बदला लेने में माहिर हैं नेतन्याहू! 5 महीने पुरानी लड़ाई का अब दिया जवाब
इजराइल और लेबनान के बीच एक बार फिर हालात बिगड़ते नजर आ रहे हैं। इजराइली सेना ने दक्षिणी लेबनान में हिज्बुल्लाह के कई रॉकेट लॉन्चर और एक कमांड सेंटर पर जोरदार हमला किया है। ये हमला उस रॉकेट अटैक के जवाब में किया गया, जो नवंबर में हुए सीजफायर के बाद इजराइल पर हुआ था। इजराइल के प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू ने खुद इस ऑपरेशन की पुष्टि की और कहा कि उन्होंने सेना को आतंकी ठिकानों पर कड़ी कार्रवाई करने का निर्देश दिया था।
हिज्बुल्लाह का इनकार, लेकिन इजराइल का पलटवार जारी
हालांकि, हिज्बुल्लाह ने इन रॉकेट हमलों में किसी भी तरह की संलिप्तता से इनकार किया है। संगठन का कहना है कि उसने संघर्ष विराम की शर्तों का पालन किया है और किसी भी तरह की उकसावे वाली कार्रवाई नहीं की है। लेकिन इजराइल को हिज्बुल्लाह की इस सफाई पर भरोसा नहीं है। लेबनान के स्वास्थ्य मंत्रालय के मुताबिक, इस हमले में एक बच्चे सहित दो लोगों की मौत हो गई, जबकि आठ लोग गंभीर रूप से घायल हो गए। वहीं, लेबनान के प्रधानमंत्री ने साफ कहा है कि उनका देश किसी भी कीमत पर किसी नए युद्ध में नहीं फंसना चाहता।
सीजफायर के बावजूद क्यों हो रहे हमले?
यहां सबसे बड़ा सवाल ये है कि जब सीजफायर लागू हो चुका था, तो फिर ये हमले क्यों हो रहे हैं? दरअसल, इजराइल का कहना है कि हिज्बुल्लाह लगातार फिर से हथियार जमा करने की कोशिश कर रहा है और वह इसे रोकने के लिए हमले कर रहा है। इजराइली सेना का दावा है कि अगर हिज्बुल्लाह को रोका नहीं गया, तो आने वाले समय में ये संगठन फिर से इजराइल के लिए बड़ा खतरा बन सकता है। दूसरी ओर, लेबनान सरकार का आरोप है कि इजराइल सीजफायर समझौते का उल्लंघन कर रहा है और उसकी संप्रभुता को नजरअंदाज कर रहा है।
लेबनान के कुछ हिस्सों पर अब भी इजराइल का कब्जा
लेबनान के रक्षा मंत्रालय ने भी इस पूरे मामले पर बयान जारी किया है। मंत्रालय के मुताबिक, इजराइली सेना अभी भी दक्षिणी लेबनान के पांच इलाकों पर कब्जा जमाए हुए है, जहां से उसे संघर्ष विराम के तहत हटना था। लेकिन इजराइल का कहना है कि जब तक लेबनानी सेना इन इलाकों की सुरक्षा की जिम्मेदारी पूरी तरह नहीं संभाल लेती, तब तक वह वहां से नहीं हटेगा।
लेबनानी सेना का सर्च ऑपरेशन, रॉकेट लॉन्चर बरामद
इस हमले के बाद लेबनान की सेना भी सतर्क हो गई है। उसने सीमा के पास बड़े स्तर पर सर्च ऑपरेशन चलाया, जिसमें तीन रॉकेट लॉन्चर बरामद किए गए। सेना ने इन्हें निष्क्रिय कर दिया है। हालांकि, ये लॉन्चर किसने लगाए थे, इस पर अभी तक कोई आधिकारिक जानकारी सामने नहीं आई है।
संयुक्त राष्ट्र की चेतावनी – बढ़ सकता है तनाव
संयुक्त राष्ट्र की शांति सेना (UNIFIL) ने इस घटनाक्रम पर चिंता जताई है और दोनों देशों से संघर्ष विराम का पालन करने की अपील की है। यूएन का कहना है कि अगर ये हिंसा इसी तरह जारी रही, तो इससे पूरे क्षेत्र में तनाव और बढ़ सकता है। यूएन ने चेतावनी दी है कि यह टकराव अगर बड़ा रूप लेता है, तो इससे भारी मानवीय संकट पैदा हो सकता है, जिसका असर पूरी दुनिया पर पड़ेगा।
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