130 साल की हुई 'स्कोडा', साइकिल बनाने से हुई थी शुरुआत, जानें इसका पूरा इतिहास
ऑटोमोबाइल कंपनी 'स्कोडा ऑटो' को स्थापित हुए 130 साल हो गए हैं। हालांकि, आपको जाकर हैरानी होगी कि आज यह कंपनी जहां एक से एक शानदार एसयूवी कारें बना रही है, इसकी शुरुआत साइकिल बनाने से हुई थी। इस कंपनी की स्थापना 1895 में हुई थी, जिसकी विरासत काफी शानदार है।
जब साइकिल बनाने से शुरू हुई थी 'स्कोडा' की जर्नी
बता दें कि वाकाल्व लौरिन और वाकाल्व क्लेमेंट नाम के एंटरप्रेन्योर्स ने बिजनेस शुरू करने के इरादे से 1895 में साइकिल बनाना शुरू किया। उस दौर में यूरोप में औद्योगिक क्रांति चल रही थी, कंपनी धड़ाधड़ प्रोडक्शन कर रही थी, जिसके लिए लेबर की भी मांग बढ़ रही थी। ऐसे में जो लोग फैक्ट्रीज में काम करते थे, तो उन्हें फैक्ट्री आने जाने के लिए साइकिल की जरूरत पड़ती थी और वाकाल्व लौरिन और वाकाल्व क्लेमेंट ने इस आइडिया को समझ लिया और साइकिल बनाना शुरू कर दिया।
कैसे पड़ा कंपनी का नाम स्कोडा?
पहले इस कंपनी का नाम ‘Slavia’ था। आज भी इसी नाम से कंपनी लग्जरी सेडान कार बेचती है। खैर, इसके नाम बदलने की जर्नी भी काफी रोचक है। दरअसल, साइकिल का बिजनेस अच्छा चलने के बाद कंपनी ने मोटरबाइक्स बनानी शुरू की। 1899 में पहली मोटरबाइक बाजार में आई, जिसे खूब सफलता मिली। इसके बाद इसका नाम बदलकर ‘लॉरिन एंड क्लेमेंट कंपनी’ रख दिया गया। 4,000 मोटरबाइक्स बनाने के बाद कार बनाने पर फोकस किया गया और कंपनी शुरू करने के सिर्फ 10 साल बाद 1905 तक आते-आते कंपनी स्पेशली कार बनाने लगी। हालांकि, 1914 से 1918 के बीच पहला विश्व युद्ध हुआ और ज्यादातर कंपनियों ने कार बनाना बंद कर दिया।
इस युद्ध के बाद सभी कंपनियां कार की जगह मिलिट्री के वाहन बनाने लगी थीं। स्कोडा (तब लॉरिन एंड क्लेमेंट) का भी यही हाल था। हालांकि, स्थिति तब ज्यादा खराब हो गई, जब 1924 में कंपनी में आग लग गई। इसके बाद सब खत्म हो गया और अपने बिजनेस को फिर से शुरू करने के लिए लॉरिन एंड क्लेमेंट ने 1925 में एमिल स्कोडा की कंपनी 'स्कोडा वर्क्स' के साथ हाथ मिला लिया। इसके बाद ‘लॉरिन एंड क्लेमेंट कंपनी’ का नाम 'स्कोडा' रखा गया। चेक गणराज्य की कंपनी स्कोडा ऑटो ने 1991 में जर्मनी की फॉक्सवैगन के साथ पार्टनरशिप शुरू की थी और आज वह दास ऑटोग्रुप का हिस्सा है।
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