Rozgar Mela: PM मोदी ने रोजगार मेले में 51,000 युवाओं को दिए जॉब लेटर, बोले- ‘यह रोजगार का नया युग’!
28 अगस्त 2023 को भारत के 45 शहरों में एक साथ रोजगार मेलों की धूम मची। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए 51 हजार युवाओं को सरकारी नौकरी के नियुक्ति पत्र सौंपे। यह कोई सामान्य आयोजन नहीं, बल्कि भारत को दुनिया की टॉप-3 अर्थव्यवस्थाओं में शामिल करने का ठोस कदम है। पीएम मोदी ने कहा कि रोजगार हमारी सबसे बड़ी प्राथमिकता है।" पिछले 9 महीनों में 7 रोजगार मेलों के जरिए 4.48 लाख युवाओं को नौकरी मिल चुकी है। 2022 में शुरू हुए इस अभियान का लक्ष्य 2023 तक 10 लाख नौकरियां देना है। आइए, जानते हैं कि यह मेला कैसे बदल रहा है युवाओं का भविष्य।
सुरक्षा से लेकर डाक तक: 51 हजार युवाओं को मिली नौकरी
इस बार के रोजगार मेले में CRPF, BSF, CISF, असम राइफल्स, ITBP, नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो, डाक विभाग और दिल्ली पुलिस जैसी प्रतिष्ठित संस्थाओं में युवाओं को नौकरियां मिलीं। इनमें इंस्पेक्टर, कांस्टेबल, क्लर्क, स्टेनोग्राफर जैसे पद शामिल हैं। पीएम मोदी ने कहा कि आज भारत अंतरिक्ष से लेकर स्टार्टअप तक हर क्षेत्र में प्रगति कर रहा है। उन्होंने पर्यटन क्षेत्र पर विशेष जोर दिया, जो 2030 तक 20 लाख करोड़ रुपये की अर्थव्यवस्था बनने की राह पर है और 13-14 करोड़ रोजगार पैदा करेगा। यह मेला सिर्फ नौकरियां देने का मंच नहीं, बल्कि युवा शक्ति को सशक्त बनाने का जश्न है।
फार्मा और ऑटोमोबाइल बनेंगे भविष्य के रोजगार हब
प्रधानमंत्री ने फार्मास्युटिकल सेक्टर की तरफ ध्यान दिलाते हुए कहा कि यह उद्योग 4 लाख करोड़ से बढ़कर 2030 तक 10 लाख करोड़ रुपये का हो जाएगा। इसका मतलब है लाखों नई नौकरियां। ऑटोमोबाइल सेक्टर भी तेजी से बढ़ रहा है, जहां स्किल्ड युवाओं की भारी मांग होगी। पीएम ने कहा, "जब हर सेक्टर तरक्की करेगा, तो अर्थव्यवस्था चमकेगी।" भारत की जीडीपी 3.7 ट्रिलियन डॉलर को पार कर चुकी है और जल्द ही यह दुनिया की टॉप-3 अर्थव्यवस्थाओं में शामिल होगा। इन रोजगार मेलों में शामिल युवा इस विकास यात्रा की रीढ़ बनेंगे। साथ ही, कर्मयोगी प्रारंभ जैसे ऑनलाइन कोर्स इन युवाओं को और अधिक स्किल्ड बनाएंगे।
रोजगार मेला राष्ट्र निर्माण का मिशन
प्रधानमंत्री कार्यालय के अनुसार, यह रोजगार मेला सिर्फ नौकरियां देने तक सीमित नहीं है, बल्कि राष्ट्र निर्माण का महाअभियान है। इन युवाओं को iGOT कर्मयोगी पोर्टल पर 680+ ई-लर्निंग कोर्सेज के जरिए ट्रेनिंग दी जाएगी। पीएम मोदी ने जोर देकर कहा कि उनकी सरकार ने भ्रष्टाचार और भाई-भतीजावाद को खत्म करते हुए पारदर्शी भर्ती प्रक्रिया सुनिश्चित की है। यह मेले विपक्ष के "बेरोजगारी" के तंज का मुंहतोड़ जवाब हैं। आज भारत का युवा डाकघर से लेकर रक्षा मंत्रालय तक, हर जगह अपनी काबिलियत साबित कर रहा है। यह रोजगार मेला विकसित भारत @2047 के सपने को साकार करने की दिशा में एक मजबूत कदम है।
बेरोजगारी पर होगा वार, भारत बनेगा आत्मनिर्भर
रोजगार मेलों की यह श्रृंखला साबित करती है कि भारत सिर्फ नौकरियां पैदा नहीं कर रहा, बल्कि युवाओं को सशक्त बना रहा है। फार्मा, ऑटोमोबाइल, पर्यटन और सुरक्षा क्षेत्र में मिल रही नौकरियां देश के आर्थिक विकास को गति देंगी। पीएम मोदी का यह अभियान न सिर्फ बेरोजगारी घटाएगा, बल्कि भारत को वैश्विक आर्थिक महाशक्ति बनाने में भी मदद करेगा। अगले कुछ वर्षों में और भी बड़े पैमाने पर रोजगार मेलों का आयोजन होगा, जो युवाओं के सपनों को पंख लगाएगा।
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