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Chhattisgarh Naxal Encounter: छत्तीसगढ़ में सुरक्षाबलों की बड़ी कार्रवाई, 22 नक्सली ढेर, एक जवान भी शहीद

छत्तीसगढ़ के बीजापुर और कांकेर में सुरक्षाबलों ने 22 नक्सलियों को मार गिराया, नक्सल मुक्त भारत अभियान में यह बड़ी सफलता मानी जा रही है।
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छत्तीसगढ़ में नक्सलियों के खिलाफ सुरक्षाबलों का अभियान लगातार जारी है। आज बीजापुर और कांकेर जिलों में दो अलग-अलग ऑपरेशनों में सुरक्षाबलों ने 22 नक्सलियों को मार गिराया है, हालांकि इस दौरान एक जवान भी शहीद हो गया। यह कार्रवाई केंद्र सरकार की नक्सलवाद को खत्म करने की मुहिम का हिस्सा है, जिसके तहत केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने मार्च 2026 तक देश को नक्सल मुक्त करने का लक्ष्य रखा है।

बीजापुर में हुए 18 नक्सली ढेर

बस्तर रेंज के IG पी. सुंदरराज के अनुसार, बीजापुर-दंतेवाड़ा सीमा पर एक जंगल क्षेत्र में सुबह 7 बजे शुरू हुए ऑपरेशन में 18 नक्सलियों को मार गिराया गया। यह मुठभेड़ गंगालूर थाना क्षेत्र में हुई, जहां डिस्ट्रिक्ट रिजर्व गार्ड (DRG), स्पेशल टास्क फोर्स (STF) और केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (CRPF) की संयुक्त टीम नक्सल विरोधी अभियान पर थी। इस ऑपरेशन में DRG का एक जवान, राजू, शहीद हो गया। छत्तीसगढ़ के उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा ने कहा, "18 नक्सलियों के शव बरामद हुए हैं। हमारा एक जवान शहीद हुआ है, और सरकार उनके परिवार के साथ खड़ी है। मौके से भारी मात्रा में हथियार और गोला-बारूद भी जब्त किए गए।

कांकेर में हुआ 4 नक्सलियों का खात्मा

दूसरे ऑपरेशन में कांकेर-नारायणपुर सीमा पर कोरोसकोडो गांव के पास सुरक्षाबलों ने 4 नक्सलियों को ढेर कर दिया। यह अभियान छोटेबेठिया थाना क्षेत्र में चलाया गया। आईजी सुंदरराज ने बताया कि इस मुठभेड़ में भी ऑटोमैटिक हथियार और गोला-बारूद बरामद हुए हैं। दोनों जगहों पर सर्च ऑपरेशन अभी जारी है, और मारे गए नक्सलियों की संख्या बढ़ने की संभावना जताई जा रही है।

हाल ही में सेना द्वारा की गईं बड़ी कार्यवाही

फरवरी 2025: बीजापुर में सुरक्षाबलों ने 18 नक्सलियों को गिरफ्तार किया था। इनमें से 10 गुंजेरपर्ती जंगल, 7 राजपेंटा जंगल और 1 भैरमगढ़ से पकड़ा गया था। इनके पास से हथियार और विस्फोटक बरामद हुए थे।

मार्च 2025: पिछले हफ्ते बीजापुर के गंगालूर क्षेत्र में 17 नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया था। बीजापुर के एसपी जितेंद्र कुमार यादव ने बताया कि ये नक्सली इलाके में सक्रिय थे।

वहीं सुरक्षाबलों की लगातार कार्रवाइयों से नक्सली संगठनों पर दबाव बढ़ रहा है। बीजापुर और कांकेर जैसे इलाके, जो कभी नक्सलियों का गढ़ माने जाते थे, अब धीरे-धीरे सुरक्षाबलों के नियंत्रण में आ रहे हैं। इस साल जनवरी में बीजापुर में IED हमले में 8 जवान शहीद हुए थे, जिसके बाद से ऑपरेशनों में तेजी आई है। फरवरी में भी इंद्रावती नेशनल पार्क क्षेत्र में 31 नक्सली मारे गए थे।

नक्सलियों के खिलाफ केंद्र सरकार का सख़्त रुख

केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने X पर लिखा, "नक्सलमुक्त भारत अभियान में हमारे जवानों ने एक और बड़ी सफलता हासिल की है। बीजापुर और कांकेर में दो अलग-अलग ऑपरेशनों में 22 नक्सली मारे गए। मोदी सरकार नक्सलियों के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति पर चल रही है।" उन्होंने यह भी दोहराया कि जो नक्सली सरेंडर नहीं करेंगे, उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई जारी रहेगी। शाह ने मार्च 2026 तक नक्सलवाद खत्म करने की प्रतिबद्धता फिर से जताई।

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