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राम मंदिर के मुख्य पुजारी सत्येंद्र दास का निधन: गोद में लेकर भागे थे रामलला को

राम जन्मभूमि के मुख्य पुजारी महंत सत्येंद्र दास का निधन। 34 वर्षों तक रामलला की सेवा करने वाले पुजारी ने लखनऊ के SGPGI में अंतिम सांस ली।
11:08 AM Feb 12, 2025 IST | Rohit Agrawal
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श्री राम जन्मभूमि के मुख्य पुजारी महंत सत्येंद्र दास का बुधवार, 12 फरवरी को निधन हो गया है। 87 वर्षीय सत्येंद्र दास की ‘ब्रेन स्ट्रोक’ के कारण तबीयत बिगड़ जाने के बाद उन्हें लखनऊ के SGPGI में रविवार को भर्ती कराया गया था। उन्हें मधुमेह और हाई ब्लड प्रेशर भी था। अस्पताल की ओर से जारी प्रेस विज्ञप्ति में कहा गया कि अयोध्या राम मंदिर के मुख्य पुजारी श्री सत्येंद्र दास जी ने आज अंतिम सांस ली। उन्हें 3 फरवरी को स्ट्रोक के कारण गंभीर हालत में न्यूरोलॉजी वार्ड के एचडीयू में भर्ती कराया गया था।

कौन थे राम मंदिर के मुख्य पुजारी सत्येंद्र दास ?

आचार्य सत्येंद्र दास का जन्म 1945 उत्तर प्रदेश के संत कबीरनगर में हुआ था। भले ही उनका भगवान की तरफ ज्यादा रहा हो लेकिन वह पढ़ाई में भी काफी आगे थे। उन्होंने संस्कृत विद्यालय से 1975 में आचार्य की डिग्री ली थी। इसके बाद उन्होंने अयोध्या में संस्कृत महाविद्यालय की नौकरी की। इसके बाद वह पुजारी बन गए और फिर हमेशा के लिए खुद को रामलला की सेवा के समर्पित कर दिया। बता दें कि राम मंदिर को लेकर हुए विवाद से भी उनका गहरा नाता रहा है। जब बड़े संगठनों ने बाबरी मस्जिद मामले हुए विवाद को लेकर मोर्चा खोला था तो आचार्य सत्येंद्र दास ही थे जिन्होंने रामलाल मुर्ती की रक्षा की थी। कहा जाता है कि बाबरी विध्वंस के दिन वह राम लला को गोद में लेकर भागे थे तब से वह उनकी पूरे मन से सेवा कर रहे हैं।

रामलला के सच्चे सेवक : टेंट से भव्य मंदिर तक की यात्रा के रहे साक्षी 

महंत सत्येंद्र दास 34 वर्षों तक राम जन्मभूमि पर रामलला की सेवा में समर्पित रहे। उन्होंने 1992 में बाबरी विध्वंस से लेकर 2024 में भव्य राम मंदिर निर्माण तक के ऐतिहासिक क्षणों को नजदीक से देखा। 1992 में जब बाबरी मस्जिद विध्वंस हुआ था, उस समय रामलला को अस्थायी टेंट में स्थापित किया गया था। महंत सत्येंद्र दास ने लगभग 28 वर्षों तक टेंट में रामलला की पूजा-अर्चना की। 2020 में अस्थायी मंदिर में स्थानांतरण के बाद भी वे उनकी सेवा में लगे रहे। 2024 में जब भव्य राम मंदिर का निर्माण हुआ और रामलला की प्राण प्रतिष्ठा हुई, तब भी वे इस ऐतिहासिक क्षण के साक्षी बने।

CM योगी ने जताया शोक

मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने दास के निधन पर शोक जताया है। उन्होंने सोशल मीडिया हैंडल X पर पोस्ट कर लिखा है, ''परम रामभक्त, श्री राम जन्मभूमि मंदिर, श्री अयोध्या धाम के मुख्य पुजारी आचार्य श्री सत्येन्द्र कुमार दास जी महाराज का निधन अत्यंत दुःखद एवं आध्यात्मिक जगत की अपूरणीय क्षति है। विनम्र श्रद्धांजलि!

तबीयत बिगड़ने पर कराया गया था एडमिट

महंत सत्येंद्र दास ने आज अंतिम सांस ली है। 3 फरवरी को तबीयत बिगड़ने के बाद उन्हें अस्पताल में एडमिट कराया गया था। उन्हें ब्रेन हेमरेज के कारण गंभीर हालत में अस्पताल में भर्ती कराया गया था। वे गंभीर हालत में न्यूरोलॉजी आईसीयू में भर्ती थे।

इन बीमारियों से जूझ रहे थे सत्येंद्र दास

मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, महंत सत्येंद्र दास को डायबिटीज और हाई ब्लड प्रेशर की समस्या थी। उन्हें 3 फरवरी को ब्रेन हेमरेज हुआ, जिसके बाद उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया था। लखनऊ के संजय गांधी पोस्ट ग्रेजुएट इंस्टीट्यूट ऑफ मेडिकल साइंसेज (एसजीपीजीआई) में इलाज चल रहा था, जहां उन्होंने आज अंतिम सांस ली।

कल होगा अंतिम संस्कार

बताया जा रहा है कि महंत सत्येंद्र दास के पार्थिव शरीर को आज PGI से अयोध्या लेकर जाएंगे। इसके बाद, कल अयोध्या के सरयू नदी में उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा। वे लखनऊ के पीजीआई में भर्ती थे।

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