नेशनलराजनीतिमनोरंजनखेलहेल्थ & लाइफ स्टाइलधर्म भक्तिटेक्नोलॉजीइंटरनेशनलबिजनेसआईपीएल 2025चुनाव

ट्रंप ने लांच किया अपना गोल्डन कार्ड, अब 5 मिलियन डॉलर देकर बन सकते है अमेरिकी नागरिक

डोनाल्ड ट्रंप एक तरफ अवैध प्रवासियों को देश से निकाल रहे हैं, तो दूसरी तरफ अमीरों को अमेरिका में बसने का मौका दे रहे हैं।
05:07 PM Feb 26, 2025 IST | Vyom Tiwari

अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप इन दिनों कई काम एक साथ संभाल रहे हैं। एक ओर अवैध घुसपैठियों की तलाश जारी है, तो दूसरी ओर शांति वार्ताओं का दौर भी चल रहा है। इसके साथ ही, वे यूरोप और कनाडा को लेकर भी कड़े बयान दे रहे हैं। इसी बीच, ट्रंप ने एक और बड़ी घोषणा की है, अमेरिका में जल्द ही ‘गोल्ड कार्ड’ की बिक्री शुरू हो सकती है। यह खासतौर पर अमीर कारोबारियों के लिए होगा, जिससे उन्हें अमेरिका में बसने का मौका मिलेगा। इसमें रूस के अमीर लोग भी शामिल हो सकते हैं।

ट्रंप का गोल्ड कार्ड: अमीरों के लिए ग्रीन कार्ड का प्रीमियम वर्जन

अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने अमीर लोगों के लिए 5 मिलियन डॉलर का गोल्ड कार्ड लॉन्च किया है। यह ग्रीन कार्ड का एक प्रीमियम वर्जन है, जो ज्यादा सुविधाएं देगा। ग्रीन कार्ड अमेरिका में स्थायी निवास (परमानेंट रेजिडेंसी) का अधिकार देता है, जिसके लिए दुनियाभर के लोग आवेदन करते हैं। इसे पाने के लिए पैसे नहीं, बल्कि कुछ शर्तें पूरी करनी होती हैं। लेकिन अब ग्रीन कार्ड का प्रो-मैक्स वर्जन आ गया है, जिसे पाने के लिए भारी रकम चुकानी होगी।

क्या है सिटिजनशिप बाय इनवेस्टमेंट (CBI)?

ट्रंप इसे गोल्ड कार्ड या प्रीमियम कार्ड कह रहे हैं, लेकिन हकीकत में यह सिटिजनशिप बाय इनवेस्टमेंट (CBI) की ही एक नई शक्ल है। यह कोई नई चीज नहीं है। सदियों से दुनिया के कई देशों में पैसे देकर नागरिकता लेने की व्यवस्था रही है।

19वीं सदी में यूरोप के कई राजाओं ने यह स्कीम शुरू की थी। अमीर व्यापारी, जो सुरक्षित और बेहतर जीवन चाहते थे, पैसे देकर ऐसे देशों में बसने लगे। युद्धों के दौरान यह ट्रेंड और बढ़ गया।

अगर आज की बात करें, तो पिछले 40 सालों में कई देशों ने CBI प्रोग्राम लॉन्च किए हैं। इनमें ज्यादातर छोटे, खूबसूरत और टैक्स-फ्री देश हैं। यहां के नागरिकों को अपनी कमाई पर टैक्स नहीं देना पड़ता, इसलिए दुनियाभर के अमीर वहां की नागरिकता लेने के लिए मोटी रकम खर्च करने को तैयार रहते हैं। अब ट्रंप ने अमेरिका में भी यही मॉडल अपनाया है, लेकिन कीमत 5 मिलियन डॉलर रखी गई है, जो इसे सिर्फ सुपर-रिच लोगों के लिए सीमित कर देती है।

रूसी अरबपतियों के लिए गोल्डन चांस 

डोनाल्ड ट्रंप के ऐलान के बाद रूसी अरबपतियों की चर्चा तेज हो गई है। माना जा रहा है कि इससे अमेरिका में रूसी निवेश बढ़ सकता है। इसका मतलब यह भी हो सकता है कि रूस पर लगी पाबंदियां या तो खत्म हो सकती हैं या कम हो सकती हैं। साल 2024 में रूस अमीर देशों की सूची में पांचवें नंबर पर था, जिससे यह साफ है कि उसके पास निवेश के कई मौके हैं। इससे अमेरिकी बाजार को भी फायदा मिलेगा।

इस बीच, कई देश जैसे डोमिनिका, सेंट लूसिया, सेंट किट्स एंड नेविस, ग्रेनाडा, एंटीगुआ एंड बारबुडा, तुर्की और माल्टा नागरिकता देने की स्कीम चला रहे हैं। ये योजनाएं ऐसे समय पर आ रही हैं जब ट्रंप ने अमेरिका में जन्म के आधार पर मिलने वाली नागरिकता खत्म करने का ऐलान कर दिया है, जिससे बड़ी आबादी प्रभावित हो सकती है।

CBI  के कई बड़े नुकसान भी हैं

कुछ देशों में पैसे देकर नागरिकता पाने की सुविधा है, लेकिन इसका गलत इस्तेमाल भी हो सकता है। अगर कोई व्यक्ति खतरनाक इरादों से किसी बड़े देश की नागरिकता ले ले, तो वह वहां की सुरक्षा के लिए खतरा बन सकता है। मसलन, आतंकी संगठन इस स्कीम का फायदा उठाकर किसी देश में घुसपैठ कर सकते हैं।

दो साल पहले फाइनेंशियल एक्शन टास्क फोर्स (FATF) ने चेतावनी दी थी कि इस तरह की नागरिकता स्कीम का इस्तेमाल काले धन को छिपाने या गैरकानूनी गतिविधियों से बचने के लिए भी किया जा सकता है। इतना ही नहीं, इस स्कीम के जरिए अमीर लोग सरकारों पर दबाव बना सकते हैं। जिन लोगों ने किसी देश में बहुत पैसा निवेश किया है और टैक्स दे रहे हैं, उनका राजनीति और नीतियों पर असर बढ़ सकता है। कई बार विदेशी निवेश के नाम पर देशविरोधी ताकतें भी एंट्री कर सकती हैं, जो राष्ट्रीय सुरक्षा के लिए खतरा है।

इसी वजह से कुछ देशों ने नागरिकता देने के नियम सख्त कर दिए हैं। उदाहरण के लिए, डोमिनिका ने उत्तर कोरिया, रूस, सूडान, बेलारूस और यूक्रेन के नागरिकों को अपनी नागरिकता स्कीम से बाहर कर दिया है। कई देशों ने अफगानिस्तान, ईरान और सीरिया जैसे देशों के नागरिकों पर भी रोक लगा रखी है। इसके अलावा, अब कई देश नागरिकता देने से पहले व्यक्ति का बैकग्राउंड चेक भी करते हैं ताकि पता लगाया जा सके कि उसका कोई आपराधिक इतिहास तो नहीं है।

यूएस में स्थाई नागरिकता के लिए ग्रीन कार्ड की क्या है शर्तें?

अमेरिका में ग्रीन कार्ड पाने के कई तरीके होते हैं।

• परिवार के जरिए ग्रीन कार्ड – अगर कोई व्यक्ति अमेरिकी नागरिक है, तो उसके परिवार के करीबी सदस्य ग्रीन कार्ड के लिए आवेदन कर सकते हैं। इसमें उसकी पत्नी/पति, 21 साल से कम उम्र के गैर-शादीशुदा बच्चे और माता-पिता शामिल होते हैं।

• नौकरी के आधार पर ग्रीन कार्ड – अमेरिका में काम करने वाले लोग भी ग्रीन कार्ड के लिए आवेदन कर सकते हैं। इसमें खास स्किल वाले प्रोफेशनल्स से लेकर ऐसे इनवेस्टर्स तक आते हैं, जो बिज़नेस करके दूसरों को रोजगार दे सकते हैं।

• शरणार्थी (रिफ्यूजी) के लिए ग्रीन कार्ड – जो लोग शरणार्थी के रूप में अमेरिका आते हैं, वे एक साल बाद ग्रीन कार्ड के लिए आवेदन कर सकते हैं।

• डायवर्सिटी लॉटरी – अमेरिका उन देशों के लोगों को भी मौका देता है, जहाँ से बहुत कम इमिग्रेशन होता है। इसके लिए "डायवर्सिटी वीजा लॉटरी" नाम की एक प्रक्रिया होती है, जिससे हर साल कई लोगों को ग्रीन कार्ड मिलता है।

• हिंसा या मानव तस्करी के शिकार लोगों के लिए ग्रीन कार्ड – अगर कोई व्यक्ति हिंसा या ह्यूमन ट्रैफिकिंग का शिकार हुआ है, तो वह भी ग्रीन कार्ड के लिए आवेदन कर सकता है। कुछ खास मामलों में, अपराध के शिकार लोगों को यू वीजा और मानव तस्करी के पीड़ितों को टी वीजा दिया जाता है, जिससे वे अमेरिका में रह सकें।

 

यह भी पढ़े:

Tags :
Golden visa USARussia investment in USATrump 2024 electionTrump gold cardTrump immigration policyTrump vs Biden immigrationUS citizenship by investmentUS citizenship for richUS green card premium versionUS visa for billionairesअमीरों के लिए ग्रीन कार्डअमेरिका में निवेश से नागरिकताअमेरिकी नागरिकता योजनाअमेरिकी वीज़ा नियमगोल्डन वीज़ा अमेरिकाट्रंप 2024 चुनावट्रंप की नई वीज़ा स्कीमट्रंप गोल्ड कार्डट्रंप बनाम बाइडेनरूस अमेरिका व्यापार

ट्रेंडिंग खबरें

Next Article