Dubai Crown Prince: दुबई के शाही परिवार में नन्हीं परी का आगमन, बेटी का नाम रखा 'हिंद', बहुत खास है वजह
Dubai Crown Prince: दुबई के क्राउन प्रिंस शेख हमदान बिन मोहम्मद बिन राशिद अल मक्तूम के घर एक नन्हीं परी ने जन्म लिया है। उन्होंने अपनी बेटी का नाम 'हिंद' रखा है, जो उनकी मां शेखा हिंद बिंत मक्तूम बिन जुमा अल मक्तूम के सम्मान में रखा गया है।
शाही परिवार में बढ़ी खुशियां
शेख हमदान और उनकी पत्नी शेखा शेखा बिंत सईद बिन थानी अल मक्तूम पहले से ही तीन बच्चों के माता-पिता हैं। साल 2021 में उनके जुड़वा बच्चे – शेखा और राशिद का जन्म हुआ था। इसके बाद, फरवरी 2023 में बेटे मोहम्मद बिन हमदान बिन मोहम्मद अल मक्तूम ने इस परिवार में जन्म लिया। अब उनके चौथे संतान के रूप में बेटी 'हिंद' के आने से शाही परिवार में खुशियों की लहर दौड़ गई है।
मां के सम्मान में रखा बेटी का नाम
शेख हमदान ने अपनी बेटी का नाम अपनी मां के नाम पर रखकर पारिवारिक परंपराओं और मूल्यों को सम्मान दिया है। शेखा हिंद बिंत मक्तूम बिन जुमा अल मक्तूम संयुक्त अरब अमीरात के शाही परिवार की एक महत्वपूर्ण हस्ती हैं, और उनके सम्मान में बेटी का नाम रखना परिवार की भावनात्मक जुड़ाव को दर्शाता है।
शेख हमदान की लोकप्रियता
शेख हमदान न केवल दुबई के क्राउन प्रिंस हैं, बल्कि वह संयुक्त अरब अमीरात के उप प्रधानमंत्री और रक्षा मंत्री भी हैं। वह अपनी सादगी और घुड़सवारी, एडवेंचर स्पोर्ट्स और फोटोग्राफी के शौक के लिए जाने जाते हैं। सोशल मीडिया पर भी उनकी जबरदस्त लोकप्रियता है। इंस्टाग्राम पर उनके करीब 17 मिलियन फॉलोअर्स हैं और वह @faz3 हैंडल के जरिए अपनी जिंदगी की झलकियां साझा करते रहते हैं।
शाही जीवन से दूर रहती हैं शेखा शेखा
शेख हमदान ने साल 2019 में शेखा शेखा बिंत सईद बिन थानी अल मक्तूम से शादी की थी। शेखा भी दुबई के शाही अल मक्तूम परिवार से ताल्लुक रखती हैं, लेकिन वह लाइमलाइट से दूर रहना पसंद करती हैं।
शाही परिवार में जश्न का माहौल
बेटी 'हिंद' के जन्म के बाद से ही शाही परिवार में उत्सव का माहौल है। दुनियाभर से लोग और अमीरात के नागरिक उन्हें बधाइयां दे रहे हैं। शेख हमदान के इस फैसले ने पारिवारिक मूल्यों को और भी मजबूत किया है और यह उनकी मां के प्रति उनके गहरे सम्मान को दर्शाता है।
यह खबर शाही परिवार और उनके चाहने वालों के लिए बेहद खास है, क्योंकि यह सिर्फ एक नामकरण नहीं, बल्कि परिवार की परंपराओं और भावनाओं से जुड़ा एक अहम फैसला भी है।
यह भी पढ़ें: Kathua Encounter: जम्मू-कश्मीर के कठुआ में एनकाउंटर, सुरक्षाबलों की घेराबंदी जारी
.