क्या आर्टिकल 370 हटाने का समर्थन कर रहे थे फारुक अब्दुल्ला?, पूर्व रॉ चीफ की किताब में किस राज का है जिक्र?
Delhi: अनुच्छेद 370 को लेकर एक बड़ी जानकारी सामने आई है। दावा किया जा रहा है कि नेशनल कॉन्फ्रेंस के प्रमुख और पूर्व सीएम फारूक अब्दुल्ला आर्टिकल 370 हटाए जाने का दबे आवाज में समर्थन कर रहे थे। हालांकि, इसे लेकर अब्दुल्ला ने आधिकारिक तौर पर कुछ नहीं कहा है। रॉ मतलब रिसर्च एंड एनालिसिस विंग के पूर्व प्रमुख एस दुलत की किताब 'द चीफ मिनिस्टर एंड द स्पाई' से इसकी जानकारी मिलती है।
पीएम मोदी से की थी मुलाकात
दुलत लिखते हैं कि अनुच्छेद 370 हटाए जाने से कुछ दिन पहले फारूख और उनके बेटे उमर अब्दुल्ला ने पीएम मोदी से मीटिंग की थी। उन्होंने लिखा कि वहां क्या बातचीत हुई...यह कोई नहीं जान पाएगा। उन्होंने बताया कि सरकार के निर्णय पर मुहर लगने के बाद अब्दुल्ला को सात महीने के लिए हिरासत में लिया गया था। इस दौरान दिल्ली ने उनके रूख की जांच की थी। वह लिखते हैं कि वो उन्हें नई वास्तविकता से वाकिफ कराना चाहते थे।
किताब में कई किस्सों का जिक्र
RAW के पूर्व प्रमुख की इस किताब में अब्दुल्ला से जुड़े कई किस्से मिलते हैं। एक था कि साल 1984 में इंदिरा गांधी की तत्कालीन सरकार ने अब्दुल्ला को बर्खास्त कर दिया था, जो एक धोखा था। इस बात को (अब्दुल्ला) ने हमेशा अपने दिल से लगाकर रखा। इस किताब में पूर्व पीएम अटल बिहारी वाजपेयी का भी जिक्र मिलता है। दुलत लिखते हैं कि उमर के लिए वाजपेयी अपने पिता से बढ़कर हो गए थे।
उमर ही वाजपेयी के साथ विदेश यात्राओं पर जाते थे और उन्हें विदेश मामलों का जूनियर मिनिस्टर बनाया गया था। उन्हें कश्मीर के नए चेहरे के तौर पर स्थापित किया जा रहा था। इधर अब्दुल्ला उप राष्ट्रपति पद के लिए नॉमिनेट होने की प्रतीक्षा कर रहे थे। दुलत लिखते हैं कि इन सब के बाद भी नई दिल्ली ने अब्दुल्ला से बातचीत जारी रखी। किताब में और भी कई तरह का जिक्र किया गया है।
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