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27 साल की लड़की ने 20 साल से नहीं खाए फल-सब्जी, वजह सुनकर दंग रह जाओगे!

27 साल की क्लो राइसबेक ने 20 साल से फल-सब्जी नहीं खाए! वजह है ओरल एलर्जी सिंड्रोम, जो खाने से जानलेवा रिएक्शन देता है। जानिए उनकी जिंदगी की अनोखी कहानी।
04:49 PM Apr 18, 2025 IST | Girijansh Gopalan

ब्रिटेन की एक 27 साल की लड़की की कहानी इन दिनों सुर्खियों में है, जो पिछले 20 साल से फल और सब्जी को हाथ तक नहीं लगाती। वजह? एक ऐसी बीमारी, जो इन चीजों को खाते ही उसकी जान ले सकती है। आइए, इस अनोखी कहानी को थोड़ा करीब से जानते हैं।

कौन है ये लड़की?

वेस्ट मिडलैंड्स की रहने वाली क्लो राइसबेक की जिंदगी उस वक्त बदल गई, जब वो सिर्फ 7 साल की थी। स्कूल में एक आड़ू खाने के बाद उनके होंठ सूज गए और गले में खुजली होने लगी। उस दिन से शुरू हुआ उनका फल और सब्जियों से दूर रहने का सिलसिला। क्लो को एक दुर्लभ बीमारी है, जिसका नाम है ओरल एलर्जी सिंड्रोम।

क्या है ये ओरल एलर्जी सिंड्रोम?

ये कोई आम एलर्जी नहीं है। इसमें शरीर का इम्यून सिस्टम फल, सब्जी और कुछ मेवों में मौजूद प्रोटीन को परागकण (Pollen) समझकर रिएक्शन देता है। इसे पोलन फूड एलर्जी सिंड्रोम भी कहते हैं। इसके लक्षणों में मुंह, होंठ, जीभ या गले में खुजली, जलन, सूजन, गले में खराश, कानों में खुजली और त्वचा पर लाल दाने या पित्ती जैसी शिकायतें शामिल हैं। क्लो को सेब, आड़ू, नेक्टरीन, प्लम, चेरी, कीवी और बादाम जैसे 15 तरह के फल-सब्जियों और मेवों से एलर्जी है।

जिंदगी कैसे जीती हैं क्लो?

सोचें 20 साल तक बिना फल-सब्जी के जिंदगी! क्लो का कहना है कि अगर वो गलती से भी इन चीजों का एक टुकड़ा खा लें, तो उनकी जान जा सकती है। इतना ही नहीं, इस एलर्जी ने उनकी जिंदगी पर मानसिक और सामाजिक असर भी डाला है। वो खाने से डरने लगी हैं। इतना कि अपने बॉयफ्रेंड को भी फल-सब्जी खाने के बाद दांत ब्रश करने को कहती हैं, ताकि किस करने से भी रिएक्शन न हो।

फिर खाती क्या हैं?

क्लो की डाइट में वो चीजें शामिल हैं, जो उनकी एलर्जी को ट्रिगर न करें। क्लो केवल मांस-मछली, पास्ता, चावल और डेयरी प्रोडक्ट ही खाती हैं. वहीं, विटामिन्स की कमी पूरी करने के लिए उन्हें सप्लीमेंट्स लने पड़ते हैं और वे अब धीरे-धीरे कुछ नई चीजें भी ट्राई कर रही हैं। हाल ही में उन्होंने रसभरी खानी शुरू की है और उम्मीद कर रही हैं कि आने वाले सालों में उनकी डाइट में और चीजें जुड़ेंगी। वे कहती हैं, "मैं अपनी एलर्जी को पूरी तरह खत्म तो नहीं कर सकती, लेकिन धीरे-धीरे नए फूड्स को अपनी जिंदगी में शामिल करने की कोशिश कर रही हूं।"

उम्मीद की किरण

क्लो की कहानी सिर्फ एक बीमारी की नहीं, बल्कि हिम्मत और उम्मीद की भी है। वो जानती हैं कि ये एलर्जी उनकी जिंदगी का हिस्सा रहेगी, लेकिन वो हार नहीं मान रही। एक-एक कदम बढ़ाते हुए वो अपनी डाइट को और बेहतर करना चाहती हैं।

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