"नीला ड्रम बड़ा वायरल है, भगवान की कृपा कि हम अविवाहित": सौरभ हत्याकांड पर धीरेंद्र शास्त्री का तंज
Dhirendra Shastri on Saurabh Murder Case: उत्तर प्रदेश के मेरठ में हुए सौरभ हत्याकांड ने पूरे देश को हिलाकर रख दिया है। इस जघन्य अपराध पर बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने अपनी प्रतिक्रिया दी है, जो अब सोशल मीडिया पर तेज़ी से वायरल हो रही है। उन्होंने इस घटना को निंदनीय बताते हुए मजाकिया लहजे में कहा, "भारत में नीला ड्रम फेमस हो गया है। बहुत से पति सदमे में हैं। भगवान की कृपा है कि हमारी शादी नहीं हुई।" यह बयान जहाँ हल्का-फुल्का व्यंग्य है, वहीं इसके पीछे गंभीर संदेश भी छिपा है।
क्या है सौरभ हत्याकांड?
मेरठ में सौरभ राजपूत की पत्नी मुस्कान ने अपने प्रेमी साहिल शुक्ला के साथ मिलकर उसकी निर्मम हत्या की। सौरभ मर्चेंट नेवी में नौकरी करता था और अपनी पत्नी का जन्मदिन मनाने लंदन से मेरठ आया था। 4 मार्च को मुस्कान ने सौरभ के खाने में नशीली दवा मिलाई, जिससे वह बेहोश हो गया। इसके बाद साहिल ने चाकू और रेजर से सौरभ के शव को 15 टुकड़ों में काट दिया। दोनों ने शव को एक नीले ड्रम में डाला, सीमेंट से सील किया और घर में छिपा दिया। फिर वे हिमाचल घूमने चले गए, जहाँ उन्होंने होली की पार्टी भी की। सौरभ की 6 साल की बेटी ने पड़ोसियों से कहा, "पापा ड्रम में हैं," जिसके बाद यह खौफनाक राज खुला। पुलिस ने दोनों को गिरफ्तार कर लिया और अब वे जेल में हैं।
#WATCH | Meerut, UP | On the Meerut murder case, Bageshwar Dham's Dhirendra Shastri said, "The Meerut case is unfortunate. In the present society, the declining family system, the advent of Western culture and married men or women engaged in affairs are destroying families...… pic.twitter.com/ULalTXvTj5
— ANI (@ANI) March 27, 2025
धीरेंद्र शास्त्री ने क्या कहा?
मेरठ में हनुमान कथा के दौरान धीरेंद्र शास्त्री ने पत्रकारों से कहा, "मेरठ का सौरभ हत्याकांड बहुत निंदनीय है। यह संस्कारों और पालन-पोषण की कमी का नतीजा है। वर्तमान समाज में परिवार की व्यवस्था घट रही है। पाश्चात्य संस्कृति का प्रभाव और प्रेम के चक्कर में विवाहित लोग तलाक और परिवारों को तोड़ने की साजिश रच रहे हैं। मेरे हिसाब से जीवन में एक ही एंट्री होनी चाहिए। जिनके बच्चे ऐसे कृत्य कर रहे हैं, उनके पालन-पोषण में कमी है। संस्कारवान परिवार बनाने के लिए हर भारतीय को रामचरितमानस का आधार लेना चाहिए। उन्होंने चुटकी लेते हुए यह भी जोड़ा कि "वैसे तो नीला ड्रम भारत में वायरल है। बहुत से पति डर गए हैं। भगवान का शुक्र है कि हमारी शादी नहीं हुई।"
नीला ड्रम का 'वायरल' कनेक्शन
बता दें कि इस हत्याकांड के बाद नीला ड्रम सोशल मीडिया पर चर्चा का केंद्र बन गया। लोग इसे लेकर मीम्स बना रहे हैं—कहीं पति नीला ड्रम देखकर भागते दिख रहे हैं, तो कहीं इसे "3 कट्टे सीमेंट की क्षमता वाला" बताकर मजाक उड़ाया जा रहा है। मेरठ के जली कोठी बाजार में नीले ड्रम की बिक्री ठप हो गई है, क्योंकि लोग इसे खरीदने से डर रहे हैं। शास्त्री का यह बयान इसी ट्रेंड को हल्के अंदाज में छूता है।
शास्त्री जी की समाज पर टिप्पणी: नैतिकता का पतन?
शास्त्री ने इस घटना को नैतिक पतन का प्रतीक बताया। उन्होंने कहा कि पश्चिमी संस्कृति और गलत परवरिश ऐसी वारदातों की जड़ हैं। "अगर बच्चे रामायण और गीता से जुड़ें, तो वे सही-गलत का भेद समझेंगे। आज लोग टीवी सीरियल्स में उलझे हैं, जिससे सनातन संस्कृति कमजोर हो रही है।" उनका यह बयान सोशल मीडिया पर बहस छेड़ रहा है—कुछ इसे संस्कारों की जरूरत से जोड़ रहे हैं, तो कुछ इसे मजाकिया कमेंट मानकर हँस रहे हैं।
लोगों ने भी की व्यंग्यात्मक टिप्पणियां
शास्त्री के बयान पर सोशल मीडिया पर मिली-जुली प्रतिक्रियाएँ हैं। एक यूजर ने लिखा, "बाबा ने मजाक में सच्चाई बोल दी। नीला ड्रम अब डर का पर्याय बन गया है।" वहीं, एक अन्य ने कहा, "यह हँसी की बात नहीं, समाज को गंभीरता से सोचना चाहिए।" कुछ ने उनकी "शादी न होने" वाली बात पर हँसते हुए मीम्स बनाए।
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