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अमेरिका का पाकिस्तान को बड़ा झटका, मिसाइल कार्यक्रम पर कसी नकेल; इन संस्थाओं पर लगया प्रतिबन्ध

अमेरिका ने पाकिस्तान के बैलिस्टिक मिसाइल कार्यक्रम में शामिल चार संस्थाओं पर प्रतिबंध लगा दिया है। अमेरिका का कहना है कि ये संस्थाएं सामूहिक विनाश के हथियारों को बढ़ावा देने का काम कर रही थीं।
11:05 AM Dec 19, 2024 IST | Vyom Tiwari
अमेरिका ने पाकिस्तान के बैलिस्टिक मिसाइल प्रोग्राम को दिया झटका

Pakistan Ballistic Missile Program: अमेरिका ने बुधवार को पाकिस्तान की चार संस्थाओं पर प्रतिबंध लगा दिए है, जो बैलिस्टिक मिसाइल कार्यक्रम में शामिल थीं। अमेरिका ने कहा कि वह पाकिस्तान के मिसाइल कार्यक्रम से जुड़े और अधिक प्रतिबंध लगा रहा है, जिसमें ये चार संस्थाएं शामिल हैं जो ऐसे हथियारों के प्रसार में मदद कर रही थीं। अमेरिकी विदेश विभाग ने एक बयान में कहा कि अमेरिका आगे भी इस तरह की कार्रवाइयां जारी रखेगा।

अमेरिका के विदेश विभाग के प्रवक्ता मैथ्यू मिलर ने बताया कि अमेरिका अपनी चिंताओं को बार-बार उठाता रहा है। एक्स पर एक पोस्ट में मिलर ने कहा कि अमेरिका पाकिस्तान के बैलिस्टिक मिसाइल कार्यक्रम में शामिल चार संस्थाओं पर प्रतिबंध लगा रहा है। उन्होंने कहा, ‘हम अपनी चिंताओं को साफ और सुसंगत तरीके से व्यक्त करते रहे हैं, और इन मुद्दों पर पाकिस्तान के साथ रचनात्मक बातचीत जारी रखेंगे।’

इन चार संस्थाओं पर लगा बैन 

बयान में कहा गया है कि अमेरिका ने पाकिस्तान की लंबी दूरी की मिसाइलों के विकास को लेकर चिंता जताई है और चार संस्थाओं पर प्रतिबंध लगाने का फैसला किया है। ये संस्थाएं सामूहिक विनाश के हथियारों को बढ़ावा देती हैं। इनमें पाकिस्तान का राष्ट्रीय विकास परिसर भी शामिल है, जो पाकिस्तान के बैलिस्टिक मिसाइल कार्यक्रम के लिए जिम्मेदार है और जिसने इसके लंबी दूरी वाले बैलिस्टिक मिसाइल कार्यक्रम (Long Range Ballistic Missile Program) को आगे बढ़ाया है।

इसमें एफिलिएट्स इंटरनेशनल, अख्तर एंड संस प्राइवेट लिमिटेड, और रॉकसाइड एंटरप्राइज शामिल हैं, जिन्होंने पाकिस्तान के बैलिस्टिक मिसाइल कार्यक्रम के लिए उपकरणों की आपूर्ति की है। इसमें पाकिस्तान का लंबी दूरी की मिसाइल कार्यक्रम भी शामिल है।

मिसाइल प्रोग्राम में योगदान

ईओ 13382 सेक्शन 1(ए)(ii) के तहत यह घोषणा की जा रही है कि व्यक्ति या संगठन उन गतिविधियों या लेन-देन में शामिल होने या उनका प्रयास करने के लिए जिम्मेदार हैं, जो सामूहिक विनाश के हथियारों या उनके वितरण के तरीकों (जिनमें मिसाइलें भी शामिल हैं, जो इन हथियारों को पहुंचा सकती हैं) के प्रसार में योगदान देती हैं या इसके खतरे को बढ़ाती हैं। इसमें पाकिस्तान द्वारा इन हथियारों का निर्माण, अधिग्रहण, कब्जा, विकास, परिवहन, हस्तांतरण या उनका उपयोग करने का कोई भी प्रयास शामिल है।

बैलिस्टिक मिसाइल कार्यक्रम में NDC शामिल 

बयान में कहा गया है कि अमेरिका अपनी कार्रवाई जारी रखेगा और प्रसार और संबंधित खरीद गतिविधियों के खिलाफ कदम उठाएगा। इस्लामाबाद में स्थित नेशनल डेवलपमेंट कॉम्प्लेक्स (NDC) पाकिस्तान के लंबी दूरी के बैलिस्टिक मिसाइल कार्यक्रम को मजबूत करने के लिए वस्तुएं हासिल कर रहा है। इसमें विशेष वाहन चेसिस भी शामिल हैं, जिन्हें बैलिस्टिक मिसाइलों और मिसाइल परीक्षण उपकरणों के लिए लॉन्च सपोर्ट के तौर पर इस्तेमाल किया जाता है।

शाहीन-सीरीज की बैलिस्टिक मिसाइल शामिल 

अमेरिका का मानना है कि NDC (नेशनल डिफेंस कलेक्शन) पाकिस्तान के बैलिस्टिक मिसाइलों के विकास में शामिल है, जिसमें शाहीन सीरीज की बैलिस्टिक मिसाइलें भी शामिल हैं। कराची स्थित अख्तर एंड संस प्राइवेट लिमिटेड ने पाकिस्तान के लंबी दूरी के बैलिस्टिक मिसाइल कार्यक्रम के लिए NDC को उपकरण आपूर्ति किए हैं।

साथ ही कराची में स्थित एफिलिएट्स इंटरनेशनल ने NDC और अन्य संस्थाओं के लिए पाकिस्तान के बैलिस्टिक मिसाइल कार्यक्रम में मदद के लिए मिसाइल से संबंधित वस्तुएं खरीदी हैं। इसके अलावा, कराची स्थित रॉकसाइड एंटरप्राइज ने भी पाकिस्तान के लंबी दूरी के बैलिस्टिक मिसाइल कार्यक्रम के लिए उपकरणों की आपूर्ति NDC को की है।

 

 

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