पहलगाम आतंकी हमला: कौन-कौन सी एजेंसियां कर रही हैं जांच? जानें पूरी डिटेल
जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल 2025 को हुए आतंकी हमले ने पूरे देश को हिलाकर रख दिया। बैसरन घाटी में आतंकियों ने टूरिस्ट्स पर ताबड़तोड़ गोलियां बरसाईं, जिसमें 26 लोगों की जान चली गई। चश्मदीदों का कहना है कि आतंकियों ने गोली मारने से पहले लोगों से उनका धर्म पूछा। इस हमले में सबसे ज्यादा 5 टूरिस्ट महाराष्ट्र के थे, जबकि 4 कर्नाटक से। हमले की खबर मिलते ही पीएम नरेंद्र मोदी ने सऊदी अरब का दौरा बीच में छोड़कर दिल्ली वापसी की। गृह मंत्री अमित शाह, रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह और सेना के बड़े अफसर भी फौरन एक्शन मोड में आ गए।
खबर है कि इस हमले को 6 आतंकियों ने अंजाम दिया। लश्कर-ए-तैयबा के विंग द रजिस्टेंस फ्रंट (TRF) ने इसकी जिम्मेदारी ली है। खुफिया सूत्रों का दावा है कि हमले की साजिश पाकिस्तान में रची गई। सेना ने इलाके में सर्च ऑपरेशन शुरू कर दिया है। अब बड़ा सवाल ये कि इस हमले की जांच कौन-कौन सी एजेंसियां कर रही हैं? आइए, डिटेल में समझते हैं।
NIA को मिली जांच की जिम्मेदारी
पहलगाम हमले के बाद देश की सिक्योरिटी एजेंसियां हाई अलर्ट पर हैं। गृह मंत्रालय ने इस मामले की जांच नेशनल इन्वेस्टिगेशन एजेंसी (NIA) को सौंप दी है। दिल्ली और जम्मू से NIA की एक हाई-लेवल टीम, जिसे इंस्पेक्टर जनरल लीड कर रहे हैं, पहलगाम पहुंच चुकी है। टीम ने मौके पर जांच शुरू कर दी है। लोकल पुलिस NIA के साथ मिलकर काम कर रही है। कुछ रिपोर्ट्स में दावा है कि हमले का मास्टरमाइंड सैफुल्लाह कसूरी हो सकता है, जो हाफिज सईद का करीबी बताया जाता है। NIA अब इस साजिश के हर पहलू को खंगाल रही है, ताकि आतंकियों और उनके सपोर्टर्स तक पहुंचा जा सके।
सेना भी कर रही अपनी जांच
हमले के बाद रक्षा मंत्रालय ने भी कमर कस ली है। रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने तीनों सेना प्रमुखों के साथ एक हाई-लेवल मीटिंग की। सूत्रों के मुताबिक, इस मीटिंग में सिक्योरिटी में हुई चूक और आतंकियों को जवाब देने की रणनीति पर गहन चर्चा हुई। माना जा रहा है कि इस मीटिंग में बने प्लान को पीएम मोदी के सामने कैबिनेट कमेटी ऑन सिक्योरिटी (CCS) की मीटिंग में रखा जाएगा। इसके अलावा, सेना अपने लेवल पर भी इस हमले की तहकीकात कर रही है। आर्मी ये समझने की कोशिश कर रही है कि आतंकी इतने सेंसिटिव इलाके में इतना बड़ा हमला कैसे कर पाए।
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