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Padma Award 2024 : राष्ट्रपति आज राजस्थान की पांच हस्तियों को करेंगी पद्मश्री से सम्मानित, राष्ट्रपति भवन में होगा समारोह

Padma Award: नई दिल्ली। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू आज शाम पद्म पुरस्कार विजेताओं को सम्मानित करेंगी। विभिन्न हस्तियों को विभिन्न क्षेत्रों में विशिष्ट उपलब्धि पर दिए जाने वाले 132 पद्म पुरस्कारों में 5 पद्म विभूषण, 17 पद्म भूषण और 110 पद्मश्री...
12:36 PM Apr 22, 2024 IST | Chandramauli

Padma Award: नई दिल्ली। राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू आज शाम पद्म पुरस्कार विजेताओं को सम्मानित करेंगी। विभिन्न हस्तियों को विभिन्न क्षेत्रों में विशिष्ट उपलब्धि पर दिए जाने वाले 132 पद्म पुरस्कारों में 5 पद्म विभूषण, 17 पद्म भूषण और 110 पद्मश्री पुरस्कार शामिल हैं। पद्मश्री पाने वालों में राजस्थान की पांच हस्तियां शामिल हैं।

 

आइए जानते हैं राजस्थान की सम्मानित होने वाली हस्तियों के बारे में...

 

 

बहरूपिया बाबा जानकीलाल भांड

पद्म अवॉर्ड हासिल करने वालों में पहला नाम भीलवाड़ा के जानकीलाल भांड का है, जो कि स्वांग कला के प्रसिद्ध कलाकार हैं। 83 वर्षीय जानकीलाल बहरूपिया कलाकार हैं और इन्हें बहरूपिया बाबा के नाम से भी जाना जाता है। जानकीलाल विरासत में मिली कला को आगे बढ़ा रहे हैं। जानकीलाल ने अपनी रंगकला के माध्यम से ग्लासगो, बर्लिन, न्यूकेसल, लंदन, न्यूयॉर्क, दुबई, मेलबोर्न में भी प्रस्तुतियां दीं हैं। वे होली और अन्य त्योहार पर शहर में अपनी कला से लोगों का लोकानुरंजन करते हैं।

 

 

लक्ष्मण भट्ट तैलंग - ध्रुपद गायक

 

 

पंडित लक्ष्मण भट्ट तैलंग ने दुनिया भर में ध्रुपद गायन को विशिष्ट स्थान दिलाया। 93 साल के सुविख्यात ध्रुवपदाचार्य को पद्म अवॉर्ड से सम्मानित किया जाना है। आज वह बच्चों को ध्रुवपद संगीत की शिक्षा देते हैं। बचपन में परिवार की आर्थिक स्थिति सही नहीं होने के चलते उन्होंने सड़कों पर पिता द्वारा लिखी किताबों को बेचने का काम किया। इन्होंने संघर्ष के साथ-साथ 1950 से 1992 तक वनस्थली विद्यापीठ से पढ़ाई की।

 

 

 

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मांड गायकी से मिली अली मोहम्मद और गनी मोहम्मद को पहचान

 

बीकानेर के तेजरासर गांव के रहने वाले अली मोहम्मद और गनी मोहम्मद की जोड़ी ने संगीत के क्षेत्र में गजल संगीत के साथ ही मांड गायकी को भी राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर तक पहुंचाया है। उन्होंने मांड गायकी की पारंपरिक शैली को संरक्षित करने के साथ-साथ इसे आधुनिक रूप भी दिया है। उन्होंने मांड गायकी को विभिन्न भाषाओं में भी प्रस्तुत किया है। अली मोहम्मद और गनी मोहम्मद को उनके योगदान के लिए कई सम्मान मिल चुके हैं। उन्हें राजस्थान सरकार द्वारा कलाश्री सम्मान, भारत सरकार द्वारा पद्म श्री सम्मान और राजस्थान संगीत नाटक अकादमी द्वारा लता मंगेशकर सम्मान से सम्मानित किया गया है।

 

 

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घायलों के इलाज में सहायता करती हैं डॉ. माया टंडन

 

 

जेके लोन अस्पताल की पूर्व अधीक्षक 85 वर्ष की डॉ. माया टंडन 1995 में सेवानिवृत्त होने के बाद से सड़क सुरक्षा के क्षेत्र में काम करती हैं। सहायता संस्था की अध्यक्ष हैं और सड़क हादसों में घायल हुए लोगों की जान बचाने में जुटी हुई हैं।

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