Happiness Index India Pakistan: आतंकवाद से ग्रसित होकर भी भारत से आगे क्यों है पाकिस्तान?
संयुक्त राष्ट्र द्वारा जारी वर्ल्ड हैपिनेस इंडेक्स 2025 में भारत का स्थान 147 देशों में 118वें पायदान पर रहा, जबकि पाकिस्तान 101वें स्थान पर है। यह स्थिति चौंकाने वाली है, क्योंकि पाकिस्तान आर्थिक संकट, राजनीतिक अस्थिरता और आतंकवाद जैसी गंभीर चुनौतियों से जूझ रहा है। इसके बावजूद, पाकिस्तान ने खुशहाली के मामले में भारत से बेहतर प्रदर्शन किया है। बता दें कि वर्ल्ड हैपिनेस इंडेक्स दुनिया भर के देशों में लोगों की खुशहाली को मापने का एक वार्षिक सर्वेक्षण है, जो छह मुख्य कारकों पर आधारित होता है: प्रति व्यक्ति GDP, सामाजिक सहयोग, स्वस्थ जीवन प्रत्याशा, जीवन में चुनाव की स्वतंत्रता, उदारता और भ्रष्टाचार की धारणा।
वर्ल्ड हैपिनेस इंडेक्स क्या है?
वर्ल्ड हैपिनेस इंडेक्स (World Happiness Report 2025) संयुक्त राष्ट्र द्वारा जारी एक वार्षिक रिपोर्ट है, जो दुनिया भर के देशों में लोगों की खुशहाली को मापता है। यह रिपोर्ट छह मुख्य कारकों पर आधारित होती है: प्रति व्यक्ति GDP, सामाजिक सहयोग, स्वस्थ जीवन प्रत्याशा, जीवन में चुनाव की स्वतंत्रता, उदारता और भ्रष्टाचार की धारणा। इस साल की रिपोर्ट में फिनलैंड लगातार आठवें साल दुनिया का सबसे खुशहाल देश बना हुआ है, जबकि भारत और पाकिस्तान की स्थिति में अंतर दिखाई देता है।
भारत और पाकिस्तान की तुलना
वर्ल्ड हैपिनेस इंडेक्स 2025 में भारत 118वें स्थान पर है, जबकि पाकिस्तान 101वें स्थान पर है। यह स्थिति चौंकाने वाली है, क्योंकि पाकिस्तान आर्थिक संकट, राजनीतिक अस्थिरता और आतंकवाद जैसी गंभीर चुनौतियों से जूझ रहा है। भारत ने पिछले साल की तुलना में अपनी रैंकिंग में सुधार किया है, लेकिन फिर भी यह पाकिस्तान से पीछे है।
पैमाना | भारत (रैंक) | पाकिस्तान (रैंक) |
---|---|---|
असमानता | 118 | 101 |
सामाजिक सहयोग | 128 | 131 |
प्रति व्यक्ति जीडीपी | 93 | 108 |
स्वतंत्रता | 23 | 135 |
उदारता | 51 | 37 |
भ्रष्टाचार की धारणा | 56 | 104 |
सकारात्मक भावनाएं | 89 | 139 |
नकारात्मक भावनाएं | 117 | 114 |
पाकिस्तान भारत से आगे क्यों?
पाकिस्तान ने खुशहाली के मामले में भारत से बेहतर प्रदर्शन किया है, जिसके पीछे कुछ प्रमुख कारण हैं। पाकिस्तान में सामाजिक सहयोग और समुदायिक बंधन मजबूत हैं। लोग एक-दूसरे की मदद करने के लिए तत्पर रहते हैं, जो खुशहाली को बढ़ावा देता है। उदारता के मामले में भी पाकिस्तान भारत से आगे है। पाकिस्तान में लोग दान और सहायता के मामले में भारत से अधिक उदार हैं। यह उदारता खुशहाली के स्तर को बढ़ाती है।
इसके अलावा, पाकिस्तान में आर्थिक असमानता का स्तर भारत की तुलना में कम है, जो लोगों के बीच खुशहाली को बनाए रखने में मदद करता है। भारत में आर्थिक असमानता का स्तर अधिक है, जो खुशहाली को प्रभावित करता है। सामाजिक सहयोग के मामले में भी भारत पाकिस्तान से पीछे है। भारत में सामाजिक सहयोग का स्तर कम है, जो लोगों के बीच विश्वास और एकजुटता को कम करता है।
भारत के लिए क्या हैं चुनौतियां?
भारत ने खुशहाली के मामले में पिछले साल की तुलना में सुधार किया है, लेकिन फिर भी कई चुनौतियां बनी हुई हैं। भारत में आर्थिक असमानता का स्तर अधिक है, जो खुशहाली को प्रभावित करता है। सामाजिक सहयोग के मामले में भी भारत पाकिस्तान से पीछे है। भारत में सामाजिक सहयोग का स्तर कम है, जो लोगों के बीच विश्वास और एकजुटता को कम करता है। भारत को खुशहाली के स्तर को बढ़ाने के लिए आर्थिक असमानता कम करने, सामाजिक सहयोग बढ़ाने और भ्रष्टाचार पर नियंत्रण करने की जरूरत है।
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