करंट से तड़प रहा था मासूम, युवक ने जान पर खेलकर बचाया, देखें वीडियो
चेन्नई की सड़कों पर एक ऐसा वाकया हुआ, जिसने इंसानियत और हिम्मत की नई मिसाल कायम कर दी। 24 साल का कन्नन तमizhselvan, जो उस दिन अपनी बाइक से कहीं जा रहा था, उसने एक 9 साल के बच्चे को मौत के मुंह से खींच लिया। बच्चा बारिश के पानी में डूबी सड़क पर बिजली के करंट की चपेट में आ गया था। पूरी घटना सीसीटीवी में कैद हो गई और अब ये वीडियो सोशल मीडिया पर आग की तरह फैल रहा है। लोग कन्नन की तारीफ में कसीदे पढ़ रहे हैं।
बच्चा गिरा, कन्नन दौड़ा
16 अप्रैल को चेन्नई के अरुंबक्कम इलाके में बारिश ने सड़कों को तालाब बना दिया था। तीसरी क्लास का एक बच्चा, जेडन रयान, स्कूल से घर लौट रहा था। सड़क पर जमा पानी से गुजरते वक्त वो एक जंक्शन बॉक्स के पास पहुंचा, जहां गलती से उसका पैर खुले बिजली के तार पर पड़ गया। बस, बच्चा करंट की चपेट में आकर पानी में गिर पड़ा और तड़पने लगा। पास में एक स्कूटी वाला था, मगर वो कुछ करता, उससे पहले कन्नन ने अपनी बाइक रोकी। बिना एक पल गंवाए वो पानी में कूद पड़ा और बच्चे को बाहर खींच लिया।
यूट्यूब से सीखा CPR, बचा ली जान
कन्नन ने न सिर्फ बच्चे को पानी से निकाला, बल्कि उसे तुरंत CPR भी दिया। ये तकनीक उसने यूट्यूब वीडियो से सीखी थी। फिर बच्चे को फटाफट नजदीकी अस्पताल पहुंचाया। जेडन अब पूरी तरह ठीक है, और उसके पिता कन्नन का बार-बार शुक्रिया अदा कर रहे हैं। कन्नन ने बाद में बताया, "पहले तो मुझे लगा बच्चा फिसलकर गिरा है, लेकिन जब मैं पास गया, तो देखा कि वो करंट से तड़प रहा है। मैंने बिना सोचे उसे खींच लिया।"
सोशल मीडिया पर सलाम
ये दिल छू लेने वाला वीडियो @vurashashi हैंडल से एक्स पर शेयर हुआ, जिसे अब तक 3 लाख से ज्यादा लोग देख चुके हैं। कमेंट्स में लोग कन्नन को सलाम कर रहे हैं। एक यूजर ने लिखा, "ऐसे लोग समाज की असली ताकत हैं। कन्नन को दिल से सल्यूट।" दूसरे ने कहा, "तुमने जो हिम्मत दिखाई, वो हर किसी के बस की बात नहीं।" तीसरे ने लिखा, "ये वीडियो देखकर आंसू आ गए, मगर ये खुशी के आंसू हैं।" एक और यूजर ने कहा, "भगवान कन्नन जैसे लोगों को हमेशा सलामत रखे।"
क्यों हुआ हादसा?
बाद में पता चला कि अंडरग्राउंड बिजली के तार में रिसाव था, जिसकी वजह से पानी में करंट दौड़ रहा था। तमिलनाडु पावर डिस्ट्रीब्यूशन कॉरपोरेशन ने तुरंत इलाके की बिजली काट दी और जांच शुरू कर दी। लोग अब बिजली विभाग और सिविक अथॉरिटीज से ऐसी लापरवाही रोकने की मांग कर रहे हैं।
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