नागपुर में मोदी का भव्य स्वागत, RSS मुख्यालय पहुंचे, दीक्षाभूमि को बताया सौभाग्य
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी 30 मार्च को नागपुर पहुंचे, जहां उनका जोरदार स्वागत हुआ। सड़कों पर भारी भीड़ उमड़ी, लोगों ने उत्साह में उनके काफिले पर फूल बरसाए और वीडियो बनाते नजर आए। कई लोगों ने हाथों में "मोदी जी का स्वागत है" वाले पोस्टर भी थाम रखे थे। इस स्वागत का एक वीडियो खुद पीएम मोदी ने सोशल मीडिया पर साझा किया।
अपने दौरे के दौरान प्रधानमंत्री मोदी सबसे पहले डॉ. हेडगेवार स्मारक समिति पहुंचे। यहां उन्होंने राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) के संस्थापक डॉ. के.बी. हेडगेवार और माधव सदाशिव गोलवलकर को श्रद्धांजलि दी। इस दौरान आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत भी उनके साथ मौजूद थे। यह पहली बार था जब नरेंद्र मोदी प्रधानमंत्री के रूप में संघ मुख्यालय पहुंचे। उन्होंने आरएसएस को भारत की "अमर संस्कृति का वटवृक्ष" बताया।
इससे पहले, पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी भी अपने कार्यकाल में आरएसएस मुख्यालय जा चुके हैं। यह दौरा इसलिए भी खास माना जा रहा है क्योंकि इस साल राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ अपने 100 साल पूरे कर रहा है।
PM ने माधव नेत्रालय की आधारशिला भी रखी
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने नागपुर दौरे के दौरान कई महत्वपूर्ण जगहों का दौरा किया। सबसे पहले, वे आरएसएस स्मृति मंदिर पहुंचे और वहां कुछ समय बिताया। इसके बाद उनका काफिला दीक्षाभूमि गया, जहां वे करीब 15 मिनट तक रुके। यही वह ऐतिहासिक स्थान है, जहां डॉ. बाबासाहेब अंबेडकर ने साल 1956 में बौद्ध धर्म की दीक्षा ली थी। पीएम मोदी ने कहा कि दीक्षाभूमि हमें गरीबों, वंचितों और जरूरतमंदों के लिए समान अधिकार और न्याय की दिशा में आगे बढ़ने की प्रेरणा देती है।
इस दौरे के दौरान प्रधानमंत्री मोदी ने माधव नेत्रालय की आधारशिला भी रखी। यह अस्पताल आरएसएस के पूर्व प्रमुख माधवराव गोलवलकर के नाम पर बनाया जा रहा है।
इसके अलावा, पीएम मोदी ने सोलर डिफेंस एंड एयरोस्पेस लिमिटेड की गोला-बारूद फैक्टरी का भी दौरा किया। उन्होंने अनआर्म्ड एरियल व्हीकल (यूएवी) के लिए एक हवाई पट्टी और विस्फोटक ड्रोन के परीक्षण केंद्र का उद्घाटन किया।
इस साल RSS के सौ साल होंगे पूरे
नागपुर में हुए इस कार्यक्रम में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (RSS) के प्रमुख डॉ. मोहन भागवत, स्वामी अवधेशानंद गिरि, गोविंद गिरि महाराज, महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री देवेंद्र फड़नवीस और केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी मौजूद थे।
प्रधानमंत्री ने अपने भाषण की शुरुआत मराठी में की और कहा कि आज भगवान झूलेलाल और गुरु अंगद देव जी की जयंती है। उन्होंने यह भी बताया कि इस साल RSS अपनी 100 साल की गौरवशाली यात्रा पूरी कर रहा है।
पीएम ने कहा कि उन्हें नागपुर के स्मृति मंदिर में आकर RSS के संस्थापक डॉ. हेडगेवार और गुरुजी गोलवलकर को श्रद्धांजलि देने का अवसर मिला। साथ ही, उन्होंने दीक्षाभूमि जाकर डॉ. बाबासाहेब आंबेडकर को भी नमन किया और इसे अपना सौभाग्य बताया।