नेशनलराजनीतिमनोरंजनखेलहेल्थ & लाइफ स्टाइलधर्म भक्तिटेक्नोलॉजीइंटरनेशनलबिजनेसआईपीएल 2025चुनाव

हवाला का पैसा और रान्या राव का मामला: क्या है हवाला, कैसे काम करता है, और सजा क्या है?

कन्नड़ एक्ट्रेस रान्या राव हवाला केस में गिरफ्तार। जानें हवाला का पूरा खेल, इसका काला सच और इसमें फंसने पर क्या होती है सजा।
10:41 AM Mar 26, 2025 IST | Rohit Agrawal

नई दिल्ली में साउथ की कन्नड़ अभिनेत्री रान्या राव की गिरफ्तारी ने एक बार फिर हवाला कारोबार को सुर्खियों में ला दिया है। ड्रग्स तस्करी के मामले में पकड़ी गई रान्या ने राजस्व खुफिया निदेशालय (DRI) की पूछताछ में कबूल किया कि उसने सोना खरीदने के लिए हवाला के जरिए पैसा लिया था। DRI ने 25 मार्च 2025 को अदालत में बताया कि यह पैसा गैरकानूनी हवाला नेटवर्क के जरिए ट्रांसफर किया गया। लेकिन हवाला क्या है, यह कैसे काम करता है, और इसमें पकड़े जाने पर क्या सजा मिलती है? आइए इसे और आसान भाषा में समझते हैं।

हवाला का पैसा क्या होता है?

हवाला एक ऐसा "अंडरग्राउंड" पैसा है, जो बिना बैंक या किसी ऑफिशियल चैनल के गुपचुप तरीके से एक जगह से दूसरी जगह भेजा जाता है। इसे "ट्रस्ट बेस्ड मनी ट्रांसफर" कह सकते हैं, क्योंकि इसमें कोई कागज़ी सबूत नहीं होता। लोग इसका इस्तेमाल टैक्स चोरी, काले धन को सफेद करने, ड्रग्स या हथियारों की तस्करी, और यहाँ तक कि आतंकवाद को फंड देने के लिए करते हैं। रान्या राव के केस में, उसने सोना खरीदने के लिए हवाला का पैसा लिया, जो मनी लॉन्ड्रिंग का एक तरीका हो सकता है।

हवाला में लेनदेन कैसे होता है?

बता दें कि हवाला का खेल कुछ कुछ जासूसी फिल्मों जैसा ही है जैसे –सीक्रेट कोड, भरोसेमंद एजेंट्स, और कोई ट्रेस नहीं। आइए इस खेल को स्टेप-बाय-स्टेप समझते हैं:

1.पैसा देना: मान लीजिए, दिल्ली में कोई शख्स (जैसे रान्या का "सप्लायर") 10 लाख रुपये हवाला एजेंट (हवालदार) को देता है और कहता है, "इसे बैंगलोर भेज दो।"
2. कोड सिस्टम: हवालदार कोई सीक्रेट कोड बनाता है (जैसे "सूरज123") और अपने बैंगलोर के पार्टनर हवालदार को फोन पर कहता है, "10 लाख दे दो, कोड पूछना।"
3. पैसा लेना: बैंगलोर में दूसरा हवालदार उस कोड के आधार पर रिसीवर (जैसे रान्या) को 10 लाख दे देता है। कोई बैंक, कोई रसीद, बस भरोसा।
4. हिसाब बराबर करना: बाद में दोनों हवालदार आपस में हिसाब चुकता करते हैं—कभी नकद, कभी सोना, या किसी और डील से।

यह सिस्टम तेज़ है, सस्ता है, और ट्रैक करना मुश्किल। रान्या के मामले में, DRI का कहना है कि सोना खरीदने के लिए पैसा इसी तरह ट्रांसफर हुआ, शायद ड्रग्स की कमाई को छिपाने के लिए।

हवाला क्यों गैरकानूनी है?

भारत में हवाला इसलिए बैन है क्योंकि यह बैंकिंग सिस्टम और सरकार की नज़र से बचकर चलता है। यह काला धन, आतंकवाद, और तस्करी का पेट्रोल है। इसे रोकने के लिए दो बड़े कानून हैं:

1. फॉरेन एक्सचेंज मैनेजमेंट एक्ट (FEMA),1999:विदेशी मुद्रा के गैरकानूनी लेनदेन को रोकता है।
2. प्रिवेंशन ऑफ मनी लॉन्ड्रिंग एक्ट (PMLA),2002:मनी लॉन्ड्रिंग और अवैध फंडिंग पर नकेल कसता है।

रान्या का सोना खरीदना PMLA के तहत मनी लॉन्ड्रिंग का मामला बन सकता है, क्योंकि हवाला से आए पैसे का सोर्स छिपाया गया।

पकड़े जाने पर क्या सजा है?

हवाला में फंसना मतलब आग से खेलना। सजा कड़ी है, और ये इस बात पर निर्भर करती है कि मामला कितना बड़ा है:

FEMA के तहत: अगर हवाला विदेशी मुद्रा से जुड़ा है, तो शामिल रकम का तीन गुना जुर्माना या 2 लाख रुपये तक का फाइन। पैसे-माल जब्त भी हो सकते हैं। न चुकाने पर सिविल जेल।
PMLA के तहत: मनी लॉन्ड्रिंग साबित हुई तो 3 से 7 साल की सजा, जो 10 साल तक बढ़ सकती है अगर आतंकवाद से लिंक मिला। साथ में 5 लाख तक का जुर्माना। सारी संपत्ति भी ज़ब्त हो सकती है।
अन्य धाराएँ: ड्रग्स तस्करी जैसे अपराधों में NDPS एक्ट लगेगा, जिसमें उम्रकैद तक की सजा हो सकती है।

रान्या के केस में, DRI ने हवाला और ड्रग्स का लिंक ढूंढा है। अगर यह साबित हो गया कि सोना ड्रग्स के पैसे से खरीदा गया, तो उसे PMLA और NDPS दोनों का सामना करना पड़ सकता है।

Tags :
DRI InvestigationGold SmugglingHawala ScandalIllegal Money TransferMoney LaunderingPMLARanya Rao

ट्रेंडिंग खबरें

Next Article