नहीं रहीं 'मास्टरशेफ इंडिया' की फाइनलिस्ट उर्मिला आशेर, 'गुज्जू बेन' का 79 साल की उम्र में हुआ निधन
उम्र के किसी भी पड़ाव पर अपने सपने को कैसे पूरा किया जता है, इसकी एक मिसाल 'मास्टरशेफ इंडिया' की पूर्व प्रतियोगी उर्मिला आशेर ने पेश की थी। उन्होंने 70 की उम्र में शो में हिस्सा लिया था। हालांकि, लोगों को इंस्पायर करने वालीं उर्मिला आशेर अब हमारे बीच नहीं रहीं। 79 साल की उम्र में हार्ट अटैक आने से उनका निधन हो गया।
उर्मिला जमनादास आशेर का 79 साल की उम्र में निधन
उर्मिला जमनादास आशेर 'गुज्जू बेन' के नाम से मशहूर थीं। हाल ही में, उनके इंस्टा हैंडल पर एक पोस्ट के जरिए उनके निधन की घोषणा की गई। पोस्ट में उनकी तस्वीर के साथ एक ग्राफ़िक नोट शेयर किया गया है, जिसमें बताया गया है कि 7 अप्रैल 2025 को उनका निधन हो गया।
फोटो के साथ शेयर किए गए नोट में लिखा है, "उनकी रसोई से लेकर आपके दिलों तक, उनकी गर्मजोशी, हंसी और ज्ञान ने जीवन बदल दिया। आइए हम उन्हें आंसुओं के साथ नहीं, बल्कि ताकत के साथ याद करें, जो उन्होंने हमें दिखाई, निडर होने की ताकत, पूरी तरह से प्यार करने की ताकत, खुशी से जीने की ताकत। बा की यात्रा यहीं खत्म नहीं होती। यह हर उस व्यक्ति में जीवित है जिसे उन्होंने छुआ, हर हंसी जो उन्होंने साझा की और हर आत्मा जिसे उन्होंने प्रेरित किया। हम उनकी लौ को आगे ले जाएंगे।"
पोस्ट में यह भी बताया गया कि उर्मिला आशेर का अंतिम संस्कार मंगलवार 8 अप्रैल 2025 को सुबह 8 बजे मुंबई के चंदनवाड़ी श्मशान घाट पर हुआ। इस खबर ने उनके फैंस और शो में उनके साथ कंटेस्टेंट रहे लोगों को चौंका दिया। उनकी सह-प्रतियोगियों में से एक अरुणा विजय ने लिखा, "हमेशा एक प्रेरणा रही हैं, आपको याद करूंगी बा।" वहीं, एक अन्य नेटिजन ने लिखा, "वह एक बहुत ही गहन व्यक्तित्व थीं। उन्हें निश्चित रूप से याद किया जाएगा। उनकी आत्मा को शांति मिले और पूरे परिवार को और ताकत मिले।"
उर्मिला जमनादास आशेर कौन थीं?
उर्मिला जमनादास आशेर को 'गुज्जू बेन' के नाम से जाना जाता है, जिन्होंने अपनी कुकिंग से लोगों के दिलों में एक खास जगह बनाई। हालांकि, दिल दहला देने वाली घटनाओं में उन्होंने अपने तीन बच्चों को खो दिया था। दरअसल, उनकी 2.5 वर्षीय बेटी एक इमारत से गिर गई थी, जिसकी मौके पर ही मौत हो गई थी। उनके बड़े बेटे की मृत्यु ब्रेन ट्यूमर से हुई और उनके छोटे बेटे की हार्ट बीट रुकने से जान चली गई थी। उनका इकलौता पोता हर्ष उनके लिए शक्ति का स्रोत बन गया, जिसने एक दुर्घटना में अपना ऊपरी होंठ खो दिया था, लेकिन फिर भी उन्होंने जीवन में कड़ी मेहनत करने का फैसला किया।
इसके बाद, उन्होंने 203 घरों में खाना बनाकर पैसे कमाए और बाद में एक छोटा सा फूड बिजनेस 'गुज्जू बेन ना नाश्ता' शुरू किया, जो मुंबई में ताज़ा भोजन और स्नैक्स परोसता था। लॉकडाउन के दौरान उन्होंने अपने पोते हर्ष के साथ अपना YouTube चैनल 'गुज्जू बेन ना नाश्ता' शुरू किया, जिसके बाद वह मशहूर हो गईं। वह अलग-अलग रेसिपी शेयर करती थीं और YouTube पर उनके 3.84 लाख और इंस्टाग्राम पर 302 K फॉलोअर्स हैं।
फिलहाल, हम भी नम आंखों से उन्हें श्रद्धांजलि देते हैं।
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