Bahdurgarh AC Blast: एक ही परिवार के 4 लोगों की मौत, जानें कब और कैसे ब्लास्ट हो सकता है AC?
हरियाणा के बहादुरगढ़ में एसी का कंप्रेसर फट जाने की वजह से एक ही परिवार के 4 लोगों की मौत हो गई है। यह हादसा इतना भयानक था कि घर के अंदर सब कुछ जलकर राख हो गया। इस घटना ने एक बार फिर एसी से जुड़े खतरों को लेकर चिंता बढ़ा दी है। आइए जानते हैं कि किन वजहों से एसी जानलेवा हो सकता है और ऐसे हादसों से कैसे बचा जा सकता है।
कैसे हुआ AC ब्लास्ट?
हरियाणा के झज्जर जिले के बहादुरगढ़ में एक घर में एसी का कंप्रेसर फट गया, जिससे एक ही परिवार के 4 लोगों की मौत हो गई। मृतकों में 2 बच्चे भी शामिल हैं। एक व्यक्ति बुरी तरह से झुलस गया है, जिसे PGI रोहतक में इलाज के लिए भर्ती कराया गया है। पड़ोसियों ने बताया कि घर में एक साथ दो ब्लास्ट हुए और आग लग गई। ब्लास्ट इतना तेज था कि घर की टाइल्स तक टूट गईं। शुरुआती जांच में यह बात सामने आई है कि हादसा एसी के कंप्रेसर के फटने की वजह से हुआ है।
AC में ब्लास्ट कैसे होता है?
1.शॉर्ट सर्किट: AC ब्लास्ट होने की सबसे आम वजह खराब वायरिंग या शॉर्ट सर्किट है। अगर एसी की वायरिंग ठीक से नहीं की गई है या पुरानी हो चुकी है, तो इससे आग लग सकती है। इसलिए, नियमित रूप से वायरिंग की जांच करानी चाहिए और ब्रांडेड वायर का इस्तेमाल करना चाहिए।
2.ओवरलोडिंग: अगर एसी यूनिट किसी ओवरलोडेड सर्किट पर इंस्टॉल है, जिससे करंट का फ्लो ज्यादा होता है, तो भी हादसा हो सकता है। पुरानी इमारतों में अक्सर ऐसी समस्याएं देखी जाती हैं। इसलिए, एसी को अलग सर्किट पर लगाना चाहिए।
3.खराब कैपेसिटर: AC का कैपेसिटर कंप्रेसर और फैन के मोटर को चलाने का काम करता है। अगर कैपेसिटर खराब हो जाए, तो यह ओवरहीटिंग का कारण बन सकता है, जिससे आग लग सकती है। इसलिए, एसी के कैपेसिटर की नियमित जांच करानी चाहिए।
4.खराब कॉइल और फिल्टर: अगर AC की कॉइल खराब है या फिल्टर सही से काम नहीं कर रहा है, तो एसी ओवरहीट हो सकता है। इससे कूलिंग सिस्टम खराब हो जाता है और धमाका हो सकता है। इसलिए, एसी के फिल्टर और कॉइल को नियमित रूप से साफ और चेक करना चाहिए।
AC से जुड़े अन्य खतरे
सही वेंटिलेशन का अभाव: एसी चलाते समय यह सुनिश्चित करना चाहिए कि कमरे में पर्याप्त वेंटिलेशन हो। अगर वेंटिलेशन ठीक नहीं है, तो एसी से निकलने वाली गर्म हवा जमा हो सकती है, जिससे आग लगने का खतरा बढ़ जाता है।
खराब क्वालिटी का एसी या पुर्जे: अगर एसी या उसके पुर्जे खराब क्वालिटी के हैं, तो यह जोखिम बढ़ा देते हैं। लोकल या नकली पुर्जे जल्दी गर्म होकर जल सकते हैं। इसलिए, हमेशा ब्रांडेड और गुणवत्तापूर्ण एसी और पुर्जों का इस्तेमाल करना चाहिए।
रेफ्रिजरेंट गैस का लीक: एसी में इस्तेमाल होने वाली रेफ्रिजरेंट गैस (जैसे R-22, R-32, या R-290) अगर लीक हो जाए और आसपास कोई स्पार्क हो, तो विस्फोट हो सकता है। इसलिए, एसी की नियमित सर्विसिंग करानी चाहिए और गैस लीक की जांच करानी चाहिए।
ऐसे हादसों से कैसे बचें?
• AC की नियमित सर्विसिंग और मरम्मत कराएं।
• खराब वायरिंग और पुराने पुर्जों को तुरंत बदलें।
• ऐसी को अलग सर्किट पर लगाएं और ओवरलोडिंग से बचें।
• AC के फिल्टर और कॉइल को नियमित रूप से साफ करें।
• ब्रांडेड और गुणवत्तापूर्ण एसी और पुर्जों का इस्तेमाल करें।
• AC चलाते समय कमरे में पर्याप्त वेंटिलेशन सुनिश्चित करें।
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