मेलोनी के सामने ट्रंप ने बोल दिया ये बड़ा झूठ, प्रेस वार्ता के दौरान कही ये बात
व्हाइट हाउस में हाल ही में इटली की प्रधानमंत्री जॉर्जिया मेलोनी और अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के बीच एक मुलाकात हुई। ये मुलाकात खास थी क्योंकि ट्रंप ने इटली से आने वाले सामान पर 20% टैरिफ लगा दिया था और मेलोनी यूरोप की पहली नेता थीं, जो इस टैरिफ के बाद उनसे मिलने आईं।
इटली के लिए यह टैरिफ बहुत महत्वपूर्ण है क्योंकि देश का लगभग 10% एक्सपोर्ट अमेरिका जाता है। शुरुआत में मीटिंग सामान्य तरीके से चल रही थी, लेकिन अचानक एक सवाल ने ट्रंप को परेशान कर दिया। इस सवाल के बाद ट्रंप इतने घबराए कि उन्होंने अपनी बात को बचाने के लिए एक बड़ा झूठ बोल दिया।
क्या बोले ट्रंप?
एक इटैलियन पत्रकार ने ट्रंप से सीधा सवाल कर दिया – "क्या आपने यूरोप के लोगों को पैरासाइट्स यानी परजीवी कहा है?" ट्रंप ने फौरन इनकार कर दिया और कहा, "मैंने ऐसा कभी नहीं कहा. मुझे तो समझ ही नहीं आ रहा कि आप किस बारे में बात कर रहे हैं।" लेकिन मामला यहीं खत्म नहीं हुआ। वहीं मौजूद इटली की प्रधानमंत्री जॉर्जिया मेलोनी ने भी इस बातचीत में दखल दिया। उन्होंने ट्रंप से वही सवाल दोहराया – और फिर खुद ही कहा कि नहीं, ट्रंप ने ऐसा कुछ नहीं कहा है।
ट्रंप ने नकार दी ये बात?
ट्रंप का ये बयान उस रिपोर्ट से बिल्कुल अलग था जो The Atlantic में छपी थी। मार्च 2025 में कुछ सीक्रेट सीग्नल चैट्स लीक हुई थीं, जिनमें ट्रंप प्रशासन के कुछ अधिकारियों ने यूरोपीय देशों को पैरासाइट्स कहा था। ये बातचीत यमन में एयरस्ट्राइक्स को लेकर हो रही थी।
ट्रंप ने व्यापार समझौते में जल्दबाजी से किया इनकार
सवाल-जवाब के अलावा, मीटिंग का मुख्य ध्यान व्यापार और कूटनीति पर था। ट्रंप ने कहा कि यूरोपीय यूनियन के साथ समझौता पूरी तरह से मुमकिन है, लेकिन ये भी कहा कि जल्दबाजी की कोई बात नहीं है। अगर यूरोपीय यूनियन तैयार नहीं हुआ, तो हम बिना उनकी सहमति के भी डील कर लेंगे। मेलोनी ने भी समझौते की उम्मीद जताई और ट्रंप को रोम आने का न्योता दे दिया।
ट्रंप-मेलोनी की नज़दीकियों पर यूरोपीय नेताओं की चिंता
कुछ यूरोपीय नेताओं ने मेलोनी और ट्रंप के बीच बढ़ती नज़दीकियों को लेकर चिंता जताई है। फ्रांस के इंडस्ट्री मिनिस्टर ने कहा कि इस तरह के व्यक्तिगत समझौते यूरोपीय एकता के लिए खतरा हो सकते हैं। प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान मेलोनी ने ट्रंप के "Make America Great Again" के तरीके को अपनाते हुए कहा कि उनका मकसद पश्चिम को फिर से महान बनाना है। उन्होंने यह भी माना कि अमेरिका और यूरोप के बीच कुछ मतभेद हो सकते हैं, लेकिन अब समय है कि दोनों मिलकर इनका हल निकालें।