खजुराहो में केन-बेतवा लिंक परियोजना का शिलान्यास किया। इस परियोजना की कुल लागत 44,000 करोड़ रुपये है, और इसके माध्यम से मध्य प्रदेश और बुंदेलखंड के लगभग 65 लाख लोगों को लाभ मिलेगा। केन-बेतवा नदी जोड़ो परियोजना से मध्य प्रदेश के 12 शहरों और 2000 से अधिक गांवों तक सिंचाई और पीने का पानी पहुंच सकेगा। बता दें यह परियोजना वर्षों से लंबित थी, लेकिन केंद्रीय जल शक्ति मंत्री सी.आर. पाटिल की मेहनत और कोशिशों से अब इस पर काम शुरू हो सका है।

इस महत्वाकांक्षी परियोजना के शुभारंभ अवसर पर पीएम मोदी के साथ मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव, केंद्रीय जल संसाधन मंत्री सी.आर. पाटिल, भाजपा प्रदेश अध्यक्ष वीडी शर्मा, डिप्टी सीएम जगदीश देवड़ा, डिप्टी सीएम राजेंद्र शुक्ला, प्रहलाद पटेल, कैलाश विजयवर्गीय सहित कई मंत्री और भाजपा नेता मंच पर मौजूद थे।

केंद्रीय मंत्री सीआर पाटिल की मध्यस्थता में हुआ शिलान्यास

केंद्रीय जल संसाधन मंत्री सी.आर. पाटिल ने इस अवसर पर पीएम मोदी को आधुनिक भारत का भागीरथ बताते हुए कहा कि मोदी जी की नेतृत्व क्षमता के चलते देश में पानी की कमी दूर होगी और कोई भी व्यक्ति भूखा या प्यासा नहीं रहेगा। उन्होंने यह भी बताया कि नदी जोड़ो परियोजना की परिकल्पना पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी ने की थी, लेकिन उसे कार्यान्वित करने का श्रेय प्रधानमंत्री मोदी को जाता है। मोदी जी ने इस परियोजना को धरातल पर उतारने का संकल्प लिया है और इससे पूर्व में राजस्थान-मध्य प्रदेश के लिए भी नदी जोड़ो परियोजना की शुरुआत की गई थी।

 

 

 

केंद्रीय जल शक्ति मंत्री ने आगे कहा, “कुछ दिन पहले ही मोदी जी ने राजस्थान और मध्य प्रदेश के लिए नदी जोड़ो परियोजना की शुरुआत की थी, और आज वह 40,000 करोड़ रुपये से ज्यादा की राशि इस परियोजना पर खर्च कर रहे हैं। यह साबित करता है कि मोदी जी जो कहते हैं, वह करते हैं। कांग्रेस सरकार में एक प्रधानमंत्री ने कहा था कि देश की हालत ठीक नहीं है और एक वक्त का खाना छोड़ दो, लेकिन मोदी जी ने कोरोना महामारी के दौरान देश के गरीबों को भरपूर अनाज दिया और सुनिश्चित किया कि कोई भी भूखा न सोए।”

उन्होंने कहा, "मोदी जी ने नदी जोड़ने की योजना को सच कर दिखाया, वहीं नमामि गंगे जैसी परियोजनाओं पर भी काम किया। एक ऐसा बांध था, जो 85 साल से नहीं बन पा रहा था और 40 साल से रुका हुआ था, उसे मोदी जी ने पूरा किया और इसके लिए 15,000 करोड़ से लेकर 12,000 करोड़ रुपये का आवंटन किया। मोदी जी ने वह काम किए हैं, जहां पानी की कमी थी, वहां पानी पहुंचाया और जहां पानी की अधिकता थी, वहां से पानी निकालकर जरूरी जगहों तक पहुंचाया।”

पाटिल ने यह भी कहा कि, “कहा जाता है कि तीसरा विश्व युद्ध पानी को लेकर होगा, लेकिन मोदी जी की योजनाओं के कारण देश में पानी की कोई किल्लत नहीं होगी।” अंत में उन्होंने कहा, “आज प्रधानमंत्री मोदी जी इस क्षेत्र को एक बड़ी सौगात देने जा रहे हैं और इससे लाखों लोगों की जिंदगी में बड़ा बदलाव आएगा।”

44,605 करोड़ रुपये की लागत से होगा ऐतिहासिक बदलाव

प्रधानमंत्री मोदी ने खजुराहो में इस परियोजना की शुरुआत करते हुए बताया कि केन-बेतवा नदी जोड़ने से मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश के 1900 से ज्यादा गांवों को पानी की समस्या से निजात मिलेगी। इससे करीब 65 लाख लोग लाभान्वित होंगे, जिनमें 44 लाख लोग मध्य प्रदेश और 21 लाख लोग उत्तर प्रदेश से हैं।

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प्रधानमंत्री ने कहा, “केन-बेतवा लिंक परियोजना से मध्य प्रदेश के किसानों को बेहतर सिंचाई सुविधा मिलेगी और उत्तर प्रदेश के लोग स्वच्छ पेयजल का लाभ उठाएंगे। साथ ही, इस परियोजना से 103 मेगावाट जलविद्युत और 27 मेगावाट सौर ऊर्जा का भी उत्पादन होगा।”

 

 

खजुराहो में बुंदेलखंडी अंदाज में पीएम मोदी का अभिवादन

पीएम मोदी ने इस मौके पर बुंदेलखंड की जनता को खास अंदाज में संबोधित किया। उन्होंने बुंदेलखंडी भाषा में कहा, "सबई जनन को राम पहुंचे," जिससे वहां मौजूद लोग बेहद खुश हो गए। उनका यह अभिवादन सोशल मीडिया पर वायरल हो गया और जनता में खुशी का माहौल बना।

प्रधानमंत्री ने मध्य प्रदेश की तारीफ करते हुए कहा कि "पिछले दो दशकों में मध्य प्रदेश ने जो काम किया है, वह प्रशंसा के योग्य है। आने वाले समय में मध्य प्रदेश देश की प्रमुख अर्थव्यवस्थाओं में से एक बनेगा और बुंदेलखंड इस सफलता में अहम भूमिका निभाएगा।"

अटल जी के सपनों को कांग्रेस ने पूरा नहीं होने दिया

पीएम मोदी ने कहा, "हम पुराने प्रोजेक्ट्स को पूरा करने के लिए हजारों करोड़ रुपये खर्च कर रहे हैं। इसके साथ ही, हम माइक्रो इरिगेशन की तकनीक को अपनाते हुए लाखों हेक्टेयर भूमि को सिंचाई से जोड़ रहे हैं। पिछले 10 सालों में मध्य प्रदेश में 5 लाख हेक्टेयर भूमि को माइक्रो इरिगेशन से जोड़ा गया है।"

प्रधानमंत्री मोदी ने कांग्रेस पर निशाना साधते हुए कहा कि जब अटल बिहारी वाजपेयी प्रधानमंत्री थे, तब उन्होंने जल संरक्षण और नदियों को जोड़ने के लिए कई महत्वपूर्ण कदम उठाए, लेकिन कांग्रेस सरकार के आने के बाद इन योजनाओं को ठंडे बस्ते में डाल दिया गया।

 

बाबासाहेब आंबेडकर का जल संरक्षण में योगदान

प्रधानमंत्री मोदी ने जल संरक्षण के लिए बाबा साहब अंबेडकर के योगदान को भी याद किया। उन्होंने कहा, "जल प्रबंधन में बाबा साहब का योगदान बहुत बड़ा है, लेकिन कांग्रेस सरकार ने न तो उनका योगदान माना और न ही किसी को इसकी जानकारी दी।"

प्रधानमंत्री मोदी ने इस मौके पर 1153 अटल ग्राम सुशासन भवनों का भूमिपूजन भी किया। इसके अलावा, उन्होंने खंडवा जिले में ओंकारेश्वर फ्लोटिंग सौर परियोजना का लोकार्पण किया, जो राज्य के ऊर्जा संकट को दूर करने में मदद करेगा।

अटल बिहारी वाजपेयी को दी श्रद्धांजलि

प्रधानमंत्री मोदी ने इस अवसर पर पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी की याद में एक सिक्का और डाक टिकट भी जारी किया। 2024 में उनकी 100वीं जयंती मनाई जा रही है, और इस परियोजना को उनके योगदान को याद करते हुए शुरू किया गया है।

इस परियोजना से मध्य प्रदेश के करीब 44 लाख किसान परिवारों को लाभ होगा। केन-बेतवा नदी जोड़ने से इन परिवारों को सिंचाई के लिए पर्याप्त पानी मिलेगा, जिससे उनकी कृषि उत्पादन में वृद्धि होगी और उनकी आय में भी सुधार होगा।

कांग्रेस सरकारों पर मोदी का हमला

प्रधानमंत्री मोदी ने कांग्रेस पर तंज कसते हुए कहा, "कांग्रेस हमेशा घोषणाएं करती है, लेकिन उन घोषणाओं को पूरा करने में उनकी नीयत और क्षमता दोनों ही कमजोर रही है। जबकि भाजपा सरकारों ने जहां भी सत्ता में आईं, वहां विकास के कई महत्वपूर्ण कार्य किए।" प्रधानमंत्री ने इस दौरान यह भी कहा कि "हमारी सरकार का उद्देश्य केवल विकास करना नहीं है, बल्कि हर भारतीय के जीवन में खुशहाली लाना है।"

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