पाकिस्तान के पंजाब में कॉलेजों में भारतीय गानों और डांस पर बैन, जानिए क्या है वजह
पाकिस्तान के पंजाब प्रांत में कॉलेजों में भारतीय गानों पर डांस और अन्य "अनैतिक गतिविधियों" पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। यह फैसला पंजाब कॉलेज निदेशालय ने लिया है, जिसके तहत सार्वजनिक और निजी कॉलेजों में होने वाले कार्यक्रमों में भारतीय गानों पर डांस करने पर रोक लगाई गई है। अधिकारियों का मानना है कि ऐसी गतिविधियों से शैक्षणिक संस्थानों की छवि खराब होती है।
क्या है पूरा मामला?
यह प्रतिबंध उन घटनाओं के बाद लगाया गया है, जिनमें छात्रों और शिक्षकों ने कॉलेज के मौज-मस्ती के मेलों और खेल समारोहों में भारतीय गानों पर नृत्य किया था। अधिकारियों का कहना है कि ऐसी गतिविधियां शैक्षणिक संस्थानों के लिए उचित नहीं हैं और इनसे संस्थानों की छवि प्रभावित होती है। रहीम यार खान में एक सरकारी कॉलेज के प्रिंसिपल और वाइस-प्रिंसिपल को एक वीडियो के बाद हटा दिया गया, जिसमें छात्रों और प्रोफेसरों को एक संगीतमय रात के कार्यक्रम में नाचते हुए दिखाया गया था। यह कदम शैक्षणिक संस्थानों में सख्त सांस्कृतिक दिशा-निर्देश लागू करने के पंजाब के प्रयास का हिस्सा है।
कॉलेजों को दिए गए निर्देश
कॉलेजों को इन गतिविधियों को तुरंत रोकने के निर्देश देते हुए एक अधिसूचना जारी की गई है। प्रतिबंध का उल्लंघन होने पर प्रिंसिपल और शिक्षा अधिकारियों को जवाबदेह ठहराया जाएगा। उच्च शिक्षा विभाग के सचिव ने कहा कि इस तरह की गतिविधियां गुणवत्तापूर्ण शिक्षा प्रदान करने के लिए उपयुक्त नहीं हैं।
पंजाब के सभी सरकारी और निजी कॉलेजों के निदेशकों और प्रिंसिपलों को निर्देश दिए गए हैं कि वे इस नए नियम का अनुपालन सुनिश्चित करें, अन्यथा उल्लंघन के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी। इसके बजाय, कॉलेज प्रशासन को अन्य प्रकार की पाठ्येतर गतिविधियों को प्रोत्साहित करने का निर्देश दिया गया है, जो सांस्कृतिक और शैक्षिक मूल्यों के अनुरूप हों।
क्यों लगाया गया प्रतिबंध?
अधिकारियों का मानना है कि कॉलेजों में भारतीय गानों पर डांस करने से छात्रों और शिक्षकों का ध्यान पढ़ाई से हट जाता है। इसके अलावा, ऐसी गतिविधियों को शैक्षणिक संस्थानों के लिए अनुचित माना जाता है। यह निर्णय ऐसे मामलों के बाद लिया गया है, जहां छात्र और शिक्षक मंच पर और कक्षाओं में मौज-मस्ती के मेलों, खेल समारोहों और अन्य कार्यक्रमों के दौरान अक्सर भारतीय गानों पर नाचते देखे गए थे।
पहले भी लग चुके हैं ऐसे प्रतिबंध
यह पहली बार नहीं है जब पंजाब में इस तरह के प्रतिबंध लागू किए गए हैं। स्कूलों और कॉलेजों में मोबाइल फोन के उपयोग और नृत्य पर इसी प्रकार के प्रतिबंध पहले भी लागू किए जा चुके हैं। यह कदम शैक्षणिक संस्थानों में छात्र गतिविधियों को विनियमित करने के लिए चल रहे प्रयासों को दर्शाता है।
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