नेशनलराजनीतिमनोरंजनखेलहेल्थ & लाइफ स्टाइलधर्म भक्तिटेक्नोलॉजीइंटरनेशनलबिजनेसआईपीएल 2025चुनाव

सीरिया में अमेरिका का ईरान समर्थित मिलिशिया पर बड़ा हमला: 9 ठिकाने तबाह

अमेरिकी सैनिकों पर हुए हमलों का बदला लेते हुए यूएस ने सीरिया में की कार्रवाई, ईरान समर्थित गुटों की क्षमता को कमजोर करने का दावा
01:06 PM Nov 12, 2024 IST | Vyom Tiwari

अमेरिका ने सीरिया में ईरान समर्थित मिलिशिया के खिलाफ बड़ी कार्रवाई की है। यूएस सेना ने सीरिया में दो अलग-अलग स्थानों पर कुल 9 ठिकानों को निशाना बनाया है। यह हमला पिछले 24 घंटों में अमेरिकी सैनिकों पर हुए हमलों के जवाब में किया गया है। यह जानकारी यूएस सेंट्रल कमांड की ओर से दी गई है।

अमेरिकी सेना का कहना है कि इन हमलों से क्षेत्र में ईरान समर्थित गुटों की क्षमता कमजोर हुई है। ये गुट अमेरिका और उसके सहयोगियों के खिलाफ लगातार योजनाएं बनाते और हमले करते रहे हैं। हालांकि, अमेरिकी सेना ने यह नहीं बताया कि उन्होंने किन-किन जगहों पर हमला किया है।

सीरिया में अमेरिकी सैनिकों की मौजूदगी और पिछले हमले

सीरिया में इस समय लगभग 900 अमेरिकी सैनिक तैनात हैं। इनका मुख्य काम इस्लामिक स्टेट के आतंकवादियों के खिलाफ कार्रवाई में सहयोगी बलों की मदद करना है। फरवरी में भी अमेरिका ने सीरिया में ईरान समर्थित मिलिशिया के ठिकानों पर बड़ा हमला किया था। यह हमला जॉर्डन में हुए एक ड्रोन हमले के जवाब में किया गया था, जिसमें 3 अमेरिकी सैनिक मारे गए थे।

7 अक्टूबर को इजरायल में हमास की ओर से किए गए बड़े हमले के बाद से हालात तनावपूर्ण हैं। इजरायल ने गाजा में बड़ा सैन्य अभियान शुरू किया है। इसी बीच, हमास के साथ जुड़े ईरान समर्थित लड़ाकों ने इराक और सीरिया में अमेरिकी सैनिकों के ठिकानों पर ड्रोन और रॉकेट से हमले किए हैं।

क्षेत्र में बढ़ता तनाव 

इस पूरे क्षेत्र में तनाव लगातार बढ़ रहा है। रविवार को इजरायल ने लेबनान और उत्तरी गाजा में हमले किए, जिसमें बच्चों समेत कई लोगों की मौत हो गई। लेबनान में इजरायली हवाई हमले में 23 लोग मारे गए, जिनमें 7 बच्चे भी शामिल थे। यह हमला बेरूत के उत्तर में अलमत गांव में किया गया। लेबनान के स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, इस हमले में 6 लोग घायल भी हुए थे।

अमेरिका और ईरान समर्थित गुटों के बीच टकराव के साथ-साथ इजरायल और हमास के बीच युद्ध भी जारी है। इससे पूरे क्षेत्र में शांति और स्थिरता खतरे में है। अंतरराष्ट्रीय समुदाय को इस स्थिति पर गंभीरता से विचार करने और शांतिपूर्ण समाधान निकालने की जरूरत है, ताकि आम नागरिकों की सुरक्षा सुनिश्चित की जा सके और क्षेत्र में स्थायी शांति स्थापित हो सके।

 

यह भी पढ़े :

डोनाल्ड ट्रंप की नई सरकार: कौन होगा शामिल, कौन रहेगा बाहर और कौन हैं प्रमुख दावेदार?

कतर के शाही परिवार में 'आइडल्स आई' हीरे को लेकर छिड़ा विवाद, लंदन हाई कोर्ट में पहुंचा मामला

हिजबुल्लाह का इजरायल पर बड़ा हमला: 165 से ज्यादा मिसाइलें दागीं, कई लोग घायल

Tags :
Iran-backed forces targeted by U.S.IranBackedMilitiaMiddle East conflictMiddleEastTensionsMilitaryActionInSyria सीरिया_में_अमेरिकी_हमलाSyria military strikesSyriaConflictU.S. airstrikes in SyriaU.S. attack on Iran-backed militiaईरान समर्थितईरान समर्थित मिलिशिया पर हमलाईरान_समर्थित_मिलिशियाईरानी समर्थक ठिकानों पर हमला USAirstrikesईरानी_ठिकानेतनावमध्य पूर्व में संघर्षमध्य_पूर्व_संघर्षसीरिया में अमेरिका का बड़ा हमलासीरिया में अमेरिकी हमलासीरिया हमलासैन्य_कार्रवाई

ट्रेंडिंग खबरें

Next Article