Mobile Recharge Hike 2025: रिचार्ज कराना अब पड़ेगा भारी, फिर से महंगे होने वाले हैं सभी प्लान, यूजर्स की बढ़ेगी टेंशन!
Mobile Recharge Hike 2025: 2024 में जियो, एयरटेल और वोडा-आइडिया की टैरिफ बढ़ोतरी से जूझ रहे 120 करोड़ मोबाइल यूज़र्स के लिए बुरी खबर है। ET टेलिकॉम और मनी कंट्रोल की रिपोर्ट्स के मुताबिक, टेलिकॉम कंपनियाँ 2025 के नवंबर-दिसंबर में प्रीपेड और पोस्टपेड रिचार्ज के दाम 10-20% तक बढ़ा सकती हैं। यह छह साल में चौथी बढ़ोतरी होगी, जिसका कारण 5G नेटवर्क विस्तार और बढ़ती लागत बताया जा रहा है। इससे कंपनियों का रेवेन्यू 19% तक बढ़ सकता है, लेकिन आम आदमी, खासकर गरीब, पर अतिरिक्त बोझ पड़ेगा। आइए, इसे सरल भाषा में समझें, जैसे दोस्तों के साथ गपशप!
क्यों हो रही टैरिफ बढ़ोतरी?
टेलिकॉम कंपनियाँ 5G नेटवर्क के विस्तार, स्पेक्ट्रम खरीद, और बढ़ती लागत को टैरिफ बढ़ोतरी का कारण बता रही हैं। वोडा-आइडिया के सीईओ अक्षय मूंद्रा का कहना है कि भारत जैसे बाज़ार में हर 9 महीने में टैरिफ बढ़ना ज़रूरी है ताकि बेहतर नेटवर्क और सर्विस दी जा सके। बर्नस्टीन की एक रिपोर्ट के अनुसार, यह बढ़ोतरी वित्त वर्ष 2027 तक जारी रह सकती है, क्योंकि कंपनियाँ रेट रिपेयर के ज़रिए रेवेन्यू बढ़ाना चाहती हैं। इससे जियो और एयरटेल जैसे दिग्गजों को 19% रेवेन्यू वृद्धि की उम्मीद है, जिसमें एयरटेल सबसे मज़बूत स्थिति में है।
आम आदमी पर क्या असर?
बता दें कि पिछले साल जुलाई 2024 में जियो (12-27%), एयरटेल (11-21%), और वोडा-आइडिया (10-23%) ने टैरिफ बढ़ाए थे, जिससे 28 दिन का सबसे सस्ता रिचार्ज ₹200 के आसपास पहुँच गया। अब 10-20% और बढ़ोतरी का मतलब है कि औसतन ₹300 का रिचार्ज ₹350 तक जा सकता है। कॉलिंग, इंटरनेट, और SMS के लिए ज़्यादा खर्च से गरीब और मध्यम वर्ग पर बोझ बढ़ेगा। X पर यूज़र्स इसे "लूट" बता रहे हैं। वहीं, कुछ का कहना है कि BSNL जैसे सस्ते विकल्प चुनने की ज़रूरत है।
कंपनियों का रेवेन्यू बढ़ेगा, लेकिन सेवा का क्या?
2024 की बढ़ोतरी से जियो, एयरटेल, और वोडा-आइडिया का ARPU (औसत रेवेन्यू प्रति यूज़र) क्रमशः ₹181.7, ₹209, और ₹146 हो गया। नई बढ़ोतरी से ARPU को ₹300 तक ले जाने का लक्ष्य है, जो कंपनियों की 5G निवेश लागत को संतुलित करेगा। एयरटेल का दावा है कि यह बेहतर नेटवर्क क्वालिटी के लिए ज़रूरी है, लेकिन X पर लोग शिकायत कर रहे हैं कि "पैसे ज़्यादा, सर्विस वही!" BSNL ने 2024 में 55 लाख नए ग्राहक जोड़े, जबकि जियो, एयरटेल, और वोडा-आइडिया ने 40-50 लाख ग्राहक खोए, जो असंतोष को दर्शाता है।
ये ट्रिक अपनाकर मिल सकती है कुछ राहत
दरअसल उपभोक्ता लंबी अवधि के प्लान (जैसे 84 दिन या वार्षिक) चुनकर बढ़ोतरी से पहले रिचार्ज कर सकते हैं। जियो यूज़र्स 50 रिचार्ज क्यू कर सकते हैं, लेकिन वोडा-आइडिया में यह सुविधा नहीं है। BSNL के सस्ते प्लान, जैसे 150 दिन का प्लान, विकल्प बन रहे हैं, जिसने निजी कंपनियों को टक्कर दी है। X पर @pabnaindia ने लिखा कि BSNL के प्लान ने निजी कंपनियों के होश उड़ा दिए!" सरकार और TRAI ने हस्तक्षेप से इनकार किया है, क्योंकि टैरिफ बाज़ार की माँग-आपूर्ति पर निर्भर हैं।
क्यों अहम है यह खबर?
यह बढ़ोतरी न सिर्फ जेब पर असर डालेगी, बल्कि भारत के डिजिटल इकोनॉमी पर भी सवाल उठाएगी, जहाँ सस्ता डेटा इंटरनेट क्रांति का आधार था। X पर लोग पूछ रहे हैं, "5G के नाम पर कितना लूटेंगे?" यह सरकार की कूटनीति और टेलिकॉम नीतियों पर भी दबाव डालेगा। क्या BSNL बाज़ार में वापसी करेगा, या निजी कंपनियाँ मनमानी करेंगी? यह 2025 का बड़ा सवाल है।
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