Telangana Tunnel Rescue: 22 फ़रवरी से फसे मजदूरों निकलने के लिए सरकार ले रही रोबोट का सहारा
तेलंगाना के एसएलबीसी टनल में फंसे 8 लोगों को बचाने की कोशिशें अब तक नाकाम रही हैं। ये लोग 22 फरवरी से सुरंग में फंसे हुए हैं। अब सरकार ने बचाव कार्य के लिए नया तरीका अपनाने का फैसला किया है। 11 मार्च से सुरंग में रोबोट तैनात किए जाएंगे, जो अंदर की स्थिति को जांचने और मदद पहुंचाने में इस्तेमाल होंगे।
इसके अलावा, शव खोजी कुत्तों को भी एक बार फिर सुरंग में भेजा जाएगा ताकि उनकी मौजूदगी का पता लगाया जा सके।
अधिकारियों के मुताबिक, सुरंग के आखिरी 70 मीटर तक पहुंचना सबसे चुनौतीपूर्ण हिस्सा है, और वहां तक जाने के लिए रोबोट का इस्तेमाल किया जाएगा। भारतीय भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण (GSI) की रिपोर्ट के अनुसार, इस हिस्से में बहुत सावधानी से बचाव अभियान चलाने की जरूरत है। अब सभी एजेंसियां मिलकर इस नई रणनीति पर काम कर रही हैं।
खोजी कुत्तों को ली जाएगी मदद
रविवार को मानव अवशेष खोजने वाले खास कुत्तों (HRDD) को सुरंग के अंदर ले जाया जाएगा। ये कुत्ते 7 मार्च को बचाव अभियान में शामिल किए गए थे और उसी दिन पहली बार सुरंग में भेजे गए थे। उन्होंने दो स्थानों की पहचान की है, जहां अब पांच फीट से ज्यादा गहराई तक खुदाई की जाएगी। माना जा रहा है कि वहां मजदूर फंसे हो सकते हैं, जो अब नष्ट हो चुकी सुरंग खोदने वाली मशीन (TBM) के दूसरे हिस्से में हो सकते हैं। उधर, सुरंग से पानी और कीचड़ निकालने का काम भी लगातार जारी है।
4 करोड़ रुपए की मदद से आएंगे रोबोट
राज्य के सिंचाई मंत्री एन उत्तम कुमार रेड्डी ने सुरंग स्थल का दौरा किया और बचाव अभियान की समीक्षा की. उन्होंने अधिकारियों को तुरंत रोबोट तैनात करने के निर्देश दिए, क्योंकि टूटी हुई टीबीएम (मशीन) के टुकड़े बचाव कर्मियों के लिए खतरा बन रहे हैं. मंत्री ने बताया कि सरकार हैदराबाद की एक निजी कंपनी के रोबोट विशेषज्ञों की मदद से बचाव कार्य करेगी और इसके लिए 4 करोड़ रुपए खर्च किए जाएंगे.
रेस्क्यू ऑपरेशन में दिक्कत का कारण बनी TBM मशीन
सुरंग के अंदर विशाल टीबीएम मशीन के टुकड़े फंसे हुए हैं, जिससे बचाव दल को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है। 2 मार्च को मुख्यमंत्री ए रेवंत रेड्डी ने सुरंग का दौरा किया और बचाव कार्य में लगे अधिकारियों से बातचीत की। उन्होंने सुझाव दिया कि अगर जरूरत पड़े तो बचाव कर्मियों की सुरक्षा के लिए सुरंग के अंदर रोबोट का इस्तेमाल किया जाए।
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