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KathaVachak Pradeep Mishra:कथावाचक पं. प्रदीप मिश्रा नहीं सुना पाएंगे कथा, भक्तों से क्यों बोले ऐसा ?

 KathaVachak Pradeep Mishra:भोपाल। सीहोर के प्रसिद्ध कथावाचक प्रदीप मिश्र दूसरों को तो रुद्राक्ष देकर चमत्कार की बात करते हैं लेकिन अब खुद एक नरियल का शिकार हो गए हैं , जिसके लिए वे खुद के बताए नुस्खोंं   की जगह डाक्टरों...
10:49 AM Apr 02, 2024 IST | Saraswati Chandra

 KathaVachak Pradeep Mishra:भोपाल। सीहोर के प्रसिद्ध कथावाचक प्रदीप मिश्र दूसरों को तो रुद्राक्ष देकर चमत्कार की बात करते हैं लेकिन अब खुद एक नरियल का शिकार हो गए हैं , जिसके लिए वे खुद के बताए नुस्खोंं   की जगह डाक्टरों की शरण में हैं .पं. प्रदीप मिश्रा खुद के  बताएं नुस्खे की जगह डॉक्टर इलाज पर भरोसा कर रहे हैं और अपने भक्तों से कह रहे हैं कि 29 मार्च को होली खेलते वक्त गुलाल की जगह किसी ने उन पर नारियल फेंक दिया था और नारियल की इतनी गंभीर चोट आई कि अब वह कथा नहीं कर सकेंगे

  रुद्राक्ष बांटने वाले कथावाचक . प्रदीप मिश्रा खुद पहुंचे डॉक्टरों की शरण में

कथा सुनने वालों और शिष्यों को लगातार टीवी पर अलग-अलग छोटे-छोटे नुस्खे बताने वाले पंडित प्रदीप मिश्रा अब डॉक्टरों की शरण में है वे अपने अनुयायियों से कह रहे हैं कि अभी फिलहाल कुछ दिनों तक कथा नहीं सुन सकेंगे क्योंकि उनके दिमाग के अंदरूनी भाग में सूजन है और सूजन की वजह से डॉक्टर ने उन्हें कथा करने को मना किया है। इसके लिए वे भक्तों से माफी मांगते हुए कहते हैं की जब चोट लगती है तो कई बार सूजन आ जाती है और वह सूजन ऊपर दिखती है लेकिन मुझे यह नारियल से चोट आई है जिससे अंदर सूजन है , डॉक्टर ने कहा है जब तक आपकी दिमाग के अंदर की सूजन ठीक नहीं हो जाएगी आप कथा नहीं कर सकते।

 आष्टा में महादेव की होली के जुलूस में किसी ने उन पर गुलाल की जगह नारियल फेंका जिससे सिर पर चोट

पंडित प्रदीप मिश्रा  नीमच के मनासा के रामपुर रोड पर शिव पुराण कथा करने वाले थे  सारी तैयारियां के होने के बाद  अचानक भक्तों से कहना पड़ा कि वह कथा नहीं कर सकते और कथा को निरस्त किया गया प्रदीप मिश्रा ने बताया कि 29 मार्च को आष्टा में महादेव की होली के जुलूस में किसी ने उन पर गुलाल की जगह नारियल फेंक दिया जिससे उनके सिर पर चोट आई है।

भक्तों को बोले गुरुजी अभी कुछ दिन नहीं सुना पाऊंगा आपको कथा , डॉक्टरों ने आराम की सलाह दी है

पंडित प्रदीप मिश्रा मानस के रामपुर रोड पर शिव पुराण कथा करने वाले थे लेकिन सारी तैयारियां के होने के बाद भी अचानक उनका भक्तों से कहना पड़ा कि वह कथा नहीं कर सकते और कथा को निरस्त किया गया प्रदीप मिश्रा ने बताया कि 29 मार्च को आष्टा में आज महादेव की होली के जुलूस में किसी ने उन पर गुलाल की जगह नारियल फेंक दिया जिससे उनके सिर पर चोट आई है।

नीमच के मनासा में होनी थी 1 से 7 अप्रैल तक कथा , करानी पड़ी निरस्त

1 से 7 अप्रैल तक मनासा के अक्षत नगर कॉलोनी के समीप यह कथा का आयोजन होना था। जिसकी संपूर्ण तैयारियां पूर्ण हो चुकी थी और  कथा के पहले दिन पंडित प्रदीप मिश्रा ने मंच से आकर स्वास्थ्य खराब होने का हवाला देते हुए कथा को निरस्त कर दिया है । उन्होंने कहा कि अगले वर्ष में मनासा में पुनः जाकर कथा करेंगे और यजमान यही रहेंगे लेकिन कथा का खर्च उनकी समिति उठेगी।

ट्रैफिक जाम की नौबत बन पड़ी:

वही कथा निरस्त होने के बाद एकाएक लोगो की भारी भीड़ सड़को पड़ निकल आयी। शहर की सभी सड़को पर जाम के हालात पैदा हो गए। शहर से बाहर जाने वाले और आने वाले तमाम मार्गों पर जाम के हालात देखे गए। लोग जल्द से जल्द घर जाने के लिए आतुर दिखाई दिए। वहीं पुलिस और वालंटियर भी लगातार ट्रैफिक व्यवस्था का सुचारू बनाने के लिए सड़कों पर मशक्कत करते हुए दिखाई दिए।

लोग हुए भावुक कथा सुनने वाली  महिलाएं रो पड़ीं:

इससे कथा सुनने वाले बहुत निराश हैं उनका कहना है हम बड़ी दूर से आए हैं और जब कथा नहीं हुई तो हमको बहुत मायूसी हुई है, पंडित प्रदीप मिश्रा की कथा निरस्त होने की सूचना के बाद वहां मौजूद कई लोग भावुक नजर आए। आयोजकों के साथ कथा श्रवण करने आए भक्तगण भी मायूस हो गए। कुछ महिलाएं अपने पर नियंत्रण नहीं रख पाई और रोने लगी। उन्हें काफी दुख हुआ कि पंडित जी यहां आए लेकिन कथा नहीं हो पाई। आयोजकों को इस बात का काफी दुख था कि विगत कई दिनों से वह आयोजन को लेकर दिन रात लगे हुए थे। तमाम तैयारियां के होने के बावजूद भी कथा इस तरह से निरस्त होना उनके लिए पीड़ा दायक है।

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पूर्व में भी निरस्त हुआ था,भीड़ के चलते पहले भी प्रशासन से  नहीं मिली थी कथा की अनुमति

शुरुआत से ही श्री शिव महापुराण कथा का आयोजन मनासा में असमंजस भरा दिखाई दिया। पहले प्रशासन के द्वारा 11 बिंदु पर अनुमति पर सहमति दी थी। मगर आयोजन की कुछ दिन पूर्व तक भी व्यवस्थाएं संतोषजनक नहीं अपने जाने पर प्रशासन ने अनुमति को निरस्त कर दी थी। इसके बाद शहर के सामाजिक संगठन राजनीतिक दलों और जनप्रतिनिधियों के द्वारा प्रशासन से चर्चा की गई यहां तक की स्थानीय विधायक ने मुख्यमंत्री को अनुमति दिए जाने के संबंध में एक पत्र भी लिखा जिसके बाद प्रशासन फिर अनुमति दी और दिन-रात मेहनत कर लोगों ने आयोजन को सफल बनाने का प्रयास किया। मगर इस बार फिर पंडित प्रदीप मिश्रा के स्वास्थ्य खराब होने के चलते कथा फिर निरस्त होगी।

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भक्तों को दिलाया भरोसा - अगले साल कथा करुंगा पूरा खर्चा खुद उठाएंगे

मनासा नगर में पंडित प्रदीप मिश्रा की कथा शुरूआत के पहले दिन ही निरस्त कर दी गई। पं. प्रदीप मिश्रा ने स्वयं कथा पांडाल पहुंचकर स्वास्थ्य खराब होने की बात कहते हुए कथा को निरस्त करने की बात कही। इस दौरान पं. प्रदीप मिश्रा ने कहा कि मेरा स्वास्थ्य ठीक नहीं होने की वजह से कथा को निरस्त किया जा रहा है। आगामी कई आयोजन भी निरस्त किए गए हैं। अगले साल मनासा में फिर से कथा होगी और उस कथा का समूचा खर्च विथलेश सेवा समिति उठाएगी।

 

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