भारत-पाक रिश्तों में उबाल, पाकिस्तान ने रद्द किया शिमला समझौता
भारत और पाकिस्तान के बीच पहले से ही तनावपूर्ण रिश्तों में एक और मोड़ आ गया है। पहलगाम में हुए आतंकी हमले के बाद भारत के सख्त रुख का जवाब देते हुए पाकिस्तान ने सभी द्विपक्षीय समझौतों को स्थगित करने की चेतावनी दी है। इसमें ऐतिहासिक शिमला समझौता भी शामिल है, जो दोनों देशों के बीच युद्ध के बाद संबंधों की आधारशिला माना जाता है।
पाकिस्तान ने रद्द किया शिमला समझौता
जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल को हुए आतंकी हमले के बाद भारत ने पाकिस्तान के खिलाफ कई सख्त फैसले लिए—जिनमें सिंधु जल समझौते को रोकना, अटारी-वाघा बॉर्डर को बंद करना और पाकिस्तानी सैन्य अधिकारियों को दूतावास से हटाना शामिल है। इन कदमों ने पाकिस्तान की सत्ता के गलियारों में हलचल मचा दी है। इसी तनावपूर्ण माहौल में पाकिस्तान ने एक ऐसा ऐलान किया है जो इतिहास के पन्नों को फिर से खंगालने को मजबूर कर देता है। पाकिस्तान ने शिमला समझौता खत्म करने की घोषणा की है।
नेशनल सिक्योरिटी कमेटी की बैठक और बड़ा ऐलान
पाकिस्तान की राष्ट्रीय सुरक्षा समिति (NCS) की बैठक में प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ की अगुवाई में यह निर्णय लिया गया। इससे एक दिन पहले भारत ने भी सिंधु जल समझौते समेत पांच बड़े फैसले लिए थे। पाकिस्तान ने साफ शब्दों में कहा है कि अगर भारत सिंधु जल समझौते को रोकता है, तो इसे 'जंग की कार्रवाई' माना जाएगा। पाकिस्तानी मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, NCS की बैठक में भारत के कुछ हालिया कदमों को मुसलमानों को हाशिये पर डालने की साजिश बताया गया। खासतौर पर भारत में वक्फ विधेयक को लेकर पाकिस्तान ने अपनी चिंता जताई।
जीतने के बावजूद भारत ने रखी थी पाकिस्तान की इज्जत
2 जुलाई 1972, भारत के शिमला शहर में एक ऐतिहासिक समझौता हुआ। इस पर भारत की तत्कालीन प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी और पाकिस्तान के प्रधानमंत्री जुल्फिकार अली भुट्टो ने दस्तखत किए। ये समझौता उस वक्त हुआ था जब भारत ने 1971 की जंग में पाकिस्तान को करारी शिकस्त दी थी, और बांग्लादेश को एक स्वतंत्र देश बनाने में अहम भूमिका निभाई थी।
क्या कहता था शिमला समझौता?
1972 में लड़े गए भारत-पाकिस्तान युद्ध में पाकिस्तान के लगभग 90,000 सैनिकों ने भारत के सामने आत्मसमर्पण किया था और भारत ने लगभग 5,000 वर्ग मील क्षेत्र पर कब्जा कर लिया था। लेकिन जीत के बावजूद, भारत ने इसे शांति के अवसर में बदला और बातचीत का रास्ता खोला—यही था शिमला समझौते का मूल भाव। इस समझौते के तहत निम्न शर्तें रखी गई थी।
- भारत और पाकिस्तान आपसी विवादों को शांतिपूर्ण ढंग से सुलझाएंगे।
- कोई भी पक्ष एकतरफा कार्यवाही नहीं करेगा।
- लाइनों ऑफ कंट्रोल (LoC) को माना जाएगा और उसका सम्मान किया जाएगा।
- कूटनीतिक और राजनीतिक वार्ता को प्राथमिकता दी जाएगी।
शिमला समझौता टूटा क्यों?
पाकिस्तान का कहना है कि भारत के हालिया कदम, जैसे सिंधु जल समझौते को निलंबित करना और सैन्य-सामरिक गतिविधियों में तेजी लाना, शिमला समझौते की आत्मा के खिलाफ हैं। जवाब में, पाकिस्तान ने अब इस करार को औपचारिक रूप से रद्द कर दिया है। विशेषज्ञों का मानना है कि पाकिस्तान का यह कदम भारत पर राजनीतिक और वैश्विक दबाव बनाने की रणनीति का हिस्सा हो सकता है। हालांकि, यह फैसला दोनों देशों के बीच एक बार फिर रिश्तों को तनाव की ओर धकेल सकता है।
भारत ने भी रद्द कर दिया था सिंधु जल समझौता
1960 में भारत के प्रधानमंत्री नेहरू और पाकिस्तान के राष्ट्रपति अयूब खान के बीच हुए इस समझौते के तहत 6 नदियों को दो हिस्सों में बांटा गया था। रावी, ब्यास और सतलुज पर भारत का अधिकार है, जबकि सिंधु, चिनाब और झेलम पर पाकिस्तान का प्राथमिक अधिकार माना गया। हालांकि भारत इन नदियों के 20% पानी को रोक सकता है। अब इस समझौते पर संकट के बादल मंडरा रहे हैं।
पहलगाम आतंकी हमले के बाद से दोनों देशों के बीच बढ़ा तनाव
जम्मू-कश्मीर के पहलगाम में हुए पाक समर्थित आतंकवादियों के हमले में नौसेना के एक अधिकारी सहित 27 लोगों की मौत हो गई थी। आतंकियों ने लोगों से उनका धर्म पूछ कर उनकी हत्या की थी। इस हमले में लश्कर-ए-तैयबा के सहयोगी संगठन TRF का नाम सामने आया था। इस हमले के बाद से ही दोनों देशों के बीच तनाव अपने चरम पर पहुंच चुका है। जहां भारत में पाकिस्तान के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की जा रही है वही पाक सेना भी भारतीय सेना की संभावित कार्रवाई को देखते हुए हाई अलर्ट पर है।
राजनयिक तनाव भी चरम पर, सैन्य तैयारी और मिसाइल परीक्षण की तैयारी
भारत सरकार ने पाकिस्तान के वरिष्ठ राजनयिक साद अहमद वराइच को 'पर्सोना नॉन ग्राटा' घोषित कर दिया है। उन्हें एक हफ्ते के भीतर देश छोड़ने के लिए कहा गया है। यह शब्द लैटिन भाषा से लिया गया है, जिसका अर्थ है – "अवांछनीय व्यक्ति"। पाकिस्तान ने अपने विशेष आर्थिक क्षेत्र (EEZ) में 24-25 अप्रैल को मिसाइल परीक्षण का एलान किया है। इसके साथ ही, कराची एयरबेस से 18 फाइटर जेट भारत की सीमा की ओर रवाना किए गए हैं, जिससे तनाव और बढ़ गया है। भारत सरकार ने पाकिस्तान सरकार के एक्स (Twitter) अकाउंट को देश में बैन कर दिया है। वहीं, अमेरिका ने अपने नागरिकों को जम्मू-कश्मीर की यात्रा से बचने की सलाह दी है।
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