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सिंधु नदी में मिला 80 हजार करोड़ का सोना, भारत से क्या है कनेक्शन?

सिंधु नदी में 80 हजार करोड़ रुपये का सोना मिला! पाकिस्तान इसे निकालने की तैयारी में जुटा है, लेकिन इस नदी का भारत से क्या कनेक्शन है? जानिए पूरी कहानी।
02:29 AM Mar 11, 2025 IST | Girijansh Gopalan

पाकिस्तान के अटक जिले में बहने वाली सिंधु नदी के अंदर 80 हजार करोड़ रुपये के सोने का भंडार मिला है। भू-वैज्ञानिकों के मुताबिक, नदी के तलहटी में बड़ी मात्रा में सोने के कण जमा हुए हैं। पाकिस्तान सरकार अब इसे निकालने की प्लानिंग कर रही है।

कैसे मिला सिंधु नदी में सोना?

रिपोर्ट्स के मुताबिक, सिंधु नदी के भीतर जो सोना मिला है, उसे 'प्लेसर गोल्ड' कहा जाता है। यह सोना चपटे या गोल आकार में पाया जाता है। भू-वैज्ञानिकों का मानना है कि यह सोना पाकिस्तान के उत्तरी पहाड़ी इलाकों से बहकर आया है और नदी के तल में जमा हो गया।
अब पाकिस्तान की सरकार चुपचाप इसे निकालने में लगी हुई है। अगर सब कुछ प्लान के मुताबिक रहा, तो पाकिस्तान इस सोने को निकालकर अपनी आर्थिक स्थिति सुधारने की कोशिश करेगा।

भारत से क्या है कनेक्शन?

सिंधु नदी का इतिहास भारत से गहरा जुड़ा हुआ है। यह नदी तिब्बत के मानसरोवर से निकलती है और भारत के लद्दाख से होते हुए पाकिस्तान जाती है। सिंधु नदी पर भारत और पाकिस्तान के बीच सिंधु जल संधि (Indus Water Treaty) हुई थी, जिसके तहत भारत इस नदी के पानी का सीमित उपयोग कर सकता है। इतना ही नहीं, 'सिंधु' शब्द से ही 'हिंदू' और 'हिंदुस्तान' शब्द बने हैं। हजारों साल पहले सिंधु घाटी सभ्यता इसी नदी के किनारे फली-फूली थी। इतिहासकारों के मुताबिक, सिकंदर भी इसी नदी के किनारे अटक गया था और आगे नहीं बढ़ पाया था।

पाकिस्तान के लिए सिंधु क्यों अहम?

सिंधु नदी को पाकिस्तान जीवनदायिनी मानता है। इसका ज्यादातर पानी पाकिस्तान के पास ही जाता है, जिससे वहां की कृषि और जल आपूर्ति निर्भर करती है। सिंधु नदी की सहायक नदियां - श्योक, गिलगित, जास्कर, हुंजा, नुब्रा, शिगर, गस्टिंग और द्रास भी इसे और ताकत देती हैं। अगर पाकिस्तान को सच में सिंधु नदी से 80 हजार करोड़ का सोना मिल जाता है, तो यह उसकी बुरी आर्थिक स्थिति को सुधारने में मदद कर सकता है। लेकिन सवाल यह है कि क्या पाकिस्तान के पास इसे निकालने की तकनीक और संसाधन हैं या नहीं?

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