डोनाल्ड ट्रंप ने राष्ट्रपति शी जिनपिंग को दी सीधी धमकी, अब क्या होने वाला है?
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने रविवार को सख्त लहजे में कहा कि अब कोई भी देश गलत तरीके से व्यापार करेगा तो उसे बख्शा नहीं जाएगा। उन्होंने साफ कर दिया कि कुछ प्रोडक्ट्स पर टैरिफ में छूट मिलने के बावजूद वे 20% फेंटानिल टैरिफ के अंदर ही रहेंगे।
ट्रंप का ये बयान उस वक्त आया है जब उनके प्रशासन पर चीन को रियायत देने के आरोप लग रहे हैं। दरअसल, शुक्रवार को अमेरिका ने स्मार्टफोन, कंप्यूटर और दूसरे इलेक्ट्रॉनिक आइटम्स को टैरिफ से कुछ राहत दी थी। हालांकि, अमेरिका के वाणिज्य मंत्री हावर्ड लुटनिक ने कहा कि ये राहत सिर्फ अस्थायी है। जब तक ट्रंप प्रशासन सेमीकंडक्टर इंडस्ट्री के लिए नया टैरिफ सिस्टम नहीं बना लेता, तब तक ये छूट लागू रहेगी।
ट्रंप ने दिया सख्त संदेश
अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अपनी सोशल मीडिया साइट ट्रूथ सोशल पर एक पोस्ट डाली है। उन्होंने कहा कि अब वक्त आ गया है जब अमेरिका को अपने प्रोडक्ट्स खुद अपने देश में ही बनाने चाहिए।
ट्रंप ने खासतौर पर चीन का नाम लेते हुए कहा कि अमेरिका किसी भी देश के भरोसे नहीं रह सकता, खासकर उन देशों के जो व्यापार में हमारे साथ दुश्मनों जैसा बर्ताव करते हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि ऐसे देश सालों से अमेरिका का व्यापारिक शोषण कर रहे हैं, लेकिन अब ऐसा नहीं चलेगा।
उन्होंने यह भी इशारा किया कि अमेरिका जल्द ही एक राष्ट्रीय सुरक्षा टैरिफ जांच शुरू करेगा, जिसमें सेमीकंडक्टर और इलेक्ट्रॉनिक्स सप्लाई चेन की गहराई से समीक्षा की जाएगी।
US-चीन के ‘टैरिफ वॉर’ से दुनिया का बढ़ा सिरदर्द
अमेरिका और चीन के बीच व्यापार को लेकर तनातनी काफी समय से चल रही है। जब ट्रंप राष्ट्रपति थे, तब ये विवाद और तेज़ हो गया था। अमेरिका ने चीन से आने वाली चीज़ों पर 145% तक का टैरिफ (शुल्क) लगा दिया था। इसके जवाब में चीन ने भी अमेरिकी सामानों पर 125% तक टैक्स लगा दिया।
लेकिन शुक्रवार को अमेरिका ने कुछ बदलाव किए। स्मार्टफोन, लैपटॉप, सेमीकंडक्टर और दूसरे इलेक्ट्रॉनिक सामानों पर लगने वाले टैक्स में थोड़ी राहत दी गई। ऐसा लगा कि अमेरिका शायद अब थोड़ी नरमी बरत रहा है। हालांकि ट्रंप और अमेरिका के वाणिज्य सचिव ने कहा कि ये राहत सिर्फ कुछ समय के लिए है।
Apple, Nvidia और Dell को रहत मिलने के आसार
अमेरिका ने एक नई छूट की घोषणा की है जिससे एपल, एनविडिया और डेल जैसी बड़ी टेक कंपनियों को थोड़ी राहत मिल सकती है। ये कंपनियां अपने कई प्रोडक्ट्स चीन में बनवाती हैं। खासकर iPhone और दूसरे महंगे प्रोडक्ट्स के लिए यह छूट काफी फायदेमंद मानी जा रही है।
अब जब डोनाल्ड ट्रंप ने साफ कर दिया है कि वह स्थायी टैरिफ यानी आयात कर की एक स्थायी नीति पर काम कर रहे हैं, तो आने वाले दिनों में यह देखना दिलचस्प होगा कि अमेरिका चीन और बाकी देशों के साथ व्यापार को लेकर कितनी सख्ती अपनाता है।