'उम्मीद है वे टैरिफ कम करेंगे लेकिन...': भारत को लेकर अब क्या बोल गए ट्रंप?
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने भारत के साथ व्यापारिक रिश्तों पर एक बार फिर अपनी राय रखी है। दरअसल 19 मार्च 2025 को Breitbart News को दिए एक इंटरव्यू में ट्रंप ने कहा कि"मेरा मानना है वे (भारत) अमेरिकी सामान पर टैरिफ को काफी हद तक कम करने जा रहे हैं, लेकिन हम 2 अप्रैल से उनसे वही टैरिफ वसूलेंगे, जो वे हमसे वसूलते हैं।" यह बयान ट्रंप के उस सख्त रुख को दर्शाता है, जिसमें वे भारत सहित कई देशों पर "रेसिप्रोकल टैरिफ" (प्रतिशोधी शुल्क) लगाने की बात कर रहे हैं। उनका कहना है कि भारत जैसे देश अमेरिकी उत्पादों पर भारी टैरिफ लगाते हैं, जिसे वे अब बर्दाश्त नहीं करेंगे।
ट्रंप पहले भी दे चुके हैं ऐसा बयान
ट्रंप ने इससे पहले 4 मार्च 2025 को अमेरिकी संसद के संयुक्त सत्र में कहा था कि "भारत हमसे 100% से ज्यादा टैरिफ वसूलता है। यह अमेरिका के लिए ठीक नहीं है। 2 अप्रैल से हम रेसिप्रोकल टैरिफ लागू करेंगे।" उन्होंने भारत, चीन, ब्राजील और यूरोपीय संघ जैसे व्यापारिक साझेदारों पर निशाना साधते हुए दावा किया कि ये देश अमेरिकी उत्पादों पर ऊंचे टैरिफ लगाकर अनुचित लाभ लेते हैं। ट्रंप ने इसे "अमेरिका फर्स्ट" नीति का हिस्सा बताया और कहा कि उनकी सरकार अब हर हाल में व्यापार को "निष्पक्ष" बनाएगी।
भारत की ओर से टैरिफ में कटौती की तैयारी?
ट्रंप के दबाव के बीच भारत ने हाल ही में कुछ अमेरिकी उत्पादों पर आयात शुल्क कम किया है। इसमें बोरबॉन व्हिस्की, हाई-एंड मोटरसाइकिल जैसे हार्ले-डेविडसन, और कुछ अन्य सामान शामिल हैं। ब्लूमबर्ग की एक रिपोर्ट के मुताबिक, भारत अब ऑटोमोबाइल, कृषि उत्पादों और रसायनों पर भी टैरिफ घटाने की योजना बना रहा है। यह कदम ट्रंप की आलोचनाओं का जवाब देने और द्विपक्षीय व्यापार को बढ़ाने की दिशा में देखा जा रहा है। हालांकि, भारत के वाणिज्य सचिव सुनील बर्थवाल ने संसदीय समिति को बताया कि अभी कोई औपचारिक प्रतिबद्धता नहीं की गई है और बातचीत जारी है।
भारत-अमेरिकी व्यापार का क्या है हाल?
फरवरी 2025 में PM नरेंद्र मोदी के अमेरिकी दौरे के दौरान दोनों देशों ने 2030 तक द्विपक्षीय व्यापार को 500 अरब डॉलर तक पहुंचाने का लक्ष्य रखा था। 2023 में यह आंकड़ा 190.08 अरब डॉलर था, जिसमें भारत ने 83.77 अरब डॉलर का निर्यात और 40.12 अरब डॉलर का आयात किया था। ट्रंप के टैरिफ वाले बयान के बावजूद दोनों देश व्यापार बढ़ाने पर सहमत हैं, लेकिन टैरिफ विवाद इस लक्ष्य के सामने चुनौती बन सकता है।
क्या है ट्रंप की दोहरी नीति?
ट्रंप का यह बयान दोहरे संदेश देता है। एक तरफ वे भारत से टैरिफ कम करने की उम्मीद जताते हैं, दूसरी तरफ 2 अप्रैल से रेसिप्रोकल टैरिफ की धमकी देते हैं। उनका कहना है कि अगर भारत टैरिफ नहीं घटाता, तो अमेरिका भी भारतीय सामानों पर वैसा ही शुल्क लगाएगा। यह रुख उनकी "टफ नेगोशिएटर" वाली छवि को मजबूत करता है, जिसे वे अक्सर जोर देकर पेश करते हैं।
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