New Financial Year: अप्रैल में कैसा रहेगा मार्केट ? 10 वित्त वर्षों के आंकड़ों से समझें गणित
New Financial Year: आज वित्त वर्ष 2024-25 का आखिरी दिन है, कल एक अप्रैल से नए वित्त वर्ष 2025-25 की शुरुआत हो जाएगी। (New Financial Year) इस बार अमेरिकी टैरिफ सहित कई कारणों से मार्केट में अनिश्चितता का माहौल बना हुआ है। ऐसे में शेयर मार्केट में निवेश करने वाले यह जानना चाहते हैं कि आखिर नए वित्त वर्ष की शुरुआत कैसी रहने वाली है? हालांकि साफ तौर पर यह बताना काफी मुश्किल है, मगर पिछले 10 वित्त वर्षों के आंकड़ों से मार्केट को लेकर कयास लगाए जा रहे हैं।
निवेशकों के लिए कैसा रहेगा अप्रैल ?
भारतीय शेयर बाजार पिछले कुछ दिनों से अच्छा चल रहा है, मगर इससे पहले शेयर मार्केट ने कई उतार चढ़ाव भी देखे। अब एक अप्रैल से नए वित्त वर्ष की शुरुआत होने जा रही है। मगर इस बीच अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प की ओर से टैरिफ की चेतावनी के चलते मार्केट में अनिश्चितता का माहौल भी बना हुआ है। ऐसे में निवेशकों के मन में कई सवाल कौंध रहे हैं। निवेशकों यह जानना चाहते हैं कि आखिर नए वित्त वर्ष की शुरुआत में मार्केट कैसा रहने वाला है? निवेशकों के इस सवाल का जवाब पिछले 10 साल के आंकड़ों से मिल सकता है।
10 साल के आंकड़े दे रहे क्या संकेत?
नए वित्त वर्ष की शुरुआत में मार्केट कैसा रहेगा? यह साफ तौर पर तो कोई नहीं बता सकता। मगर पिछले 10 साल के आंकड़ों से इसके कुछ संकेत जरुर मिलते हैं। बीते 10 साल का रिकॉर्ड देखें तो जाहिर होता है कि अप्रैल में मार्केट ज्यादातर पॉजिटिव ही रहा है। पिछले 10 सालों में अप्रैल में निफ्टी ने 7 बार बढ़त हासिल की। जबकि सिर्फ तीन बार रिटर्न निगेटिव रहा। JM फाइनेंशियल की रिपोर्ट के मुताबिक निफ्टी की चाल 2015, 2012 और 2022 को छोड़कर अप्रैल के महीने में बेहतर रही है। साल 2018 और 2020 में निफ्टी ने करीब 5 फीसदी का रिटर्न दिया। तो पिछले 10 साल में 8 बार निफ्टी मिडकैप का इंडेक्स बढ़ा है। एनर्जी, ऑटो, मेटल्स भी 10 साल में 8 बार ग्रीन जोन में बंद हुए।
मार्च की तेजी अप्रैल में भी बरकरार !
मार्केट के एक्सपर्ट के मुताबिक अगर मार्च में मार्केट में तेजी बनी रहती है, तो फिर अगले वित्त वर्ष की शुरुआत यानी अप्रैल में भी मार्केट में यह तेजी बरकरार रह सकती है। मीडिया रिपोर्ट्स की मानें तो 2028 तक भारत दुनिया की तीसरी बड़ी इकॉनोमी होगी। रिपोर्ट के मुताबिक भारत की अर्थव्यवस्था 2026 तक 3.6 ट्रिलियन डॉलर से 4.7 ट्रिलियन डॉलर तक जा सकती है। विदेशी निवेशकों की वापसी से भी बाजार में उत्साह का माहौल है। इसी तरह बाजार में गिरावट के बाद वैल्यूएशन और इकोनॉमिक ग्रोथ में सुधार की वजह से अप्रैल में मार्केट अच्छा रहने की उम्मीद है।
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