इस बॉलीवुड अभिनेत्री ने राज कपूर के साथ काम करने से किया था इंकार, जिंदगीभर छुपा के रखा चेहरा
Suchitra Sen: सुचित्रा सेन इंडस्ट्री की सबसे लोकप्रिय अभिनेत्रियों में से एक थीं। 17 जनवरी 2014 को उनके निधन के बाद उन्हें 2014 में प्रतिष्ठित फिल्मफेयर ईस्ट लाइफटाइम अचीवमेंट अवार्ड से सम्मानित किया गया। वह अब तक की सबसे बड़ी बंगाली अभिनेत्रियों में से एक थीं। उन्होंने फिल्मों में अपने अभिनय से हिंदी सिनेमा पर राज किया। उन्होंने 1963 के मॉस्को इंटरनेशनल फिल्म फेस्टिवल में सात पाके बांधा में अपने अभिनय के लिए सर्वश्रेष्ठ अभिनेत्री का रजत पुरस्कार जीता।
राज कपूर के साथ काम करने से किया था इंकार (Suchitra Sen)
सुचित्रा सेन (Suchitra Sen) का विवाह 1947 में दीबानाथ सेन से हुआ, जो उस युग के प्रमुख उद्योगपति आदिनाथ सेन के पुत्र थे। मार्च 1954 में उनके पुत्र मुनमुन सेन का जन्म हुआ। अमिताभ चौधरी की किताब 'आमार बंधु' के लिए उनसे बातचीत के दौरान सुचित्रा ने बताया कि उन्होंने 'हिंदी सिनेमा के पहले शोमैन' राज कपूर के साथ काम करने से मना कर दिया था। उन्होंने बताया कि मशहूर अभिनेता और निर्देशक उनके पैरों के पास बैठे और उन्हें गुलाब का गुलदस्ता भेंट किया।
उन्होंने कहा कि उन्हें यह पसंद नहीं आया कि राज कपूर उनके पैर के पास बैठे और उन्हें गुलाब का गुलदस्ता दिया। सुचित्रा और धर्मेंद्र ने 1966 में असित सेन की फिल्म ममता में साथ काम किया था।
धर्मेंद्र के साथ फिल्माया किसिंग सीन (Suchitra Sen)
एक रिपोर्ट के अनुसार, सुचित्रा ने बताया कि फिल्म के एक सीन में धर्मेंद्र ने उन्हें पीठ पर किस किया था। सुचित्रा ने बताया कि यह स्क्रिप्ट में नहीं था, लेकिन फिल्म के निर्देशक असित सेन को यह पसंद आया क्योंकि यह मनोरंजक था।
उन्होंने इसे शर्मनाक पल बताया और कहा कि उन्हें यह पसंद नहीं आया कि धर्मेंद्र ने उन्हें किस किया। 1969 में एक कार दुर्घटना में उनके पति की मौत ने उन्हें अंदर तक झकझोर कर रख दिया। 1978 में जब उनकी फिल्म प्रणय पाशा बॉक्स ऑफिस पर फ्लॉप हो गई, तो उन्होंने अभिनय छोड़ने का फैसला किया और कथित तौर पर रामकृष्ण आंदोलन की सदस्य बन गईं।
उन्होंने कभी अपना चेहरा नहीं दिखाया और एक कमरे में सभी से दूर रहकर जीवन बिताया। 17 जनवरी 2014 को दिल का दौरा पड़ने से उनकी मृत्यु हो गई और उन्होंने अपना चेहरा छिपाकर रखा.
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