फुल बॉडी स्कैन ने बचाई जान, वरना शरीर में टाइम बम लिए घूम रही थी महिला
सोचो, मस्ती-मजाक में तुम किसी मेडिकल टेस्ट के लिए जाओ और पता चले कि तुम्हारे शरीर में एक टाइम बम छिपा बैठा है, जो कभी भी फट सकता है! ऐसा ही हुआ अमेरिका की सारा ब्लैकबर्न के साथ। न कोई बीमारी, न कोई लक्षण, हेल्दी लाइफ जी रही थीं, लेकिन एक रूटीन स्कैन ने उनकी जिंदगी हमेशा के लिए बदल दी।
मस्ती-मजाक में करवा दिया स्कैन, पर रिपोर्ट देख उड़ गए होश!
सारा ब्लैकबर्न पूरी तरह फिट और हेल्दी थीं। उन्हें कोई हेल्थ प्रॉब्लम नहीं थी, लेकिन एक दिन मस्ती-मजाक में उन्होंने 'प्रीनूवो' नाम का फुल बॉडी स्कैन करवाने का सोचा। उन्हें लगा कि इससे बस मन को थोड़ी तसल्ली मिल जाएगी, लेकिन रिपोर्ट ने उनके होश उड़ा दिए। प्रीनूवो एक 60 मिनट का स्पेशल स्कैन होता है, जिसमें शरीर के हर बड़े अंग का डिटेल में चेकअप किया जाता है। ब्रेन, स्पाइन और कई मिलियन डेटा पॉइंट्स को रिकॉर्ड किया जाता है। हालांकि, यह कोई रेगुलर हेल्थ चेकअप नहीं है, बल्कि उन लोगों के लिए ज्यादा जरूरी होता है, जिनकी फैमिली हिस्ट्री या लाइफस्टाइल उन्हें हाई रिस्क कैटेगरी में रखती हो।
MRI स्कैन में निकला ‘टाइम बम’, शरीर में छिपी थी खतरनाक बीमारी
जब रिपोर्ट आई तो सारा और उनका परिवार दंग रह गया। डॉक्टर्स ने पाया कि सारा के शरीर में 'प्लीहा धमनी धमनीविस्फार' (Splenic Artery Aneurysm) नाम की गंभीर स्थिति थी। यह एक ऐसी समस्या है, जिसमें धमनी की दीवार कमजोर हो जाती है और एक गुब्बारे की तरह फूल जाती है। जब यह फटता है, तो सीधे मौत का खतरा होता है। सबसे चौंकाने वाली बात ये थी कि सारा को इस बीमारी के कोई लक्षण नहीं थे। अगर उन्होंने स्कैन न करवाया होता, तो यह किसी भी वक्त फट सकता था और उनकी जान चली जाती।
सर्जरी कर निकाला गया स्प्लीन, अब बिना तिल्ली के जी रही हैं सारा
रिपोर्ट आने के बाद डॉक्टर्स ने तुरंत आगे के टेस्ट करवाए और पता चला कि उनकी प्लीहा धमनी में दो धमनीविस्फार थे। हालात इतने गंभीर थे कि डॉक्टर्स ने उनकी तिल्ली (स्प्लीन) को ही निकालने का फैसला किया। सर्जरी सफल रही, लेकिन अब सारा को बिना स्प्लीन के ही जिंदगी बितानी होगी। सर्जरी के बाद वह रिकवरी कर रही हैं और इस बात के लिए ऊपरवाले का शुक्रिया अदा कर रही हैं कि उन्होंने स्कैन करवा लिया, वरना उनकी जान जा सकती थी।
लोगों को मिली सीख – फुल बॉडी स्कैन जरूरी या बेकार?
सारा ने यह पूरा एक्सपीरियंस अपने टिकटॉक अकाउंट पर शेयर किया, जहां लोगों ने अलग-अलग तरह की राय दी। कुछ का कहना था कि फुल बॉडी स्कैन करवाना अच्छा आइडिया है, क्योंकि यह छिपी हुई बीमारियों को समय रहते पकड़ सकता है। वहीं, कुछ लोगों ने इसे बेकार और चिंता बढ़ाने वाला बताया। अगर सारा ने ये टेस्ट न करवाया होता, तो शायद आज वह जिंदा न होतीं। ऐसे में सवाल उठता है – क्या समय-समय पर पूरा शरीर स्कैन करवाना चाहिए? या फिर यह सिर्फ बेवजह की फिक्र बढ़ाने का एक तरीका है? आपकी क्या राय है?
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