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देश ने 2024 में खोया इन विशिष्ट लोगों को..., मनमोहन सिंह से लेकर रतन टाटा और शारदा सिन्हा को नहीं भूलेगा देश

साल 2024 का आज यानी 31 दिसंबर आखिरी दिन है। साल 2024 कई मायनों में देश के लिए अच्छा था, लेकिन साल 2024 में देश ने कई रत्नों को खोया है।
05:51 PM Dec 31, 2024 IST | Girijansh Gopalan
2024 में देश ने खोए अपने नायाब रत्न

आज यानी 31 दिसंबर साल 2024 का आखिरी दिन है। जहां एक तरफ साल 2024 देश के लिए कई मामलों में बहुत अच्छा साबित हुआ है, वहीं कई मामलों में ये दुर्भाग्यपूर्ण भी रहा है। साल 2024 में देश ने अपने कई नायाब रत्नों को खो दिया है। जिनका अलग-अलग क्षेत्रों में इस देश की तरक्की में बड़ा योगदान रहा है। आज हम आपको बताएंगे कि साल 2024 में देश ने किन-किन रत्नों को खोया है, जिनके योगदान को देश कभी नहीं भूलेगा।

मनमोहन सिंह की अनंत यात्रा

भारत ने अपने देश के उस रत्न को खोया है, जिन्होंने 1990 से 2000 तक के दशक में देश को वित्तीय संकट से बाहर निकाला था। बता दें कि पूर्व प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह का बीते 26 दिसंबर को निधन हो गया था। जिसके बाद देश में 7 दिन के लिए राष्ट्रीय शोक की घोषणा हुई है।

देश ने 2024 में खोया ये रत्न

• बता दें कि साल 2024 की शुरुआत हिंदी भाषा के जाने-माने कवि और प्रख्यात साहित्यकार पंडित हरीराम द्विवेदी ने 8 जनवरी की अंतिम सांस ली थी।
• भारतीय पारंपरिक संगीत के पुरोधा उस्ताद राशिद खान ने 9 जनवरी के दिन इस दुनिया को अलविदा कह दिया था।
• देश के क्लासिकल सिंगर और पद्म विभूषण से सम्मानित प्रभा अत्रे ने 13 जनवरी के दिन अपनी अनंत यात्रा पर चली गई थी।
• देश और दुनिया के मशहूर शायर मुनव्वर राणा ने 14 जनवरी के दिन इस दुनिया को अलविदा कह दिया था। जानकारी के मुताबिक वह गले के कैंसर से जूझ रहे थे।
• वहीं देश की पहली ओरल गर्भनिरोधक दवा 'सहेली' बनाने वाले डॉ. नित्या आनंद ने 27 जनवरी के दिन इस दुनिया को अलविदा कहा था।
• दिगम्बर जैन समुदाय के जाने-माने संत आचार्य विद्यासागर महाराज ने 18 फरवरी के दिन इस संसार को अलविदा कह दिया था।

• देश गजल गायक पंकज उधास ने भी 26 फरवरी को इस दुनिया को अलविदा कह दिया था। वो पैनक्रियाज कैंसर से जूझ रहे थे।
• बिहार के पूर्व डिप्टी सीएम और बीजेपी के वरिष्ठ नेता सुशील कुमार मोदी ने भी 13 मई को नई दिल्ली में अंतिम सांस ली थी।
• वहीं देश के जाने-माने क्रिकेटर अंशुमान गायकवाड़ ने 31 जुलाई 2024 के दिन इस दुनिया को अलविदा कहा था। 71 वर्ष के अंशुमान ल्यूकेमिया जैसी ब्लड कैंसर की समस्या से जूझ रहे थे।

• फादर ऑफ अग्नि मिसाइल के नाम से मशहूर डॉ. राम नारायण अग्रवाल ने 15 अगस्त 2024 के दिन इस दुनिया को अलविदा कहा था।
• भारतीय कम्युनिस्ट पार्टी के नेता और मशहूर राजनीतिज्ञ सीताराम येचुरी का निधन 12 सितंबर को दिल्ली स्थित एम्स में हुआ था। जानकारी के मुताबिक सीताराम येचुरी निमोनिया चेस्ट इंफेक्शन से जूझ रहे थे।

• साल 2024 में देश को सबसे बड़ा धक्क तब लगा था, जब देश अपने बहूमूल्य रत्न और देश के जाने-माने बिजनेसमैन रतन टाटा को खो दिया था। रतन टाटा ने 9 अक्टूबर के दिन अंतिम सांस ली थी।
• इसके अलावा भोजपुरी गीतों की मशहूर गायिका शारदा सिन्हा ने 5 नवंबर 2024 के दिन इस दुनिया को अलविदा कहा था। वह ब्लड कैंसर के ही एक रूप मल्टीपल मायलोमा से जूझ रही थी।
• मशहूर तबला वादक जाकिर हुसैन ने 16 दिसंबर के दिन इस दुनिया को अलविदा कह दिया था। उन्होंने अमेरिका में इलाज के दौरान अंतिम सांस ली थी।

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