बालाकोट तो बस ट्रेलर था? सीमा पार से आने लगे सिग्नल, भारत लेगा तगड़ा एक्शन
22 अप्रैल 2025 को जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में लश्कर-ए-तैयबा की शाखा TRF ने 28 पर्यटकों की हत्या कर दी। इस हमले ने भारत-पाक रिश्तों को तनाव की कगार पर ला दिया। इस पर भारत ने कड़ा रुख अपनाते हुए अटारी-वाघा बॉर्डर बंद, सिंधु जल संधि सस्पेंड, और पाकिस्तानी दूतावास के स्टाफ को घटाकर 30 कर दिया। लेकिन खबरें हैं कि भारत यहीं नहीं रुकेगा और 2019 के बालाकोट एयरस्ट्राइक से भी बड़ा हमला कर सकता है। पाकिस्तान में डर का माहौल है, और सेना हाई अलर्ट पर है। आइए, इस तनाव को सरल भाषा में समझें!
भारत ने पाक पर किया डिप्लोमेटिक प्रहार
पहलगाम हमले के बाद PM नरेंद्र मोदी ने सऊदी दौरा रद्द कर दिल्ली में कैबिनेट कमेटी ऑन सिक्योरिटी (CCS) की 2.5 घंटे की बैठक की। भारत ने तुरंत पांच बड़े कदम उठाए:
सिंधु जल संधि स्थगित: 1960 का यह समझौता, जो भारत से पाकिस्तान को 39 अरब क्यूबिक मीटर पानी देता है, अब रुका।
अटारी-वाघा बॉर्डर बंद: व्यापार और लोगों की आवाजाही रुकी।
राजनयिक रिश्तों में कटौती: पाकिस्तानी हाई कमीशन के स्टाफ को 55 से 30 करने और सैन्य सलाहकारों को निकालने का आदेश।
पाकिस्तानी नागरिकों पर रोक: SAARC वीजा रद्द, 48 घंटे में भारत छोड़ने का आदेश।
सुरक्षा बलों को हाई अलर्ट: सेना, नौसेना, और वायुसेना को बॉर्डर पर तैयार रहने के निर्देश।
वहीं रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा है कि “हमले के जिम्मेदारों और उनके पीछे वालों को बख्शा नहीं जाएगा। जवाब जोरदार होगा।
पाकिस्तान में खौफ से सेना अलर्ट पर
पाकिस्तान में भारत के रुख से काफ़ी बेचैनी है। वहां की सेना, खासकर 10वीं कोर, जिसके पास PoK की जिम्मेदारी है, ने तैनाती बढ़ा दी है। पाकिस्तानी वायुसेना भी हाई अलर्ट पर है। रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने कहा कि हम भारत के किसी भी दुस्साहस का जवाब देने को तैयार हैं, जैसा हमने 2019 में अभिनंदन मामले में किया।” उन्होंने सिंधु जल संधि के निलंबन को ‘पानी का युद्ध’ करार दिया, लेकिन वर्ल्ड बैंक की गारंटी का हवाला देकर भारत के एकतरफा फैसले पर सवाल उठाया।
वहीं पाकिस्तान के पूर्व राजदूत अब्दुल बासित ने चेतावनी दी कि भारत बालाकोट से भी बड़ी एयरस्ट्राइक कर सकता है।” PTI नेता फवाद हुसैन ने X पर लिखा, “भारत अगर हमला करेगा, तो PML-N, PPP, PTI, JUI जैसे दल एकजुट होकर पाकिस्तानी झंडे तले लड़ेंगे।”
पाक पर इस बार बालाकोट से बड़ा एक्शन?
बता दें कि 2019 में पुलवामा हमले के बाद भारत ने बालाकोट में JeM के आतंकी ठिकानों पर एयरस्ट्राइक की थी। अब विशेषज्ञ मान रहे हैं कि भारत के पास राफेल जेट, S-400 डिफेंस सिस्टम और 300 किमी रेंज वाली SCALP मिसाइल जैसे हथियार हैं, जो गहरे हमले कर सकते हैं। संभावित कदम:
आतंकी ठिकानों पर सटीक हमला: PoK में लश्कर और TRF के ठिकानों को निशाना।
LoC पर सीमित कार्रवाई: हाजी पीर जैसे आतंकी रास्तों पर कब्जा।
साइबर और आर्थिक दबाव: पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था पर और शिकंजा।
हालांकि, पाकिस्तान ने भी 2019 में जवाबी कार्रवाई की थी, जब उसने भारतीय पायलट अभिनंदन को पकड़ा था। इस बार तनाव बढ़ने पर दोनों देशों की जवाबी कार्रवाइयां युद्ध की स्थिति तक ले जा सकती हैं।
क्या होगा अगला कदम?
पाकिस्तान के PM शहबाज शरीफ ने 24 अप्रैल को नेशनल सिक्योरिटी कमेटी की बैठक बुलाई है। भारत में भी आज सर्वदलीय बैठक होगी, जहां आगे की रणनीति बनेगी। वैश्विक समुदाय, खासकर अमेरिका, रूस, और UAE, ने पहलगाम हमले की निंदा की है। लेकिन अगर भारत सैन्य कार्रवाई करता है, तो क्या चीन और वर्ल्ड बैंक जैसे संस्थान बीच में आएंगे? क्या भारत का ‘जवाब’ बालाकोट से बड़ा होगा, या कूटनीति से दबाव बनाया जाएगा? देश की नजरें सरकार के अगले कदम पर टिकी हैं।
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