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अप्रैल में श्रीलंका दौरे पर जाएंगे पीएम मोदी, सौर ऊर्जा संयंत्र का करेंगे उद्घाटन, द्विपक्षीय संबंधों को मिलेगी नई दिशा

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अप्रैल में श्रीलंका की आधिकारिक यात्रा पर जाएंगे। सौर ऊर्जा संयंत्र का उद्घाटन करेंगे और द्विपक्षीय संबंधों को मजबूत करेंगे।
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प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अप्रैल महीने की शुरुआत में श्रीलंका की आधिकारिक यात्रा पर जाएंगे। यह दौरा भारत और श्रीलंका के बीच रिश्तों को मजबूत करने, द्विपक्षीय सहयोग बढ़ाने और महत्वपूर्ण मुद्दों पर चर्चा करने के लिहाज से काफी अहम माना जा रहा है। पीएम मोदी की यह यात्रा दोनों देशों के बीच आर्थिक, सुरक्षा और क्षेत्रीय सहयोग को नई ऊर्जा देगी।

द्विपक्षीय मुद्दों पर होगी चर्चा

पीएम मोदी की इस यात्रा के दौरान कई अहम मुद्दों पर चर्चा होगी। इनमें मछुआरों के विवाद, व्यापारिक संबंध, सुरक्षा सहयोग और क्षेत्रीय सहयोग जैसे विषय शामिल हैं। पिछले साल श्रीलंका के राष्ट्रपति अनुरा कुमारा दिसानायके भारत आए थे और इस दौरान कई समझौते हुए थे। पीएम मोदी की यह यात्रा इन समझौतों को अंतिम रूप देने और उन पर आगे बढ़ने के लिए होगी।

सौर ऊर्जा संयंत्र का होगा उद्घाटन

पीएम मोदी की इस यात्रा के दौरान त्रिंकोमाली जिले के सामपुर शहर में बने 135 मेगावाट के सौर ऊर्जा संयंत्र का उद्घाटन किया जाएगा। यह संयंत्र भारत की एनटीपीसी और श्रीलंका की सीलोन विद्युत बोर्ड के बीच सहयोग से बनाया गया है। इस परियोजना का उद्देश्य श्रीलंका को स्वच्छ और सस्ती ऊर्जा उपलब्ध कराना है।
श्रीलंका के विदेश मंत्री विजिता हेराथ ने संसद में बजट आवंटन पर चर्चा के दौरान यह जानकारी दी। उन्होंने कहा कि पीएम मोदी की यात्रा के दौरान सौर ऊर्जा संयंत्र के उद्घाटन के अलावा कई नए समझौता ज्ञापनों (एमओयू) पर भी हस्ताक्षर किए जाएंगे।

2015 के बाद चौथी यात्रा

यह पीएम मोदी की 2015 के बाद श्रीलंका की चौथी यात्रा होगी। इससे पहले वे 2015, 2017 और 2019 में श्रीलंका गए थे। हर यात्रा के साथ दोनों देशों के बीच संबंध मजबूत हुए हैं। श्रीलंका भारत का एक महत्वपूर्ण पड़ोसी और रणनीतिक साझेदार है। पीएम मोदी की यह यात्रा दोनों देशों के बीच आर्थिक और राजनीतिक सहयोग को और मजबूत करेगी।

श्रीलंका की तटस्थ विदेश नीति

श्रीलंका के विदेश मंत्री विजिता हेराथ ने संसद में कहा कि उनकी सरकार तटस्थ विदेश नीति पर चल रही है। उन्होंने कहा, "हम अपनी विदेश नीति में किसी का पक्ष लिए बिना तटस्थ रहेंगे और राष्ट्रीय हित को बनाए रखने के लिए काम करेंगे।" उन्होंने यह भी कहा कि श्रीलंका ने भारत के साथ घनिष्ठ संबंध बनाए रखे हैं और पीएम मोदी की यात्रा इन संबंधों को और मजबूत करेगी।

द्विपक्षीय संबंधों को मिलेगी नई दिशा

पीएम मोदी की यह यात्रा दोनों देशों के बीच संबंधों को नई दिशा देने का काम करेगी। खासकर जब दोनों देशों के बीच आर्थिक और राजनीतिक सहयोग को मजबूत करने की जरूरत है। श्रीलंका भारत के लिए न केवल एक महत्वपूर्ण पड़ोसी है बल्कि हिंद महासागर क्षेत्र में एक रणनीतिक साझेदार भी है।

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